Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – तेज आवाज का दुष्प्रभाव 

-सुभाष मिश्रदुष्यंत कुमार का शेर है कि- रोने गिड़गिड़ाने का यहां कोई असर होता नहीं। पेट भर के गालियां दें, जी भर के बद्दुआ।। हम बात कर रहे हैं आवाज की और आवाज का मतलब शोर है...

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Editor-in-chief सुभाष मिश्र की कलम से - मुक्तिबोध को नमन, स्मृति को नमन

Editor-in-chief सुभाष मिश्र की कलम से – मुक्तिबोध को नमन, स्मृति को नमन

-सुभाष मिश्र कवि गजानंद माधव मुक्तिबोध की 60वीं पूण्यतिथि प्रसिद्ध कवि गजानंद माधव मुक्तिबोध की 60वीं पूण्यतिथि है, 11 सितंबर 1964 में उनका निधन हुआ था, जबकि उनका जन्म 13 नवंबर 1...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – ट्रेन पलटाने की साजिश और नागरिक दायित्व 

-सुभाष मिश्रकहा जाता है कि रेल पटरी पर है। इसके बहुत से अर्थ होते हैं। आमतौर बोलचाल में कहा जाता है कि जीवन पटरी पर है। इसका मतलब है कि जीवन ठीक-ठाक चल रहा है। जब ट्रेन पटरी से...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – खेल में खेल रेलमपेल

-सुभाष मिश्रअभी पश्चिम बंगाल में जब चुनाव हुआ था तो ये जुमला खूब चला था कि खेला हो गया। अब हरियाणा का चुनाव होने जा रहा है जहां बहुत से खिलाडिय़ों को टिकट मिल रही है। हम ये भी द...

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Editor-in-chief सुभाष मिश्र की कलम से – नारी इस संसार में जीवन का मूल

-सुभाष मिश्रस्त्रियों ने आज तीजा का व्रत रखा है और ये निर्जला व्रत है। तीजा को हरतालिका भी कहते हैं। इसको लेकर पूरे बाजार में रौनक है। महिलाएं इसे उत्साह और उत्सव की तरह इस व्र...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – जाति जनगणना पर संघ सकारात्मक

-सुभाष मिश्रआरएसएस कभी जाति विहीन समाज की बात करता था और कहता था कि हिदुओं को अलग-अलग बांटने की जरूरत नहीं है। वहीं आरएसएस अगर जातिगत जनगणना की बात कर रहा है तो लोगों का थोड़ा ...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – मानव और वन्यजीव द्वंद बढ़ता संकट

-सुभाष मिश्रवन्यजीव और मानव के बीच आज टकराव देखने को मिल रहा है। इसका कारण यह है कि मनुष्य विकास के नाम पर जंगलों का अतिक्रमण कर रहा है। इससे दोनों के बीच टकराव की स्थिति बन गई...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – अश्लीलता का बाजार और बदनामी का भय

-सुभाष मिश्रहमारे देश में आजकल अश्लीलता का बाजार बढ़ता जा रहा है। अश्लीलता को ग्लैमराइज किया जा रहा है। ऐसे में एक शब्द अक्सर सुनने को मिलता है हनी ट्रैप। आजकल लोग बड़ी तादाद म...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – ओपीएस का राजनीतिक जवाब यूपीएस

-सुभाष मिश्रसरकारी कर्मचारी दुविधा में हैं कि उसे कौन सी पेंशन स्कीम का लाभ लेना चाहिए? सरकार की तीन पेंशन स्कीम है- एक ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस), दूसरी नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीए...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – सहकारिता के क्षेत्र में नवाचार

- सुभाष मिश्रकेन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पिछले तीन दिनों से छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। अमित शाह केन्द्रीय सहकारिता मंत्री भी है। प्रदेश की विष्णुदेव सरकार ने केन्द्रीय सहकारिता...

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