जवान बने रहने की आदिम लालसा

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – जवान बने रहने की आदिम लालसा

-सुभाष मिश्रअजर अमर रहने के तमाम आशीर्वादों, दुआओं और धार्मिक प्रयोजनों के बावजूद कोई भी आदमी अधिकतम सौ-सवा साल से ज़्यादा जिया हो, इसके वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिलते। कहा जाता ह...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – क्या संविधान से धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद हटेगा?

-सुभाष मिश्रभारत के संविधान की प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्दों को हटाने की मांग ने एक बार फिर से राष्ट्रीय बहस को जन्म दिया है। यह मांग कोई नई नहीं है, पर इस बार...

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Mann Ki Baat: विधायक रोहित साहू ने सुनी ‘मन की बात’…प्रधानमंत्री की सोच हर नागरिक को जोड़ती है – रोहित साहू

:अमित वाखरिया: गरियाबंद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का 123वां संस्करण आज पूरे देश के साथ गरियाबंद में भी  सुना गया।  विधायक  रोहि...

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Editor-in-chief सुभाष मिश्र

Editor-in-chief सुभाष मिश्र की कलम से – नए बाबा नए कारनामे

-सुभाष मिश्रगुरु हरिशंकर परसाई ने बहुत पहले जान लिया था कि यदि धर्म को धंधे से जोड़ लिया जाए तो उसे योग कहते हैं। छत्तीसगढ़ की पवित्र नगरी डोंगरगढ़ प्रज्ञागिरी पहाड़ी जहां धार्...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – अब मजाकिया शब्द भी रैगिंग के दायरे में

-सुभाष मिश्रअब कालेज और यूनिवर्सिटी में किसी को बिहारी कहना रैंगिंग के दायरे में आएगा। बिहारी जैसे शब्दों का उपयोग मजाक या अपमान की श्रेणी में माना गया है क्योंकि यह क्षेत्रीय ...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – अब जाति ही पूछो साधु की…

-सुभाष मिश्र 0 सब काम सब करें, कथा हमी बाचेंगे इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के ग्राम दादरपुर में 21 जून को भागवत कथा वाचन करने वाले यादव जाति के कथावाचकों के साथ हुई मारपीट औ...

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Emergency- कविता के माध्यम से आपातकाल का विरोध

-सुभाष मिश्रभारत के स्वर्णिम इतिहास काल में आपातकाल वो धब्बा है जिसके दाग चाहकर भी नही धुलेंगे। आपातकाल के इस दौर में राजनेता कलाकार, मीडिया तो प्रभावित हुए ही थे। साथ ही रचनाक...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – आपातकाल संविधान की हत्या या अनुशासन पर्व

-सुभाष मिश्रआपातकाल को पचास बरस हो गए हैं। 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की जो 21 मार्च 1977 तक लागू रहा। यह निर्णय इलाहाबाद उ...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – क्या हो गया छत्तीसगढ़ के पीडीएस सिस्टम को ?

-सुभाष मिश्रछत्तीसगढ़ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानि पीडीएस की सराहना पूरे देश में हुई। इस मॉडल को देखने , अध्ययन करने और अपनाने के लिए बहुत से राज्य के अधिकारी आये। राज्य के ...

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बंदूक या बातचीत : क्या है नक्सलवाद का स्थायी समाधान?

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – बंदूक या बातचीत : क्या है नक्सलवाद का स्थायी समाधान?

-सुभाष मिश्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 22 जून 2025 को छत्तीसगढ़ के रायपुर में नक्सलवाद के उन्मूलन को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की, जिसमें छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलं...

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