-सुभाष मिश्र
इस समय छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप के जरिए ताबड़तोड़ छापे की कार्यवाही जारी है। भूपेश बघेल सरकार में जिस सीबीआई की एंट्री प्रतिबंधित की थी अब वही छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी नेताओं, अफसरों और बाकी लोगों के घरों में सुबह-सुबह आमद दे रही है। दुबई जाकर महादेव एप के संचालकों को शिवपुराण सुनाने वाले कथावाचक प्रदीप मिश्रा भी महादेव के इस तांडव को नहीं समझ पाये। कांग्रेस के लोग अब उन पर भी कार्यवाही की बात कह रहे हैं।
हमारे देश में भगवान के नाम से मांगने की लंबी परंपरा है। बहुत सारे उल्टे सीधे काम भगवान की आड़ में किये जाते हैं। चूँकि, ईश्वर की लाठी उस तरह से नहीं पड़ रही है जैसा की सदियों से प्रचारित है। ईश्वर से डर ख़त्म हो गया है और ईश्वर यदि देख रहा है तो बहुत कुछ अनदेखा है। महादेव सट्टा एप का क़हर छत्तीसगढ़ में पिछले दो तीन साल से जारी है पर इसे चलाने वाले दूर देश में सुरक्षित बैठकर अकूत धन संपदा कमाकर खुले हाथों से लुटा रहे हैं। अब सीबीआई इस लूट में हिस्सेदारी करने वाले की खोज खबर ले रहे हैं। पहली बार सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पुलिस के आला अफ़सरों से लेकर नीचे तक के अमले पर एक साथ छापामारी करके भविष्य के संकेत दे दिए हैं।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर की तलाशी पहले भी हो चुकी है और अब फिर से हो रही है। सेवानिवृत्त आईएएस अनिल टूटेजा के घर की तलाशी इतनी बार हो चुकी है कि उनके परिवार के लोग कहते होंगे –
इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार
दीवारों दर को गौर से पहचान लीजिए।
महादेव एप और इसकी यात्रा इसके इतिहास के अब तक के कितने पड़ाव हैं, थोड़ी पड़ताल कर लेते हैं।
महादेव सट्टा एप एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म था। जो अवैध जुआ और खेलों पर सट्टेबाजी की सुविधा देता था, जिसे दुबई से सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल द्वारा संचालित किया जा रहा था। यह प्रतिदिन 200 करोड़ कमाई करता था और फ्रेंचाइज़ी मॉडल के माध्यम संचालित इस एप में उपयोगकर्ताओं को नामांकित करना, आईडी बनाना और बेनामी खातों के माध्यम से धन शोधन शामिल था। ऐसा नहीं है कि सट्टा खिलाने का यह कोई पहला एप है। हमारे देश में इस तरह के बहुत से एप हैं। कुछ प्रतिबंधित हुए कुछ अलग-अलग नाम से जारी है। हमारा कानून बहुत लचीला है। जनता इतनी भोली है कि वो ब्रांडेड शराब को भी सोडा और पानी के विज्ञापन के जरिए स्वीकार कर लेती है। समझने वाले समझ जाते हैं और जो ना समझें वो अनाड़ी हैं।
भारत सरकार ने 232 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है, जिसमें परिमैच, फेयरप्ले, 1 एक्स बेट, लोटस 365, डाफाबेट और बेटवेसट्टा जैसे ऐप्स शामिल हैं। महादेव एप के मामले में अब तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 14 आरोपियों, जिसमें प्रोमोटर भी शामिल हैं, के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। अपराध की आय 41 करोड़ और बाद में 388 करोड़ की जब्त की गई है। रवि उप्पल को दुबई में गिरफ्तार किया गया पर उसके दीदार अभी सार्वजनिक नहीं हुए। छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवकों को स्टार्टअप के लिए ऐसे जूस निकालने वालों का बेसब्री से इंतजार है।
महादेव सट्टा एप की शुरुआत दुर्ग से सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल द्वारा की गई थी अब यह अंतरराष्ट्रीय होकर दुबई से संचालित होता है।
महादेव सट्टा एप का मामला भारत में एक उच्च प्रोफ़ाइल घोटाला है। जिसकी जड़ें छत्तीसगढ़ से हैं। यह एप पोकर, कार्ड गेम्स, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकेट जैसे विभिन्न खेलों पर सट्टेबाजी की सुविधा देता था इसके संचालन का मॉडल फ्रेंचाइज़ी आधारित था, जिसमें सहयोगियों को 70-30 के लाभ अनुपात पर पैनल/शाखाएं दी गईं। ईडी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यूएई स्थित प्रोमोटरों से 508 करोड़ की रिश्वत मिली, जो इस मामले को और विवादास्पद बनाता है। अब ईडी भूपेश बघेल के यहां तलाशी लेकर इसके सबूत तलाश रही है।
ईडी ने 21 अक्टूबर 2023 को पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें 14 आरोपियों, जिसमें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल शामिल हैं, के नाम थे। ईडी ने अपराध की आय 41 करोड़ की प्रारंभिक रूप से और बाद में 5 दिसंबर 2024 को 388 करोड़ की जब्त की गई।
सीबीआई ने जनवरी 2025 में छत्तीसगढ़ ईओडब्ल्यू से जांच संभाली और छापों में मुंबई में 7 हवाला किंगपिन्स की पहचान की गई, जो धन शोधन में शामिल थे। संपत्तियों की जब्ती में 2,295.61 करोड़ की संपत्तियां फ्रीज, अटैच या जब्त की गईं। इसके अलावा, विशेष जांच टीम ने अभिनेता साहिल खान को गिरफ्तार किया, जो कथित तौर पर शामिल था। बॉलीवुड हस्तियों जैसे रणबीर कपूर, कपिल शर्मा, हूमा कुरैशी, हिना खान और श्रद्धा कपूर से प्रचार गतिविधियों के लिए पूछताछ की गई। महादेव सट्टा एप से जुड़े सौरभ चंद्राकर की दुबई में शानदार शादी, जिसमें हवाला संचालन यूएई और पाकिस्तान में सामने आए, और ‘खेलोयारÓ एप के लिए दाऊद इब्राहिम के भाई मुश्ताकीम इब्राहिम कास्कर के साथ साझेदारी की बात भी सामने आई है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा ने महादेव सट्टा एप में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की हिस्सेदारी का आरोप लगाया था। वहीं भाजपा सत्ता में आने के सवा साल बाद भी इसके मैन कलपिटों को नहीं पकड़ पा रही है।
बहुत बार छत्तीसगढ़ पुलिस की संलिप्तता की बातें महादेव सट्टा एप में होती रही। अब जब सीबीआई ने एक साथ कई ठिकानों पर छापामारी की है तो एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल आ गया है और आये भी क्यों न सीबीआई ने राजनेताओं के अलावा इस बार छत्तीसगढ़ पुलिस के 2 आईजी 2 एसपी और 2 एडिशनल एसपी के घर भी रेड मारा है। सीबीआई की कार्रवाई को लोग भगवान शंकर यानी महादेव के तांडव के रूप में देख रहे हैं।
सीबीआई की टीम ने छत्तीसगढ़ में कई ठिकानों में दबिश दी। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेष बघेल, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, विनोद वर्मा समेत पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा, आईजी आनंद छाबड़ा, आईजी आरिफ शेख, एएसपी संजय ध्रुव, बघेल सरकार में प्रभावशाली अधिकारी रहे एएसपी अभिषेक महेश्वरी, भूपेश बघेल के ओएसडी रहे मनीष बंछोर और आशीष वर्मा के ठिकानों पर सीबीआई ने रेड मारी है। इसके अलावा भूपेश बघेल की उपसचिव रही सौम्या चौरसिया के ठिकाने में भी सीबीआई ने दबिश दी है।
सीबीआई की इस कार्रवाई पर प्रदेश में फिर से सियासी भूचाल आ गया है। भाजपा और कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप के तीर चलने लगे हैं। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के कार्यालय ने एक पोस्ट भी जारी किया है। जिसमें लिखा-अब सीबीआई आई है। अहमदाबाद में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ड्राफ्टिंग कमेटी की मीटिंग के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। उससे पूर्व ही सीबीआई रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है।
सीबीआई की इस कार्रवाई पर पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी इसे बदले की कार्रवाई बताई उन्होने कहा कि न कांग्रेस झुकेगी, न रुकेगी। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने छापेमारी को लोकतंत्र के लिए बेहद ही खतरनाक कदम करार दिया. इन सबके बीच स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस के नेताओं को सीबीआई की जाँच में सहयोग करने की सलाह दी है।
डॉ. चरणदास महंत ने एक्स पर किए अपने पोस्ट में कहा कि ईडी, सीबीआई, आईटी केंद्रीय एजेंसियों का भाजपा सरकार लगातार विपक्ष के खिलाफ उपयोग कर रही है। यह लोकतंत्र के लिए बेहद ही खतरनाक कदम है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस नेताओं के घर सीबीआई की रेड का कांग्रेस ने विरोध किया है। केंद्रीय एजेंसी की जांच के खिलाफ प्रदेश भर में कांग्रेस गुरूवार का बड़ा प्रदर्र्शन करने जा रही है। जिसके अंतर्गत सीबीआई जांच के विरोध में कांग्रेस प्रदेश के सभी जिलों में केंद्र और राज्य सरकार का पुतला दहन करेगी। महादेव सट्टा एप घोटाले की जांच में आज छत्तीसगढ़, भोपाल (मप्र), कोलकाता और दिल्ली में 60 स्थानों पर छापेमारी की है इनमें संदेह के दायरे में आए राजनेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों और प्रमुख पदाधिकारियों से जुड़े परिसर शामिल हैं।
महादेव सट्टा एप के जरिए एक बार फिर छत्तीसगढ़ देश में सुर्खियां बटोर रहा है। अब देखना होगा कि सीबीआई को इस छापे में क्या मिला। सीबीआई की कार्यवाही जब होगी तब होगी किन्तु फिलवक्त छत्तीसगढ़ की राजनीति में अचानक से उबाल आ गया है।