-सुभाष मिश्र
हर युद्ध का अंत शांति समझौता है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी नई पारी में विश्व में शांति दूत की भूमिका में नजर आना चाहते हैं। उन्होंने यूक्रेन और रूस के बीच लंबे समय से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की पहल की। उन्होंने अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात करके युद्ध रोकने के लिए चर्चा की। दोनों राष्ट्रपति की ज्वाइंट प्रेस कान्फ्रेंस, आपसी मतभेद के कारण रद्द कर दी गई। दोनों के बीच काफी तीखी बहस हुई। दोनों देशों के राष्ट्रपति के बीच हुई तू-तू मैं-मैं के बाद यूरोपियन देशों का रूख क्या होगा यह भी विचारणीय है। अपने और अपने देश के स्वाभिमान की रक्षा करने के लिए बहुत सारे लोग जेलेंस्की की तारीफ कर रहे हैं। 50 मिनट की चर्चा में से जो 10 मिनट का वीडियो वायरल हुआ उसको लेकर काफी चर्चाएं हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जेलेंस्की को कामेडियन और डिक्टेटर बताया वहीं उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को आतंकवादी बताने पर जेलेंस्की की आलोचना की। जेलेंस्की के सूट नहीं पहन कर आने पर भी तंज कसे गए। पूरी दुनिया इस समय इस बात पर नजर लगाए बैठी है कि जो यूक्रेन अमेरिका पर निर्भर है वह क्या यूरोपियन देशों के साथ मिलकर अमेरिका से मुकाबला कर पाएगा या फिर अमेरिका के सामने नतमस्तक होगा। कुछ लोग इसे एक व्यापारिक रणनीति के रूप में देख रहे हैं जिसमें हथियार और युद्ध के पीछे का खेल तथा खनिज संपदा को हासिल करने की चाहत है।
इस बहस के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेस्की का बयान आया है जिसमें उन्होंने समर्थन के लिए यूएस का धन्यवाद करते हुये कहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन को रोकना जरूरी है। उन्होंने खनिज सौदे से पहले सुरक्षा की गारंटी दी जाने की बात कही। दोनों राष्ट्रपति के बीच जिस तरह की बहस हुई वह इतिहास की पहली घटना है। अमेरिका जो यूक्रेन को युद्ध में मदद कर रहा था, उसे उसके देश में ही गरियाना और शांति प्रस्ताव को ठुकराने की घटना की पूरे अमेरिका सहित पूरी दुनिया में निंदा हो रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उपराराष्ट्रपति जेडी वेंस और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार रात व्हाइट हाउस में तीखी बहस हो गई। इस दौरान ट्रम्प-वेंस और जेलेंस्की एक-दूसरे की तरफ उंगली दिखाते नजर आए। ट्रम्प ने कई बार जेलेंस्की को फटकार भी लगाई। उन्होंने जेलेंस्की से कहा कि वो तीसरा विश्वयुद्ध कराने का जुआ खेल रहे हैं। व्हाइट हाउस के इतिहास में ऐसा पहली हुआ कि जब दो राष्ट्राध्यक्ष की चर्चा इतने तनाव भरे माहौल में हुई। दोनों नेताओं की बातचीत पूरी नहीं हो पाई। अमेरिका-यूक्रेन के बीच मिनरल्स को लेकर डील होनी थी।
दोनों राष्ट्रपति व्हाइट हाउस के ओवल हाउस पहुंचे। यहां मीडिया की मौजूदगी में बातचीत शुरू हुई। ट्रम्प बोले-अगर वे और जेलेंस्की मिलकर रूस और यूक्रेन के बीच जंग को रोक देंगे तो ये बहुत अच्छा होगा, इसके तुरंत बाद जेलेंस्की ने ट्रम्प को जंग की तस्वीरें दिखानी शुरू कर दीं। जेलेंस्की ने कहा कि शांति की डील में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। ट्रम्प ने कहा कि हम चाहते हैं ये जंग जल्द से जल्द खत्म हो जाए। उम्मीद है कि हमें ज्यादा सेना नहीं भेजनी पड़ेगी। मैं खनिज समझौते की सराहना करता हूं, क्योंकि हमें उसकी जरूरत थी। हमारे देश के साथ अब उचित व्यवहार किया जा रहा है।
ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, आज व्हाइट हाउस में हमारी बहुत अहम बैठक हुई। हमने ऐसी बातें जानीं, जो दबाव भरी चर्चा के बिना कभी समझ में नहीं आतीं। कितनी हैरानी की बात है कि भावनाओं के बीच क्या-क्या सामने आता है। मुझे यह समझ आया है कि अगर अमेरिका शांति लाने की कोशिश करता रहा, तो राष्ट्रपति जेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं होंगे, क्योंकि उन्हें लगता है कि हमारी भागीदारी उन्हें बातचीत में बड़ा फायदा देती है। मैं कोई फायदा नहीं चाहता, मैं शांति चाहता हूं। जेलेंस्की ने अमेरिका के सम्मानित ओवल ऑफिस में ही अमेरिका का अपमान किया। वे तब वापस आ सकते हैं, जब वास्तव में शांति के लिए तैयार हों।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिकी यात्रा के बाद शनिवार को ब्रिटेन पहुंचे। ट्रंप से हुई तीखी बहस के बाद अब जेलेंस्की ने एक नया ट्वीट किया है, जिसमें उनके सुर बदले नजर आ रहे हैं। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा कि हम सभी तरह के समर्थन के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के बहुत आभारी हैं। मैं राष्ट्रपति ट्रंप, कांग्रेस और अमेरिकी लोगों के द्विदलीय समर्थन के लिए भी उनका आभारी हूं। यूक्रेन के लोगों ने हमेशा इस समर्थन की सराहना की है, खासकर इन तीन वर्षों के आक्रमण के दौरान।
जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका की मदद हमारे अस्तित्व को बचाने में महत्वपूर्ण रही है और मैं इसे स्वीकार करना चाहता हूं। कठिन वार्ता के बावजूद, हम रणनीतिक साझेदार बने हुए हैं। लेकिन हमें अपने साझा लक्ष्यों को सही मायने में समझने के लिए एक-दूसरे के साथ ईमानदार और सीधे रहने की जरूरत है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमारे लिए राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन पाना बहुत जरूरी है। वह युद्ध को खत्म करना चाहते हैं। हमसे अधिक कोई शांति नहीं चाहता। यह हमारी आजादी और हमारे अस्तित्व की लड़ाई है। जैसा कि राष्ट्रपति रीगन ने एक बार कहा था, शांति का मतलब सिर्फ युद्ध की अनुपस्थिति नहीं है। हम न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की बात कर रहे हैं। सभी के लिए स्वतंत्रता, न्याय और मानवाधिकार। पुतिन के साथ युद्धविराम काम नहीं करेगा। उन्होंने पिछले दस सालों में 25 बार युद्धविराम तोड़ा है। वास्तविक शांति ही एकमात्र समाधान है।
जेलेंस्की ने कहा कि हम खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं और यह सुरक्षा गारंटी की दिशा में पहला कदम होगा, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। हमें इससे भी ज्यादा की जरूरत है। सुरक्षा गारंटी के बिना युद्ध विराम यूक्रेन के लिए खतरनाक है। हम तीन साल से लड़ रहे हैं और यूक्रेनी लोगों को यह जानने की जरूरत है कि अमेरिका हमारे पक्ष में है। मैं रूस पर यूक्रेन की स्थिति नहीं बदल सकता। रूसी हमें मार रहे हैं। रूस दुश्मन है और यही सच्चाई है जिसका हम सामना कर रहे हैं। यूक्रेन शांति चाहता है, लेकिन यह एक न्यायपूर्ण और स्थायी शांति होनी चाहिए। इसके लिए हमें बातचीत की मेज पर मजबूत होना चाहिए। शांति तभी आ सकती है जब हमें पता हो कि हमारे पास सुरक्षा की गारंटी है। जब हमारी सेना मजबूत है और हमारे साथी हमारे साथ हैं।
व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के बीच हाल ही में हुई तीखी बहस के बाद वैश्विक प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। इस घटना ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है, और विभिन्न देशों के नेताओं और अधिकारियों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं।
अमेरिकी प्रतिक्रिया: अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने इस बैठक की आलोचना की है। सीनेट डेमोक्रेट्स ने राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस पर रूस के प्रति पक्षपात का आरोप लगाया है। सीनेट अल्पसंख्यक नेता चक शूमर ने कहा कि ट्रंप और वेंस पुतिन का गंदा काम कर रहे हैं। सीनेट डेमोक्रेट्स आज़ादी और लोकतंत्र के लिए लडऩा कभी बंद नहीं करेंगे। नेब्रास्का के रिपब्लिकन प्रतिनिधि डॉन बेकन ने इस बैठक को अमेरिका की विदेश नीति के लिए बुरा दिन बताया है। एक अन्य प्रतिनिधि ने राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति वेंस को व्लादिमीर पुतिन का ‘सबसे बड़ा चमचाÓ कहा।
रूसी प्रतिक्रिया: रूस के अधिकारियों ने राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का मजाक उड़ाया है। रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने टिप्पणी की, ‘यह तो चमत्कार था कि इतनी तीखी बहस के बाद ट्रंप और वेंस ने किसी तरह की शारीरिक लड़ाई नहीं की।Ó पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने सोशल मीडिया पर ज़ेलेंस्की की आलोचना करते हुए उन्हें ‘कोकेन का क्लाउनÓ कहा।
यूक्रेनी प्रतिक्रिया: यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्री सिबिहा ने राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके पास सही बात कहने की हिम्मत है और वह यूक्रेन और स्थायी शांति के लिए खड़े हैं।
यूरोपीय प्रतिक्रिया: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, ‘रूस हमलावर है, और यूक्रेन के लोग हमले से पीडि़त हैं। हमें उन सभी का सम्मान करना चाहिए जो इस लड़ाई को शुरुआत से लड़ रहे हैं।Ó स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने कहा, ‘यूक्रेन, स्पेन आपके साथ खड़ा है।Ó जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्ज़ ने आश्वासन दिया, ‘यूक्रेन के लोगों से ज्यादा कोई और शांति नहीं चाहता है। इसलिए हमें साथ में स्थायी शांति स्थापित करने के तरीके खोजने होंगे।Ó इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और सहयोगियों के साथ एक सम्मेलन आयोजित करने की बात कही, जिसमें यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हो सके।
इस घटना के बाद, वैश्विक नेताओं के बीच यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए कूटनीतिक प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।