-सुभाष मिश्र
सेक्स बिकता है, यह जुमला पुराना हो गया है लेकिन इसका इस्तेमाल और असर पुराना नहीं हुआ है। एक आम धारणा यह रही है कि सेक्स को लेकर सिर्फ एशियाई देशों और खासकर भारत में ज्यादा उत्सुकता, छिपा हुआ उत्साह और पर्दादारी है। लेकिन ऐसा नहीं है, सेक्स वैश्विक मुद्दा है। अमेरिका जैसे अत्याधुनिक देश में इसके बारे में आम धारणा यह है कि वहां सेक्स को लेकर कोई टैबू या वर्जनाएं नहीं है, यह गलत है। तमाम आधुनिकता के बावजूद वहां भी सेक्स को लेकर एक निश्चित धारणाएं हैं। अवैध संबंधों को लेकर कानूनी मान्यताएं तो खैर अलग हैं लेकिन अमेरिका या यूरोपीय देशों में सेक्स और अवैध संबंधों को लेकर परंपरागत नैतिक अवधारणाएं अभी भी मान्य है। अमेरिका के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की के बीच अफेयर ने पूरे व्हाइट हाउस को हिलाकर रख दिया था। पूरी कोशिश करने के बावजूद बिल क्लिंटन दोबारा राष्ट्रपति नहीं बन पाए थे। एक अत्याधुनिक देश में नैतिकता का यह दबाव और आग्रह है। यह ऐसे देश की घटना है जहां प्रकट रूप में सेक्स को लेकर टैबू नहीं है लेकिन फिर भी ये लोग अपने नेतृत्व को या लीडिंग पर्सन को चरित्र के संदर्भ में बहुत पाक-साफ देखना चाहते हैं। शुरुआती दौर में तो भारत में इस तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। यही कारण है कि नेहरू और एडविना प्रसंग भी सामान्य जन में लगभग अनदेखा रहा। लेकिन सदी के अंतिम दशक में राजनीति को इसमें संभावना नजर आई। उन्हें लगा कि जब अमेरिका की राजनीति में नैतिकता इतना बड़ा मुद्दा है तो भारत जो अपनी संपूर्ण भारतीय संस्कृति को चरित्र, नैतिकता और आदर्श के पाठ में देखता समझता है, यहां तो इसे राजनीतिज्ञ का सम्पूर्ण कैरियर नष्ट करने का जरिया बनाया जा सकता है। भारत में तो धर्म और संस्कृति जन-जन में आस्था के केंद्र में है। फिर सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारतीय राजनीति में तो अवैध संबंधों की कभी कोई कमी रही नहीं है। अनेक राजनीतिज्ञों का उभरता कैरियर, स्थापित कैरियर और अनेक महत्वाकांक्षाएं ऐसे ही काण्ड की अग्नि में स्वाहा हो गई। अब नई सदी के डिजिटल युग में राजनीति ही नहीं बल्कि औद्योगिक घरानों की प्रतिस्पर्धा में भी यह हथियार की तरह काम में लाया जाने लगा है। अब सेक्स सीडी, फेक न्यूज़, फेक वीडियो एआई के जरिये-हू-ब-हू आवाज़ वाली वीडियो जो आपकी आँखों में धूल झोंककर सत्य प्रतीत होते हैं, आये दिन वायरल होते रहते हैं।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में विधानसभा चुनाव-2018 के पहले कद्दावर मंत्री राजेश मूणत की एक सेक्स सीडी वायरल हुई थी। राजनेताओं और मीडिया की कथित संलिप्तता से तैयार इस सेक्स सीडी ने छत्तीसगढ़ सहित देश की राजनीति में भूचाल ला दिया था। चाल, चरित्र और चेहरे के साथ राजनीतिक शुचिता की बात करने वाली भाजपा को कठघरे में खड़े में करने की कवायद के साथ एक राजनेता का भविष्य भी चौपट करने की कोशिश के तहत इसे देखा गया। 8 साल बाद कोर्ट में सुनवाई की वजह से एक बार या यूं कहें कि बोतल में बंद सेक्स सीडी कांड का जिन्न अब बाहर आ गया है।
छत्तीसगढ़ का बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड एक बार फिर चर्चा में है। 27 अक्टूबर 2017 को तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत के चेहरे को अश्लील वीडियो में टेंपर कर जारी करने का आरोप लगा था। आठ साल बाद इस सेक्स सीडी कांड का भूत फिर से जीवित हो गया है। रायपुर कोर्ट में सीडी कांड की सुनवाई फिर से शुरू हो गयी है। 2017 में छत्तीसगढ़ में एक अश्लील सीडी तेजी से वायरल हुई। जिसमें तत्कालीन रमन सरकार के एक मंत्री राजेश मूणत का नाम सामने आया था। बाद में इस मामले में दिल्ली से पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी हुई थी। बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं पर कथित सेक्स सीडी बांटने का आरोप लगाया था। सीडी कांड में आरोपी विनोद वर्मा के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ रायपुर में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, व्यवसायी विजय भाटिया, कैलाश मुरारका और रिंकू खनूजा समेत कुछ अन्य लोगों को भी सीबीआई ने आरोपी बनाया है। इससे पहले 2019 में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ चल रहे कथित सेक्स सीडी कांड में सुप्रीम कोर्ट ने जारी सुनवाई पर स्टे लगा दिया था। छत्तीसगढ़ के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी भाजपा नेता कैलाश मुरारका के इशारों पर तैयार की गई थी। सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि छबि खराब करने के लिए अश्लील क्लिप से छेड़छाड़ कर राजेश मूणत का चेहरा लगाया गया था। छत्तीसगढ़ भाजपा ने मंत्री की कथित सेक्स सीडी मामले में आरोपी कैलाश मुरारका को पार्टी से निष्कासित कर दिया। तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया था। इस कांड के बाद 2018 में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई। किन्तु 2023 के चुनाव में फिर से भाजपा की सत्ता पर वापसी हुई जो राजेश मूणत 2018 में चुनाव हार गये थे 2023 में वे फिर से विधायक चुने गए।
सेक्स से जुड़े मामलों को उजागर करने की बात करें तो हमें देश में सबसे पहले घटित घटना का जिसमें देश के सबसे बड़े दलित नेता जगजीवन राय के बेटे सुरेश राम सेक्स स्कैंडल (1978) याद आता है। सुरेश राम, जो तत्कालीन रक्षा मंत्री बाबू जगजीवन राम के पुत्र थे, का नाम एक सेक्स स्कैंडल में सामने आया। ‘सूर्याÓ मैगजीन, जिसे मेनका गांधी संपादित करती थीं, ने उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें प्रकाशित कीं। इस घटना ने बाबू जगजीवन राम की प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं को प्रभावित किया। भाजपा की अंदरूनी राजनीति के चलते आरएसएस से जुड़े बड़े पदाधिकारी संजय जोशी का कैरियर चौपट कर दिया गया। 2001 से 2005 तक संजय जोशी ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) के रूप में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पार्टी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2005 में एक कथित सीडी विवाद के बाद, उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कुछ समय के लिए सक्रिय राजनीति से दूर रहे। बाद में नितिन गडकरी के अध्यक्ष बनने पर उनकी पार्टी में वापसी हुई और उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रभारी बनाया गया। हालांकि, नरेंद्र मोदी के साथ मतभेदों के कारण, 2012 में उन्होंने फिर से पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता और देश की राजनीति में दखल रखने वाले नारायण दत्त तिवारी जो उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे उनका नाम एक सेक्स स्कैंडल में सामने आया था, जिसमें एक वीडियो क्लिप वायरल हुई थी।
कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी की एक कथित सेक्स सीडी 2012 में सामने आई जिसमें वे एक महिला वकील के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दिए। इस घटना के बाद सिंघवी ने कांग्रेस के प्रवक्ता पद और संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते और जनता दल (सेक्युलर) के नेता प्रज्वल रेवन्ना का नाम एक सेक्स स्कैंडल में सामने आया, जिसमें उन पर यौन शोषण के आरोप लगे। इससे सेलिब्रिटी भी अधूरे नहीं रहे।
फोटोग्राफ, वीडियो, सीडी, ऑडियो के बाद बदलती टेक्नोलॉजी का उपयोग डीपफेक तकनीक से सेलिब्रिटीज़ को निशाना बनाया गया है जिससे उनकी छवि और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उनकी छवि का दुरुपयोग किया गया था। सोशल एक्टीविस्ट अभिनेता सोनू सूद का एक डीपफेक वीडियो सामने आया, जिसमें एक व्यक्ति ने उनकी नकली वीडियो बनाकर जरूरतमंद लोगों से पैसे ऐंठने की कोशिश की। ‘साथ निभाना साथिया फेम अभिनेत्री रूपल पटेल का एआई-जनरेटेड डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे देखकर वह स्वयं भी हैरान रह गईं। हॉलीवुड अभिनेत्री स्कारलेट जोहानसन का एक अनधिकृत डीपफेक वीडियो एक विज्ञापन में उपयोग किया गया, जिसके लिए उन्होंने कोई सहमति नहीं दी थी। बाल कलाकार के रूप में प्रसिद्धि पाने वाली अभिनेत्री श्वेता बसु प्रसाद का नाम एक सेक्स रैकेट में सामने आया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
आधुनिक तकनीक, प्रतिस्पर्धा और बाजार ताकतों ने सेक्स को एक हथियार की तरह इस्तेमाल करके इसके जरिए ब्लेकमेलिंग करने लोगों की छबि धूमिल करने का काम योजनाबद्ध तरीके से शुरू कर दिया है। आर्थिक, सामाजिक और चारित्रिक नुकसान पहुंचाने के लिए बहुत सारे लोग व्यक्तिगत निजता का उल्लंघन कर लोगों की सेक्स लाईफ, पर्सनल और प्रोफेशनल लाईफ को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह सतर्क और सजग रहने का समय है।