:अमित वाखरिया:
गरियाबंद: गुरुनानक जयंती के अवसर पर गुरुद्वारे में शबद-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर लंगर में भी लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिसमें सभी धर्म और वर्ग के लोगों ने मिलकर प्रसाद ग्रहण किया

गुरुद्वारे में शबद-कीर्तन
- गुरुद्वारे में सुबह से ही शबद-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
- कीर्तन में गुरु नानक देव जी के उपदेशों और उनकी शिक्षाओं का वर्णन किया गया।
रंगोली और सजावट
- गुरुद्वारे के बाहर रंगोली बनाई गई, जिसमें गुरु नानक देव जी के उपदेशों और उनकी शिक्षाओं को दर्शाया गया।
- गुरुद्वारे को फूलों और रंगीन लाइटों से सजाया गया, जिससे वह आकर्षक और भव्य दिखाई दिया।
लंगर का आयोजन
- लंगर में सभी धर्म और वर्ग के लोगों ने मिलकर प्रसाद ग्रहण किया।
- लंगर में कड़ा प्रसाद, दाल, सब्जी, रोटी और खीर परोसी गई।
- लंगर का आयोजन गुरु नानक देव जी की सेवा और समानता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए किया गया।

अरदास और पूजा
- गुरुद्वारे में अरदास और पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव जी की आराधना की।
- अरदास में गुरु नानक देव जी के उपदेशों और उनकी शिक्षाओं का वर्णन किया गया।
शांति, सद्भाव और भाईचारे का संदेश
- गुरुनानक जयंती के अवसर पर गरियाबंद में शांति, सद्भाव और भाईचारे का संदेश प्रसारित हुआ।
- श्रद्धालुओं में पूरे दिन उत्साह और भक्ति की भावना देखने को मिली। इस कार्यक्रम में सुरजीत कुकरेजा श्रीराम मखीजा बलदेव सिंह हुंदल जयदीप सिंह कुकरेजा गुरनूर कुकरेजा पूनम रोहरा परमजीत कौर कुकरेजा सेजल रोहरा शम्मी कुकरेजा भूमिका रोहरा अर्जुन रोहरा सिख समुदाय एवं सिंधी समाज के लोग उपस्थित थे
