-सुभाष मिश्र
छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार सुशासन वाली सरकार के नाम से जानी जाती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सीधे, सरल सौम्य और शांत छवि जैसे एक जनजाति समूह के व्यक्ति की अमूमन होती है, वैसी है। उनके लिए आप कह सकते हैं ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर। उनके नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ की सरकार तीन चरण वाला सुशासन तिहार मना रही है। तीसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है। इस सुशासन तिहार—2025 का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करना, शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना तथा विकास कार्यों में गति लाने के साथ ही आम जनता, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों से सीधा संवाद स्थापित करना है। छत्तीसगढ़ में सरकार के सुशासन तिहार में अब तक 33 जिलों से 40 लाख समस्याएं आई हैं। इन समस्याओं का निराकरण भी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 5 मई सोमवार को सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत अचानक सक्ती जिले के ग्राम करिगांव पहुंचे। उन्होंने गांव में पीपल के पेड़ के नीचे खाट पर बैठकर चौपाल लगाई और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सरकार की योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली और उनकी समस्याएं, मांगें तथा शिकायतें सुनीं।
चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने नोनी मैया दाई मंदिर के सौंदर्यीकरण की घोषणा की। साथ ही ग्रामीणों की शिकायत पर पटवारी को सप्ताह में एक दिन गांव में बैठकर राजस्व मामलों का निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने नया ग्राम पंचायत भवन निर्माण की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण में पूरी सरकार गांव में है। मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारी मेरे साथ हैं। हम गांव-गांव जाकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के तहत चलाई जा रही योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे। मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषक उन्नति योजना, पीडीएस और आयुष्मान भारत योजना जैसे कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर करीगांव के महिलाओं ने उनकी आरती की, हल्दी चावल का तिलक लगाकर और कमल का फूल देकर स्वागत किया। कोरबा जिले में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समाधान शिविर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर ग्रामीणों में खुशियों का माहौल बना दिया। चिलचिलाती धूप की परवाह किए बगैर मुख्यमंत्री साय ने समाधान शिविर में जहाँ ग्रामीणों से संवाद किया वहीं मुख्यमंत्री ने समाधान पेटी में डाले गए आवेदनों की निराकरण की स्थिति भी जानी। उन्होंने सुशासन तिहार की सार्थकता को बताते हुए ग्रामीणों से उनके गाँव और गाँव की समस्या के बारे में जानकारी ली और कहा कि आज सुशासन तिहार के माध्यम से छत्तीसगढ़ की सरकार आपके गाँव में आई है। इसके माध्यम से सरकार योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति भी जान रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी आपके सेवक है और सुशासन तिहार की इस अवधि में प्रदेश में बिना किसी को बताए किसी भी स्थान पर जाएंगे और वस्तुस्थिति की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि सेवा के लिए हैं और जो भी समस्या है उसे चि_ी लिखकर जरूर बताएं। सरकार तत्पर है,आपकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी के आशीर्वाद से हमारी सरकार बनी और डेढ़ वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस अवधि में हमारी सरकार ने मोदी की गारंटी के तहत किए गए हर वादे को पूरा किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 24 अप्रैल से ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र प्रारंभ की है। इस योजना से सभी ग्राम पंचायत जुड़ेंगे और ग्रामीणों को गाँव में ही बैंक जैसी सुविधाएं उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के साथ कार्यवाही भी कर रही है। डीएमएफ की राशि का दुरुपयोग करने वालों पर भी कार्यवाही की गई। उन्होंने बताया कि जमीन की रजिस्ट्री के साथ सरकार ने नामांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ की है। इससे कोई अधिकारी नामांतरण के नाम पर किसी को घुमा नहीं पायेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि लाखों पीएम आवास की स्वीकृति प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी गरीबों को पक्का आवास देना चाहते हैं। अब पीएम आवास के लिए नियमों को शिथिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बहुत पैसा दिया। यह डबल इंजन की सरकार है। पैसों की कोई कमी नहीं है।
सीएम विष्णुदेव साय ने समाधान शिविर में पीएम आवास योजना में किसी प्रकार के लेन-देन (रिश्वतखोरी) होने पर जिले के कलेक्टर पर गाज गिरने की बात कही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी प्रकार की लेन-देन की शिकायत मिलने पर अब सीधे कलेक्टर को सस्पेंड किया जाएगा। वहीं जल जीवन मिशन को लेकर भी सीएम साय ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बिना जलस्त्रोत जाने कई जगहों पर पानी की टंकी लगा दी। हमारी सरकार इनका सुधार कर रही है। इसके बाद हर घर पानी पहुंचेगा।
सुशासन तिहार के तहत संवाद से समाधान की भावना के साथ आकस्मिक दौरे पर जांजगीर पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जिलेवासियों को 142 वर्षों बाद एक ऐतिहासिक सौगात दी। उन्होंने नवनिर्मित तहसील कार्यालय भवन का लोकार्पण किया। अंग्रेजी शासन काल में वर्ष 1883 में बना पुराना तहसील भवन अब इतिहास बन गया है और उसकी जगह 4 करोड़ 21 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नया भवन जनता को समर्पित किया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार का सुशासन तिहार जैसे प्रयास जनता की समस्याओं को सुनने और समाधान की दिशा में कदम उठाने का एक सकारात्मक प्रयास है। शिविरों, समाधान पेटी और फीडबैक जैसे कदम जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करते हैं जो लोकतांत्रिक शासन में महत्वपूर्ण है। हालांकि, इन प्रयासों की प्रभावशीलता कई कारकों पर निर्भर करती है। सुशासन तिहार जैसे प्रयास जनता में सरकार के प्रति विश्वास जगाने और तात्कालिक समाधान के लिए उपयोगी है लेकिन इनकी सफलता सरकारी मशीनरी की कार्यसंस्कृति, जवाबदेही और दीर्घकालिक सुधारों पर निर्भर करती है। यदि सिटीजन चार्टर जैसे मौजूदा तंत्र को मजबूत किया जाए, कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ाई जाए और शिकायत निवारण का पारदर्शी तंत्र बनाया जाए तो ऐसे आयोजनों की जरूरत कम होगी और सुशासन का लक्ष्य अधिक प्रभावी ढंग से प्राप्त होगा।