-सुभाष मिश्रमशहूर शायर फैज अहमद फैज की इंकलाबी नज्म है
बोल कि लब आजाद है तेरे, बोल कि सच जिंदा है अब तक
बोल जो कुछ कहना है कह ले।
हिन्दी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार कवि गजानन म...
पिछले दिनों एक वीडियो खूब वायरल हुई थी जिसमें हेयरकट के बाद नाई से मसाज लेते हुए एक शख्स को लकवे का दौरा पड़ा और उसकी हालत गंभीर हो गई। हालांकि यह घटना सच नहीं थी लोगों को जागरूक क...