मेरे नाम से कोई 1 रुपए भी मांगे तो उसे थप्पड़ जड़ देना
रायगढ़। जिले में वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने नए एसपी कार्यालय के लिए भूमिपूजन किया। इस दौरान ओपी ने कहा कि अगर कोई मेरे नाम से 1 रुपए भी मांगे, तो उसे थप्पड़ जड़ देना। उसे कोई सजा दे देना। मंत्री ने कहा कि रायगढ़ में हर सप्ताह 2 से 3 कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जा रहा है। यह प्रक्रिया 5 साल तक हर सप्ताह जारी रहेगी। एसपी कार्यालय के नए भवन पर काम करने वाले सभी ठेकेदार, इंजीनियर पूरी लगन से काम करें और गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें।
ओपी ने कहा कि किसी भी जिले का कलेक्ट्रेट और एसपी भवन ऐतिहासिक धरोहर होता है। उन्होंने कहा कि इस भवन के लिए 2.5 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। जरूरत पडऩे पर प्रस्ताव दें, स्वीकृत राशि में संशोधन की जिम्मेदारी मेरी होगी।
पुराने कार्यालय में पुलिस संबंधित काम होता रहे
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि पुराना एसपी ऑफिस शहर के बीच में है। इसका उपयोग पुलिस संबंधी कार्यों के लिए भी होना चाहिए। उस बिल्डिंग का भी सही उपयोग होना चाहिए। कोर्ट, कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफिस एक साथ होंगे तो यहां आने वाले आम लोगों को भी इसकी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कलेक्टर कार्तिकेय गोयल से कहा कि अगर कंपोजिट बिल्डिंग की जरूरत है तो प्रस्ताव बनाकर भेजें, उस पर काम आगे बढ़ाएंगे। पांच साल में रायगढ़ को आगे ले जाने का पूरा प्रयास करेंगे।
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नालंदा परिसर का जिक्र
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि चुनाव से पहले जब रायगढ़ के विकास का दस्तावेज तैयार हुआ था, तो उसमें उन्होंने नालंदा कैंपस की बात कही थी। रायपुर में बने कैंपस को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली। छत्तीसगढ़ के बच्चों को लाइब्रेरी की सुविधा मिले। इसके लिए राज्य में 22 अलग-अलग जगहों पर नालंदा कैंपस बनाया जाएगा। इसे तीन तरह के मॉडल से बनाया जाएगा। रायगढ़ के लिए नालंदा कैंपस पर 27 करोड़ की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि अगर रायगढ़ में इतनी बड़ी रकम का भवन बनता, तो उन पर आरोप लग सकते थे, इसलिए यहां नालंदा कैंपस को बिना सरकारी बजट का इस्तेमाल किए एनटीपीसी से मंजूरी दिलाई गई है। जल्द ही टेंडर होगा और एक-दो साल में यह बनकर तैयार हो जाएगा।
ढाई करोड़ की लागत से बनेगा एसपी कार्यालय
भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान एसपी दिव्यांग पटेल ने कहा कि यहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय का नया भवन करीब ढाई करोड़ की लागत से बनेगा। यह भवन न्यायालय और कलेक्ट्रेट के नजदीक होगा। इससे आम लोगों को लाभ मिलेगा। अन्य जिलों में भी ऐसी ही व्यवस्था है और लोग लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। इसलिए इस स्थान का चयन किया गया है।