एफआईआर :अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को साथ लेकर फर्जी दस्तावेज बनाकर बेची पूर्व पति की जमीन

एफआईआर

रायपुर। रायपुर से लगे डोमा ग्राम की अपने पूर्व पति की पारिवारिक जमीन को अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को साफ लेकर दस्तावेजों में हेरफेर करके बेचने वाली महिला सुलताना बेगम और उसके साथ इस 420 के कृत्य में शामिल फैजल शहिद, खलील अहमद निजामी, अब्दुल जुनैद सिद्दीकी जिन पर पूर्व से ही अपराधिक प्रकरण दर्ज है, को उनके साथी अब्दुल जुनैद सिद्दीकी, जीशान सिद्दीकी, मोहम्मद फारुख और अन्य लोगों की मिलीभगत से पखारी रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने वाली सुलताना बेगम और उसके सहयोगियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318, (4) 338, 336 (3), 340 (2), 61 (2) 3(5) के तहत सेजबहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस संबंध में अपने परिवार की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने वाले निहाजुद्दीन ने प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि उनके छोटे भाई की तलाकशुदा बीबी सुलताना बेगम ने फर्जी दस्तावेज बनाकर पूर्व पति शाहिद मुनीर के परिवार की संपत्ति को अपने साथियों के साथ फर्जी दस्तावेज बनाकर कीमती जमीन को अपने नाम पर कर दिया। इसके बाद उस जमीन को बेच दिया। खरीदने वाले ने नामांतरण के लिए इश्तेहार प्रकाशित कराया, तब इसका खुलासा हुआ। इस प्रकरण की जानकारी होने पर परिवार के जमीन के असली मालिकों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। खलील अहमद निजामी आदतन अपराधि है चिचोला जिला राजनांदगांव थाने में उसके उपर 6 एफआईआर दर्ज है और उत्तरप्रदेश में उसके उपर एफआईआर दर्ज खलील मूलत: उत्तरप्रदेश के हमीरपुर मौदा का रहने वाला है। इसी तरह अब्दुल जुनैद सिद्दीकी और उसके साथ संगठित तौर पर जमीन के फर्जीवाड़ा का गौंग संचालित करते हैं जुनैद के खिलाफ रायपुर के सिटीकोटवाली में बलात्कार का अपराध दर्ज है और अभी वह अग्रिम जमानत पर है। पुलिस के मुताबिक मिन्हाजुद्दीन और उनके भाई शाहिद मुनीर व अन्य के नाम से ग्राम डोमा में कुल 0.1120 हेक्टेयर जमीन है। शाहिद मुनीर की सुलताना बेगम से 1992 में शादी हुई थी। इसके बाद 1995 में उनका तलाक हो गया था। उस समय एक बेटा फैजल शाहिद था। तलाक के चार साल बाद सुलताना ने भिलाई के दूसरे व्यक्ति से शादी कर ली। दूसरी ओर शाहिद अधिकांश समय धार्मिक स्थल पर घूमने जाने लगा। उनका काफी दिनों तक कुछ पता नहीं चला।
पूर्व पत्नी सुलताना बेगम ने शाहिद से अपने तलाक को छुपाते हुए उनके सिविल डेथ की घोषणा और डोमा की संपत्ति की वारिस घोषित करने के लिए वाद दायर किया। इसमें सिविल डेथ की घोषणा की गई, लेकिन संपत्ति का वारिसान नहीं माना गया। बाद में सुलताना बेगम ने फैजल शाहिद, खलील अहमद निजामी, अब्दुल जुनैद सिद्दीकी, जीशान सिद्दीकी, मोहमद फारूख व अन्य के साथ मिलीभगत कर पटवारी रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया। सुलताना बेगम ने जमीन अपने नाम कराने के बाद सिमरनसिटी मठपुरैना निवासी मोती शेख को 15 लाख 12 हजार रुपए में बेच दिया। इसका खुलासा होने पर मिन्हाजुद्दीन ने सेजबहार थाने में शिकायत की। पुलिस ने मामले की जांच के बाद सुलताना बेगम, फैजल, खलील अहमद निजामी, अब्दुल जुनैद सिद्दीकी, जीशान सिद्दीकी, मोहमद फारूख व अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 318 (4),338,336 (3), 340(2), 61(2), 3(5) के तहत अपराध दर्ज किया है।
शिकायतकर्ता मिन्हाजुद्दीन ने बताया कि इसी तरह का मामला कोटा इलाके की हमारी पारिवारिक जमीन पर हुआ था। इस मामले में भी हमने सरस्वती नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कराया जिसके विवेचना के बाद संबंधितों पर प्रकरण दर्ज करा न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है, जहां से आरोपीगण जमानत पर है।

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