जशपुर(दिपेश रोहिला) । महिलाओं, बालिकाओं से उनकी भाषा में संवाद कर एसडीओपी बगीचा द्वारा विभिन्न विषयों की जानकारी दिया जा रहा है। विभिन्न ग्राम,स्कूलों एवं साप्ताहिक बाजार में “नोनी रक्षा रथ” पहुंची। बालिकाओं महिलाओं को सायबर अपराध, अभिव्यक्ति एप्प, अंधविष्वास, नशे के दुष्परिणाम, महिला संबंधी अपराध, गाज मारने से बचाव, सर्पदंश के उपचार के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। वहीं पोस्टर बांटते हुए युवाओं एवं ग्रामीणों को नशे के सामाजिक दुष्प्रभाव से अवगत कराते हुये नशे से दूर रहने अपील की जा रही है। इस दौरान टीम के सदस्यों ने “नोनी रक्षा रथ” एवं हेल्पलाईन नंबर 9479128400 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। आपको बता दें कि पुलिस जशपुर पुलिस कप्तान शशि मोहन सिंह द्वारा अपराध समीक्षा बैठक में सभी एसडीओपी एवं थाना प्रभारियों को आम जनता का विश्वास प्राप्त करने के लिये अपने-अपने क्षेत्र में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत लगातार कार्यक्रम कर जनता के मध्य जाकर उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका निराकरण करने हेतु कहा गया है। जिससे जनता से हमेशा जुड़े रहने से किसी भी प्रकार की घटना/संदेही के संबंध में सूचना तत्काल पुलिस को मिल जाती है एवं पुलिस का काम आसान हो जाता है।
सामुदायिक पुलिसिंग के तहत एसडीओपी बगीचा एवं नोनी रक्षा टीम की नोडल अधिकारी श्रीमती निमिषा पाण्डेय द्वारा विगत दिवस बगीचा थाना क्षेत्रांतर्गत खुड़िया रानी क्षेत्र, पण्डरापाठ क्षेत्र के विभिन्न स्कूल/छात्रावास एवं साप्ताहिक बाजार में जाकर उपस्थित आमजनों को “नोनी रक्षा रथ” के बारे में एवं हेल्पलाईन नंबर 9479128400 के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया कि वे 24 घंटे काॅल/व्हाट्सअप करके मदद ले सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बगीचा श्रीमती निमिषा पाण्डेय द्वारा कुछ महिलाओं को मंच में बुलाकर उनसे रूबरू हुई, एवं उनसे संवाद किया गया। उपस्थित लोगों को महिला संबंधी अधिकार एवं उनके सम्मान के बारे में बताया गया।
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पुलिस द्वारा आम जनता से अपील किया गया कि महिलाओं एवं बालिकाओं पर किसी प्रकार का अप्रिय घटना का सहभागी न बनें, न ही अपराधों को छुपाने का प्रयास करें। समाज में व्याप्त अंधविष्वास जैसे-टोनही प्रताड़ना, गाज मारने एवं बीमार होने पर झाड-फूंक न कराकर तत्काल ईलाज हेतु अस्पताल जाने हेतु जागरूक किया गया। उपस्थित जनसमूह को सोशल मीडिया की उपयोगिता एवं प्रयोग करने के बारे में, घरेलू हिंसा, सर्पदंश, पाॅक्सो एक्ट, ऑनलाइन ठगी, सायबर अपराध के संबंध में भी विस्तार से बताया गया। ग्राम में बाहरी व्यक्ति/संदेही के आने पर तत्काल पुलिस को सूचित करने हेतु कहा गया। युवाओं एवं ग्रामीणों को नशे के सामाजिक दुष्प्रभाव से अवगत कराते हुये, विशेष रूप से नवयुवकों को नशे से दूर रहने हेतु कहा गया।
महिला सेल की निरीक्षक आषा तिर्की द्वारा स्कूली छात्राओं को महिला सुरक्षा हेतु निर्मित “अभिव्यक्ति” एप्प का प्रचार-प्रसार कर इसके कार्य एवं उपयोग के सम्बंध में विस्तृत रूप से बताया गया। इस ऐप के उपयोग हेतु सबसे पहले महिला/बालिकाओ को अपने मोबाईल फोन में प्ले स्टोर से “अभिव्यक्ति” महिला सुरक्षा एप को डाउनलोड करना है, जिसमें उन्हें साईनइन करना है, अपना मोबाईल नंबर डालना है, ओटीपी आयेगा उसे ऐप में डालना है, केवायसी अपडेट करना है, जिसके बाद महिलाएं/बालिकाएं कभी भी इस ऐप के माध्यम से अपनी शिकायत अपलोड कर तुरंत पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकती है। इस एप्लिकेशन में महिलाएं एवं बालिकाएं कहीं से भी अपनी शिकायत को ऑनलाइन दर्ज करा सकती हैं और ऑनलाइन अपनी शिकायतों के निराकरण के स्टेटस को देख भी सकती है।
बालिकाओं को कानून के संबंध में किसी प्रकार के असमंजस की स्थिति में पुलिस अधिकारी से जानकारी लेने की बात कही गई। बालिकाओं को सदैव जागरूक रहने और घटना घटित होने पर तत्काल पुलिस को सूचित करने की अपील की गई। “अभिव्यक्ति” कार्यक्रम के तहत् महिला सुरक्षा एप के प्रचार के साथ ही बालिकाओं को गुडटच, बैडटच एवं अन्य नियमों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दिया गया। कार्यक्रम में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बगीचा श्रीमती निमिषा पाण्डेय, निरीक्षक आशा तिर्की, स.उ.नि. मानेष्वर साहनी एवं महिला सेल के कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा है।