Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – किसी की करनी, किसी की भरनी

-सुभाष मिश्रहमारे यहां कहावत है करे कोई, भरे कोई या फिर गेहूं के साथ कभी-कभी धुन भी पीसता है। दरअसल, हम सरकारी भर्ती की प्रक्रिया उसमें हुए भ्रष्टाचार, लापरवाही, अर्हता संबंधी ...

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