वेटिंग में श्री रामचरितमानस, श्री शिव महापुराण और सुंदरकांड…

 

राजकुमार मल, भाटापारा- शिखर पर श्री रामचरितमानस, श्री शिव महापुराण और सुंदरकांड। आर्डर और सप्लाई के बीच पखवाड़े भर का समय ले रहा है गीता प्रेस गोरखपुर। यह स्थिति बीते एक बरस से बनी हुई है। सामान्य होने की संभावना फिलहाल इसलिए नहीं है क्योंकि देश ही नहीं, विदेशों से भी आर्डर पहुंच रहे हैं।

श्रीराम मंदिर निर्माण के बाद गीता प्रेस दबाव में है श्रीरामचरितमानस की चौतरफा मांग से। पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन का व्यापक असर श्री शिव महापुराण पर देखा जा रहा है जो फिलहाल शार्टेज़ जैसी स्थिति में आ चुका है। अब आएं श्री सुंदरकांड और हनुमान चालीसा पर, क्योंकि संध्या भजन जैसे आयोजन प्रति सप्ताह नियम से हो रहे हैं। फलतः यह सभी बेतरह मांग में है।शिखर पर श्री रामचरितमानस

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श्री राम मंदिर निर्माण के बाद, श्री रामचरितमानस जैसे ग्रंथ के लिए स्टेशनरी दुकानों को 15 दिवस की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है क्योंकि पहली बार देश ही नहीं विदेशों से भी आर्डर के बाद श्री गीता प्रेस गोरखपुर बेतरह दबाव में है सप्लाई के लिए। कीमत 400 से 700 रुपए भले ही ज्यादा मानी जा रही हो लेकिन सहर्ष स्वीकार कर रहे हैं भक्त।जय हनुमान ज्ञान गुन सागर

मंगलवार और शनिवार। यह दो दिवस भजन संध्या जैसे आयोजन के भी दिन माने जा चुके हैं। ऐसे में श्री सुंदरकांड और श्री हनुमान चालीसा भी हनुमान भक्तों और मंदिरों की मांग में हैं। आसान और पर्याप्त संख्या में उपलब्धता के बाद भी स्टेशनरी दुकानों ने न केवल आर्डर दी हुई है बल्कि अग्रिम भंडारण भी कर रहे हैं। ताकि भक्तों को समय पर यह दोनों मिल जाएं। दोनों की उपलब्धता 20,30,40 और 50 रुपए जैसी आसन क्रयशक्ति पर हो रही है।भक्त बढ़े शिव महापुराण के

श्री शिव महापुराण। गीता प्रेस गोरखपुर इसके लिए भी अतिरिक्त समय ले रहा है। चुस्त सप्लाई लाईन की वजह से भक्तों तक इसकी उपलब्धता आसानी से बनी हुई है लेकिन स्टेशनरी दुकानें अब हल्की शार्टेज़ की स्थिति से दो-चार होने लगीं हैं क्योंकि बड़े और छोटे आयोजन तो हो ही रहे हैं। साथ ही पारिवारिक आयोजनों में भी श्री शिव महापुराण की मांग होने लगी है। कीमत 300 से 500 रुपए के बीच स्थिर हैं।

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