राजकुमार मल
भाटापारा। 30 मार्च से नवरात्रि भक्तों को नारियल की प्रति नग खरीदी पर चार से आठ रूपए ज्यादा देने होंगे। हो रही छिटपुट खरीदी को देखते हुए होलसेल और रिटेल काउंटर राहत की सांस ले रहे हैं क्योंकि बढ़ी हुई कीमत सहर्ष स्वीकार कर रहे हैं भक्त।
नवरात्रि के लिए नारियल बाजार की तैयारी अंतिम दौर में पहुंच चुकी है।होली के बाद खुल रहे बाजार में अब रिटेल काउंटर की डिमांड पहुंचने लगी है, तो मंदिरों के सामने लगने वाली दुकानों ने भी खरीदी चालू कर दी है। थोड़ी ना-नुकर के बाद स्वीकारी जा रही कीमत और मात्रा जोरदार मांग की धारणा को प्रबल बना रही है।
इसलिए तेज
नारियल की तैयार फसल की कटाई के लिए इस बार मजदूरी दर बीते साल की तुलना में डेढ़ गुनी बढ़ी हुई है। समानांतर में लोडिंग और अनलोडिंग का रेट भी बढ़ा हुआ है। डीजल की प्रति लीटर कीमत अलग से तेजी की वजह बन रही है। इन प्रमुख कारकों की वजह से थोक और चिल्हर बाजार में नारियल तेज हो चला है। नवरात्रि और ग्रीष्म ऋतु की मांग चौतरफा है। ऐसे में प्रति नग कीमत वृद्धि स्वाभाविक मानी जा रही है।
था और है…
नारियल सूखा थोक में पहले 1200 से 2000 रुपए सैकड़ा था। अभी 1800 से 2400 रुपए सैकड़ा बोला जा रहा है। आसपास ही था कच्चा नारियल। यह भी तेज हो चुका है। खुदरा बाजार में सूखा नारियल 22 से 30 रुपए प्रति नग बोला जा रहा है। तेजी के पूर्व इसकी प्रति नग कीमत थी 16 से 22 रुपए। मांग कम रहती है कच्चा नारियल में लेकिन अब इसकी खरीदी भी भक्तों को बढ़ी हुई कीमत पर करनी होगी। उपलब्धता क्षेत्र दूर हुआ, तो भाव प्रति नग और भी ज्यादा देने होंगे।
तेज हुई खरीदी
प्रति सैकड़ा भाव बढ़ने के बाद खुदरा बाजार की जैसी मांग निकल रही है, उसे देखते हुए मानकर चला जा रहा है कि प्रति नग कीमत में बढ़ोतरी को भक्त स्वीकार कर रहे हैं। इसलिए दिए जा रहे आर्डर की आपूर्ति समय के पूर्व किए जाने का प्रयास होलसेल मार्केट कर रहा है। नारियल बाजार का ध्यान डोंगरगढ़, रतनपुर, चंद्रपुर, बालोद, भाटापारा पर है क्योंकि यह क्षेत्र अपनी देवी मंदिरों के लिए पहचाने जाते हैं।