-सुभाष मिश्र
इंदौर के युवा व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या ने पूरे देश को चौंका दिया। इस अपराध में सबसे चौंकाने वाली बात थी उसकी नवविवाहिता पत्नी सोनम की संलिप्तता। एक अरेंज मैरिज, एक सुनियोजित साजिश और सुपारी किलरों की मदद से किया गया हत्या का यह मामला महज़ एक आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि भारतीय समाज में चल रहे गहरे बदलावों का दर्पण भी है।
परंपरागत भारतीय समाज में महिलाओं की भूमिका सदियों से ‘त्याग’ और ‘संयम’ की प्रतिमूर्ति के रूप में रही है। लेकिन अब परिदृश्य बदल रहा है। शिक्षा, आर्थिक आत्मनिर्भरता और डिजिटल संस्कृति के प्रभाव ने महिलाओं को आत्मनिर्णय की ताकत दी है। इसी बदलाव की एक जटिल अभिव्यक्ति यह मामला भी हो सकता है, जहां महिला ने विवाह संस्था के भीतर अपनी असहमति या असंतोष को हिंसक रूप में प्रकट किया। राजा की शादी सोनम से 11 मई को हुई थी और महज़ कुछ ही दिनों में यह संबंध खूनी मोड़ पर आ गया। यह घटना महज़ भावनात्मक अस्थिरता नहीं, बल्कि एक रणनीतिक योजना के तहत घटित हुई, जिसे हनीमून यात्रा की आड़ में अंजाम दिया गया। हत्या के लिए हथियार की ऑनलाइन खरीद, लोकेशन ट्रैकिंग और आरोपियों की सतर्क गतिविधियां दिखाती हैं कि अपराध भावनात्मक आवेश में नहीं, ठंडे दिमाग से किया गया था।
यह घटना विवाह संस्था और व्यक्तिगत स्वायत्तता के टकराव को भी उजागर करती है। क्या एक महिला अपने पूर्व प्रेमी से बिछडऩे के बाद जबरन शादी स्वीकार करती है तो वह इसे हिंसा के ज़रिये ‘सुलझानेÓ का रास्ता चुन सकती है? यह सोच खतरनाक है, लेकिन सामाजिक व्यवस्था को समझने के लिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं द्वारा पति की हत्या के मामलों में पिछले वर्षों में बढ़ोतरी हुई है। यह प्रवृत्ति अकेली घटनाओं का परिणाम नहीं, बल्कि एक गहरे असंतोष और असंतुलन का सूचक है। जहां पुरुष प्रधान समाज महिलाओं को अधिकार देता है, वहां अपेक्षा भी करता है कि वे अपनी भावनाओं और असहमतियों को चुपचाप झेलें लेकिन आधुनिक शिक्षित महिला अब इस मौन को तोड़ रही है—कभी सही ढंग से तो कभी बेहद खतरनाक रूप से।
इस मामले में एक और पहलू ओटीटी और डिजिटल कंटेंट का है। हत्या की योजना जिस तरह फिल्मी शैली में बनाई गई—साजिश, निगरानी, भागने की योजना—उसमें सिनेमा का असर स्पष्ट दिखता है। मनोवैज्ञानिक ‘इमिटेशन इफेक्टÓ का उल्लेख करते हैं, जहाँ व्यक्ति स्क्रीन पर देखे गए व्यवहार को यथार्थ में आजमाता है। अपराध के दृश्यतत्व जैसे हत्या के बाद लोकेशन छोडऩा, पहचान छिपाना और अलिबी बनाना—अब सिनेमा से निकलकर वास्तविकता में उतरते दिख रहे हैं।
यह हत्याकांड प्रेम के नाम पर की गई प्रतिशोधात्मक हिंसा का भी उदाहरण है। कथित रूप से सोनम और उसका प्रेमी पहले से एक-दूसरे से जुड़े थे और शादी उनके संबंधों के आड़े आ रही थी। यह स्थिति भावनात्मक रूप से जटिल जरूर है, लेकिन इसका समाधान हत्या नहीं हो सकता। यह घटनाक्रम भारतीय युवाओं में संबंधों की अस्थिरता और उनकी परिणति की अपरिपक्वता को भी रेखांकित करता है।
शादी के तुरंत बाद हत्या की योजना बनाना यह दिखाता है कि मन में पहले से असंतोष और विद्रोह मौजूद था। दबी महत्वाकांक्षाएं, जीवन के प्रति अधूरी अपेक्षाएं और असफल रिश्ते मानसिक कुंठा को जन्म देते हैं। यदि यह मानसिक स्थिति समय पर पहचानी और समझी जाती, तो शायद हिंसा की नौबत न आती। एनएफएचएस-5 की रिपोर्ट बताती है कि बड़ी संख्या में महिलाएं शादी के बाद अपने करियर और इच्छाओं को त्याग देती हैं। यह त्याग कहीं न कहीं असंतुलन पैदा करता है। यदि इस असंतुलन को संवाद, समर्थन और मानसिक स्वास्थ्य सहायता से नहीं सुलझाया गया, तो वह विस्फोटक रूप ले सकता है।
राजा रघुवंशी की हत्या सिर्फ कानूनी मामला नहीं है, यह सामाजिक और सांस्कृतिक संरचनाओं के पुनरीक्षण की मांग करता है। महिलाओं की स्वतंत्रता आवश्यक है, लेकिन उसकी अभिव्यक्ति हिंसा के रूप में नहीं होनी चाहिए। साथ ही, विवाह जैसी संस्था को केवल सामाजिक समझौता मानना और उसके भीतर जबरदस्ती करना, दोनों ही खतरनाक हैं। सोनम का आत्मसमर्पण यह दिखाता है कि अपराध के बाद भी एक स्तर पर अपराधबोध मौजूद था। लेकिन क्या यह पाश्चाताप है या परिस्थिति से उपजा विवेक? इसका उत्तर न्यायिक प्रक्रिया देगी लेकिन समाज को इससे पहले ही अपने आईने में झांकना होगा।
राजा रघुवंशी हत्याकांड एक अपवाद हो सकता है, पर यह अपवाद आने वाले सामान्य की चेतावनी भी है। समाज को यह तय करना होगा कि वह स्त्रियों की स्वतंत्रता को कैसे परिभाषित करता है-एक अवसर के रूप में या एक भय के रूप में। साथ ही, विवाह, प्रेम और स्वतंत्रता जैसे भावनात्मक मुद्दों पर संवाद, मानसिक स्वास्थ्य सहायता और रिश्तों में पारदर्शिता को बढ़ावा देना ही ऐसे चरम निर्णयों को रोकने का उपाय हो सकता है।
पीछे के कारण: सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलू
इन घटनाओं के पीछे कई जटिल कारण हो सकते हैं, जो सामाजिक परिवर्तन और व्यक्तिगत मनोविज्ञान का मिश्रण हैं:
1. सामाजिक दबाव और विवाह प्रणाली:
• भारत में अरेंज्ड मैरिज अभी भी प्रचलन में हैं, और कई बार युवतियों को अपने परिवार और समाज के दबाव में ऐसे रिश्तों में बंधना पड़ता है, जो उनके मन मुताबिक नहीं होते। राजा रघुवंशी के मामले में, सोनम का पहले से प्रेम संबंध होने के बावजूद शादी का दबाव हो सकता है।
• पारिवारिक सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए महिलाओं को अपनी भावनाओं को दबाना पड़ता है, जो अंततः विद्रोह या हिंसा में बदल सकता है।
2. आर्थिक स्वतंत्रता और सत्ता का संतुलन:
• आधुनिक भारत में महिलाओं की शिक्षा और रोजगार में भागीदारी बढ़ी है, जिससे उनकी आर्थिक स्वतंत्रता में वृद्धि हुई है। हालांकि, यह स्वतंत्रता कभी-कभी पारिवारिक नियंत्रण से टकराव पैदा करती है। कुछ मामलों में, महिलाएं अपने पति को आर्थिक या भावनात्मक बोझ मानकर हिंसक कदम उठा सकती हैं।
• राजा रघुवंशी की हत्या में आर्थिक लाभ की संभावना भी जांच का विषय हो सकती है, क्योंकि सुपारी किलरों को भुगतान की बात सामने आई है।
3. मनोवैज्ञानिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य:
• शादी के बाद अचानक बदलती जिम्मेदारियां, पारिवारिक अपेक्षाएं, और प्रेम संबंधों का टूटना मानसिक तनाव का कारण बनते हैं। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, अवसाद, चिंता, और द्विधा में फंसी महिलाएं हिंसक व्यवहार की ओर बढ़ सकती हैं।
• सोनम के मामले में, उसके प्रेमी के साथ संबंध और शादी के बाद का दबाव उसे चरम कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकता था।
4. सांस्कृतिक बदलाव और प्रभाव:
• ग्लोबलाइजेशन और सोशल मीडिया ने रिश्तों और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की परिभाषा को बदला है। युवा पीढ़ी पारंपरिक मूल्यों से हटकर अपने फैसले लेना चाहती है, जो पारिवारिक और सामाजिक संघर्ष को जन्म देता है।
• फिल्मों और वेब सीरीज में दिखाए गए रिश्तों के चित्रण ने भी अपरंपरागत व्यवहार को प्रोत्साहित किया हो सकता है।
5. प्रेम और प्रतिशोध का मिश्रण:
• कई मामलों में, महिलाएं अपने प्रेमी के लिए पुराने रिश्ते को खत्म करने के लिए हिंसक कदम उठाती हैं। राजा रघुवंशी की हत्या में सोनम का प्रेमी कथित तौर पर शामिल था, जो इस बात का संकेत है कि प्रतिशोध और प्रेम का मेल इन घटनाओं को प्रेरित कर सकता है।
सिनेमा और ओटीटी का प्रभाव
• सामग्री का प्रभाव: बॉलीवुड और ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम, और हॉटस्टार पर उपलब्ध शो अक्सर जटिल रिश्तों, बदले की भावना, और अपरंपरागत जीवनशैली को चित्रित करते हैं। उदाहरण के लिए, शो जैसे Sacred Games या Mirzapur में हिंसा और रिश्तों में साजिश को ग्लैमराइज्ड तरीके से दिखाया जाता है, जो युवाओं, खासकर महिलाओं, पर प्रभाव डाल सकता है।
• मनोवैज्ञानिक प्रभाव: मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, बार-बार ऐसी सामग्री देखने से “नकल प्रभाव” (Imitation Effect) हो सकता है, जहां व्यक्ति स्क्रीन पर देखे गए व्यवहार को वास्तविक जीवन में अपनाता है। 2024 के एक अध्ययन में पाया गया कि 18-30 आयु वर्ग के 25% युवाओं ने स्वीकार किया कि वे ओटीटी कंटेंट से प्रभावित होकर अपने रिश्तों के प्रति सोच बदलते हैं।
• राजा रघुवंशी मामला: सोनम रघुवंशी की हत्या की साजिश को सुपारी किलरों के माध्यम से अंजाम देना ओटीटी पर दिखाए गए अपराध नाटकों से प्रेरित हो सकता है, जहां ऐसी साजिशें आम हैं। हालांकि, यह अनुमान ही है, क्योंकि ठोस सबूत अभी सामने नहीं आए हैं।
दबी हुई महत्वाकांक्षाएं
• सामाजिक बंधन: भारतीय समाज में महिलाओं पर पारंपरिक भूमिकाओं (गृहिणी, पत्नी, मां) को निभाने का दबाव रहता है, जो उनकी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को दबा देता है। शिक्षा और रोजगार में बढ़ती भागीदारी के बावजूद, शादी के बाद कई महिलाओं को अपने सपनों को त्यागना पड़ता है।
• हिंसा का कारण: मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से, दबी हुई महत्वाकांक्षाएं कुंठा (Frustration) और आक्रामकता (Aggression) को जन्म दे सकती हैं। जब कोई महिला अपने पति को अपनी प्रगति में बाधा मानती है, तो वह चरम कदम उठा सकती है। उदाहरण के लिए, कुछ मामलों में संपत्ति या स्वतंत्रता की चाह ने महिलाओं को हिंसक बनाया है।
• सांख्यिकी: राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5, 2021) के अनुसार, 35% शिक्षित महिलाओं ने शादी के बाद नौकरी छोड़ने की मजबूरी जताई, जो उनकी महत्वाकांक्षाओं पर दबाव को दर्शाता है।
सामाजिक खुलापन और महिलाओं की स्वतंत्रता
• आधुनिकीकरण का प्रभाव: भारतीय समाज में पिछले दो दशकों में महिलाओं की स्वतंत्रता में वृद्धि हुई है। वे अपने जीवन के फैसले लेना चाहती हैं, चाहे वह करियर हो, रिश्ते हों, या जीवनशैली। 2024 के एक सामाजिक सर्वेक्षण में 60% युवा महिलाओं ने कहा कि वे पारंपरिक बंधनों से मुक्त होना चाहती हैं।
• टकराव की स्थिति: यह स्वतंत्रता जब पारिवारिक या पति की अपेक्षाओं से टकराती है, तो संघर्ष उत्पन्न होता है। राजा रघुवंशी की हत्या में सोनम का प्रेमी के साथ संबंध और शादी के बाद का दबाव इस टकराव का उदाहरण हो सकता है।
• सांस्कृतिक बदलाव: शहरी क्षेत्रों में लिव-इन रिलेशनशिप और डेटिंग को स्वीकार्यता मिल रही है, जो ग्रामीण और पारंपरिक समाज में अस्वीकार्य है। यह द्वंद्व हिंसा का कारण बन सकता है।
विवाह पूर्व संबंध और उनके प्रभाव
• बढ़ती प्रवृत्ति: विवाह पूर्व संबंधों में वृद्धि हुई है, खासकर शहरी और शिक्षित वर्ग में। 2023 के एक अध्ययन के अनुसार, 18-25 आयु वर्ग के 40% युवाओं ने प्री-मैरिटल रिलेशनशिप की बात स्वीकार की। यह बदलाव पारंपरिक विवाह प्रणाली के साथ टकराता है।
• मनोवैज्ञानिक जटिलताएं: जब कोई महिला शादी के बाद अपने प्रेमी से अलग हो जाती है, तो यह भावनात्मक आघात (Emotional Trauma) पैदा कर सकता है। कुछ मामलों में, वे अपने पति को इस स्थिति का दोषी मानकर हिंसक प्रतिक्रिया देती हैं।
• साजिश का आधार: राजा रघुवंशी मामले में सोनम का प्रेमी के साथ पुराना संबंध और शादी के बाद उसकी हत्या की साजिश इस बात का संकेत देती है कि प्री-मैरिटल रिलेशनशिप ने उसे चरम कदम उठाने के लिए प्रेरित किया हो सकता है।
राजा रघुवंशी की हत्या जैसे मामले सिनेमा, ओटीटी, दबी महत्वाकांक्षाओं, सामाजिक खुलापन, और विवाह पूर्व संबंधों के प्रभाव को दर्शाते हैं। ये कारक भारतीय समाज में बदलाव का हिस्सा हैं, जहां महिलाएं अपनी शर्तों पर जीना चाहती हैं, लेकिन पारंपरिक बंधनों से टकराव उन्हें चरम कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकता है। मनोवैज्ञानिक विश्लेषण से पता चलता है कि यह तनाव, आवेग, और सामाजिक प्रभाव का परिणाम है। हालांकि, यह एक व्यापक प्रवृत्ति नहीं है, बल्कि अपवाद है। समाज को इन चुनौतियों से निपटने के लिए शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, और सांस्कृतिक सुधारों पर ध्यान देना होगा ताकि रिश्तों में संतुलन और सम्मान बना रहे।
“इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या पत्नी सोनम के ही सामने की गई थी। मेघालय पुलिस का कहना है कि चार आरोपियों में से एक विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से हमला किया था। उस दौरान सोनम भी वहां मौजूद थी। उसने आरोपियों से चीखकर कहा था- ‘मार डालो इसे।'”
“एक और आरोपी आकाश राजपूत इस दौरान किराए की दूसरी बाइक से वहां निगरानी कर रहा था। आकाश बार-बार उस रूट पर ये देख रहा था कि वहां कोई आ तो नहीं रहा है। राजा को मारने से पहले उसकी किराए की मोपेड भी छीनी गई थी। पुलिस ने सोनम-राजा की किराए से ली गई मोपेड और आकाश की बाइक का पता कर लिया है।”
” राजा की 23 मई को ही हत्या कर दी गई थी। सोनम उसी शाम को शिलॉन्ग से गुवाहाटी के लिए रवाना हो गई थी। इसके बाद गुवाहाटी से ट्रेन में बैठकर वह यूपी की तरफ निक
“आरोपी राज कुशवाह की गिरफ्तारी की खबर से टूटी सोनम
सोनम पति की हत्या के बाद उसकी जांच पर पूरी नजर रख रही थी। उसे ये भी मालूम था कि उसे मृत समझकर खाइयों में उसकी तलाश हो रही है। जब उसे पता चला कि उसके दोस्त राज कुशवाह को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार कर लिया है, इसके बाद सोनम को आभास हो गया, अब उसकी करतूतों का पर्दाफाश हो चुका है। सोनम के एक और दोस्त ने उसे फोन पर इस बात की जानकारी दी थी। इसके बाद ही उसने यूपी के ढाबे में पहुंचकर खुद को सरेंडर करने का प्लान बनाया।”
“सोनम का दोस्त राज कुशवाह शिलॉन्ग नहीं आया
सोनम और उसके दोस्त राज ने इतना फुल प्रूफ प्लान बनाया था कि किसी को शक न हो, इसलिए राज इस दाैरान इंदौर में ही रहा। हालांकि, सोनम और राज के प्लान के मुताबिक विशाल, आकाश और आनंद तीनों शिलॉन्ग पहुंच गए थे। इन्हें भी ये ताकीद दी गई थी कि वे किसी भी हाल में उस जगह पर न ठहरें, जहां सोनम और राजा ठहरे हुए हैं। होम स्टे से सुबह 5.30 बजे चेक आउट करने का प्लान भी सोनम की साजिश का हिस्सा था।”
“राज से सोनम की पुरानी दोस्ती
पुलिस अधिकारियों ने ये भी बताया कि कॉल डिटेल रिपोर्ट (CDR) के असेसमेंट से ये भी साफ हो गया है कि राज कुशवाह से सोनम की पुरानी दोस्ती है। दोनों के बीच गहरे संबंध थे। राजा रघुवंशी का मर्डर करने के आरोप में जिन तीन अन्य युवकों को आरोपी बनाया गया है, उसमें एक राज कुशवाह का नजदीकी रिश्तेदार भी है”
“शादी के पांचवें दिन ही रच ली हत्या की साजिश
राजा-सोनम की 11 मई को शादी हुई। दोनों परिवार खुश थे। सोनम भी परिवार में घुल-मिल गई थी। ससुराल पक्ष को कभी उसकी साजिश का शक नहीं हुआ। 21 मई को राजा-सोनम शिलॉन्ग पहुंचे। 23 मई को परिवार से आखिरी बार बात की। 2 जून को राजा का शव मिला। इस हत्या का ताना-बाना सोनम 16 मई को ही बुन चुकी थी।”
“विधवा होकर शादी करूंगी, पिता भी मान जाएंगे
रघुवंशी एप के जरिए सोनम-राजा के परिवार एक-दूसरे से मिले। रिश्ता तय हुआ। 11 फरवरी को दोनों की शादी का रोका तय कर दिया गया। इसी के बाद सोनम ने राज के साथ साजिश रची की कि शादी के बाद लूटपाट की कहानी बताकर पति की हत्या कर देंगे। मैं विधवा हो जाऊंगी, फिर तुम मुझसे शादी कर लेना। तब पिताजी भी मान “हत्या के लिए हथियार ‘डाव’ ऑनलाइन मंगाया आरोपियों ने जिस हथियार ‘डाव’ (छोटी कुल्हाड़ी) से राजा को मारा, वो गुवाहाटी में ऑनलाइन मंगाया था। आरोपी शिलॉन्ग में सोनम-राजा के होम स्टे से एक किमी दूर होटल में ठहरे थे। इनके नंबर सोनम के पास थे। सोनम जहां जाती, इन्हें लोकेशन भेज देती थी।”
“सास से बातचीत में कहा- मैं व्रत नहीं तोड़ूंगी
23 मई को सोनम ने अपरा एकादशी व्रत किया था। यह बात उसने फोन पर अपनी सास को भी बताई थी। मान्यता है कि यह व्रत पापों से मुक्ति और मनोकामना पूर्ण करने के लिए किया जाता है, लेकिन सोनम ने इसी दिन हत्या को अंजाम दिया।”
1 अक्टूबर 2024- राजा भोग के परिवार ने परिचय पुस्तिका में बच्चों के नाम लिखवाण
14 मार्च 2025- राजा की मां सोनम के घर पर होली का उपहार लेकर पहुंचीं। इसी दिन राजा भी सोनम से मिलने गया था।
11 मई 2025
इंदौर के राजा रघुवंशी की 11 मई को सोनम से अरेंज मैरिज हुई थी. पहले हनीमून के लिए कश्मीर जाने का प्लान बनाया था. फिर प्लान चेंज कर 20 मई को हनीमून मनाने शिलांग की वादियों में पहुंचे और वहां होटल में रुके.
20 मई 2025
राजा और सोनम रघुवंशी इंदौर से बेंगलुरु होते हुए असम के गुवाहाटी पहुंचे. जहां कामाख्या मंदिर के दर्शन करने के बाद वे दोनों 22 मई को शिलांग के लिए रवाना हुए.
Raja Raghuvanshi की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बड़ा खुलासा
22 मई 2025
शिलांग के मावलखियाट गांव में शिपारा होम स्टे में ठहरे और उसी दिन होटल से अपना सामान रखकर स्कूटी पर घूमने निकल गए. CCTV फुटेज में दोनों को होटल के बाहर स्कूटी पर आते हुए देखा गया. जहां सोनम रेनकोट और सफेद शर्ट पहने दिखाई दे रही है. दोनों ने हिल स्टेशन घूमने के लिए किराए पर स्कूटर लिया और नोंग्रियाट गांव में फैमस ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने पहुंचे. फिर डबल डेकर ब्रिज पहुंचे.
23 मई 2025
गांव में होमस्टे कर 23 मई की सुबह डबल डेकर झरने पर गए. इसी दौरान आखिरी बार फोन पर सोनम की बात अपनी सास से हुई थी. जिसमें सोनम ने सास को घूमने का प्लान और फास्ट रखने की बात कही थी. जिसके बाद दोनों का मोबाइल बंद हो गया था. इसी दिन गांव के मुखिया ने पुलिस को बताया कि गोल्डन पाईस ढाबा के पास सोहरिम इलाके के पास लावारिस बाइक खड़ी है, जिसमें चाबी लगी है.
24 मई 2025
जब लगातार संपर्क करने पर भी जब राजा सोनम से बात नहीं हुई तो इंदौर में परिवार वालों को शक हुआ राजा का भाई विपिन शिलांग पहुंचा. पुलिस से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद सर्चिग शुरु हुई. इसी दौरान परिवार वालों ने गूगल सर्च के जरिए स्कूटी रेंट पर देने वालों की जानकारी निकली.
25 मई 2025
मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गृहमंत्री अमित शाह को जानकारी दी. इसी दौरान सीएम मोहन यादव ने भी मेघालय के सीएम से इस बारे में बात की. जिसके बाद NDRF, SDRF रेस्क्यू टीम दोनों की तलाश में जुट गई. बारिश की वजह से सर्चिग में काफी दिक्कतें हुईं.
27 मई 2025
सर्चिग के दौरान राजा रघुवंशी ने जो स्कूटर रेंट पर लिया था, वो शिलांग-सोहरा मार्ग पर एक कैफे के पास लावारिस हालत में मिला. इसके बाद पुलिस को क्लू मिलने के साथ ही तलाश शुरु हुई. ईस्ट खासी हिल सोहरा के जंगल में ड्रोन की मदद से सर्च ऑपरेशन किया गया. उसी शाम को पुलिस की सर्चिग के दौरान बाइक से कुछ दूरी पर दो बैग पहाड़ी इलाके की खाई में मिले.
28 मई 2025
इंदौर के सांसद शंकर लालवानी मेघालय के शिलांग में जा पहुंचे. उन्होंने डीजीपी इदाशीशा नोग्राग से मुलाकात की. इससे पहले सांसद ने मेघालय के मुख्यमंत्री कोंगकल संगमा से चर्चा की थी.
29 से 31 मई 2025
इन तीन दिनों तेज बारिश के चलते कई बार सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा. 30 तारीख को दोबारा सर्चिग शुरू हुई लेकिन कुछ पता नहीं चला
बड़े अपराध
2 जून 2025
11 दिन बाद यानी दो जून को राजा रघुवंशी की लाश नोंग्रियाट गांव से 20 किलोमीटर दूर वीसावडोंग झरने के पास करीब 100 फीट गहरी खाई में मिली. राजा के राइट हैंड पर बने ‘राजा’ टैटू और कलाई पर मौजूद वाटरप्रूफ स्मार्टवॉच से लाश की पहचान हुई. डेड बॉडी के पास एक महिला की सफेद शर्ट, पेंट्रा 40 की दवा की स्ट्रिप, एक टूटी मोबाइल फोन एलसीडी स्क्रीन और स्मार्टवॉच के साथ पास में ही नया धारदार हथियार भी पड़ा हुआ मिला.
3 जून 2025
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राजा रघुवंशी की हत्या धारदार हथियार से की गई है. जिस हथियार से हत्या होना बताया गया, वह पेड़ काटने वाला हथियार है. पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सिम के मुताबिक, राजा रघुवंशी की हत्या पेड़ काटने के हथियार से की गई.
7 जून 2025
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की और सीबीआई जांच कराने की अनुशंसा की. इसी दिन राजा रघुवंशी और सोनम का होटल के बाहर का एक सीसीटीवी फुटेज आया. जिसमें दोनों शिलांग के होटल के रिसेप्शन पर दोनों नजर आ रहे हैं. < बड़े अपराध
8 जून 2025
एक गाइड ने बताया कि राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी के अलावा उनके साथ तीन और लोग थे, जो हिंदी में बातें कर रहे थे.
9 जून 2025
सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में रात 2:00 बजे एक ढाबे पर जाकर अपने भाई के जरिए पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. और शाम को ही शिलांग पुलिस की टीम गाजीपुर से सोनम को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई. इससे पहले उसका मेडिकल भी कराया गया।