कोटा-बूंदी एयरपोर्ट पर भी कैबिनेट का फैसला, जानें ओडिशा को क्या मिला?
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग को लेकर बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को एक बिल को मंजूरी दी है, जिसमें सट्टेबाज़ी और जुए से जुड़े ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ सख्त प्रावधान शामिल हैं। इस बिल में दंड और जुर्माने की व्यवस्था के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर ऐसे ऐप्स को प्रतिबंधित (बैन) करने का भी प्रावधान है। सबसे अहम बात यह है कि अब कोई भी सेलिब्रिटी या मशहूर व्यक्ति ऐसे सट्टेबाज़ी से जुड़े ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स का प्रचार नहीं कर सकेगा। साथ ही कैबिनेट ने राजस्थान के कोटा-बूंदी में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह एयरपोर्ट करीब 1507 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया जाएगा।
युवाओं को गलत दिशा में जाने से रोका जा सकेगा
खबर के मुताबिक, सरकार का मानना है कि इससे युवाओं को गलत दिशा में जाने से रोका जा सकेगा और समाज पर इसके दुष्प्रभावों को कम किया जा सकेगा। सूत्रों के मुताबिक, यह बिल कल लोकसभा में पेश किया जा सकता है। अगर यह कानून बनता है, तो यह ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा।
कोटा-बूंदी में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी
कोटा एक प्रमुख औद्योगिक और शिक्षा का केंद्र है, और वहां आधुनिक हवाई अड्डे की मांग लंबे समय से की जा रही थी। वर्तमान में जो हवाई अड्डा है, वह छोटा है, जिसे आधुनिक बनाया गया है, लेकिन अब एक नया और अत्याधुनिक ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जाएगा। सरकार के अनुसार, यह नया एयरपोर्ट हर साल 2 मिलियन पैसेंजर्स को संभालने की क्षमता रखेगा। इस परियोजना को दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस फैसले से कोटा और आसपास के क्षेत्रों को हवाई संपर्क के क्षेत्र में बड़ी राहत मिलेगी और इसके साथ ही औद्योगिक और शैक्षणिक गतिविधियों को भी नई उड़ान मिलेगी।
ओडिशा में बनेगी 6-लेन कैपिटल रीजन रिंग रोड
केंद्र सरकार ने ओडिशा में 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड कैपिटल रीजन रिंग रोड के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह भुवनेश्वर बायपास परियोजना हाइब्रिड एन्युटी मोड के तहत विकसित की जाएगी, जिसकी अनुमानित लागत ₹8307.74 करोड़ है। करीब 110.875 किलोमीटर लंबी यह सड़क ओडिशा की राजधानी क्षेत्र में यातायात को सुगम और तेज बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। वर्तमान में रामेश्वर से टांगी तक का मार्ग भारी यातायात से जूझ रहा है, क्योंकि यह खोर्धा, भुवनेश्वर और कटक जैसे घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरता है, जिससे नियमित रूप से जाम की स्थिति उत्पन्न होती है।
इस समस्या के समाधान के लिए अब इस मार्ग को एक 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड हाईवे के रूप में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से न केवल ओडिशा को, बल्कि पूर्वी भारत के अन्य राज्यों को भी बड़ा लाभ होगा। यह रिंग रोड भारी वाणिज्यिक वाहनों को शहरी इलाकों से डायवर्ट करेगी, जिससे कटक, भुवनेश्वर और खोर्धा जैसे शहरों में यातायात दबाव और प्रदूषण दोनों में स्पष्ट कमी आएगी।