अंधेरे जीवन की विडंबनाओं की कथा

पुस्तक समीक्षा- अंधेरे जीवन की विडंबनाओं की कथा

वरिष्ठ कथाकार आनंद हर्षुल का उपन्यास ‘देखना’ पढ़ा। यह उपन्यास रेलवे स्टेशन पर जीवन यापन करने वाले भिखारियों के जीवन पर आधारित है। कहानी का मुख्य पात्र एक अंधा व्यक्ति है। यहाँ अंधे...

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