Fight for the chair: दो व्याख्याताओं के बीच जारी जंग में तीसरे की एंट्री

दो व्याख्याताओं के बीच जारी जंग में तीसरे की एंट्री

 माहौल बिगड़ता देख सहकर्मियों ने की सामूहिक स्थानांतरण की मांग

मुंगेली। जिले के टेमरी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दो व्याख्याताओं के बीच चल रही प्राचार्य की कुर्सी की लड़ाई तीसरे व्याख्याता की एंट्री से और संगीन हो गई है. इस बीच स्कूल का माहौल बिगड़ता देख सहकर्मियों ने जिला शिक्षा अधिकारी से सामूहिक स्थानांतरण की मांग की है.
बता दें कि टेमरी स्कूल की दो व्याख्याताओं ममता जांगड़े व दूसरा प्रभारी प्राचार्य मीनाक्षी चतुर्वेदी के बीच प्राचार्य की कुर्सी को लेकर एक तरह से जंग छिड़ी हुई है. इस बीच एक और व्याख्याता राजकुमार आदिले की एंट्री से जंग और गंभीर हो गया है. इस मुद्दे पर व्याख्याता ममता जांगड़े के डीईओ पर संयुक्त संचालक के आदेश का पालन नहीं करने व प्रभारी प्राचार्य पर प्रताडि़त करने के आरोप की खबर प्रसारित होते ही शिक्षा विभाग में हडक़म्प मच गया.

इस लड़ाई की वजह से स्कूल का माहौल काफी बिगड़ गया है. स्थिति को देखते हुए टेमरी स्कूल के आधा दर्जन से अधिक व्याख्याता, पीटीआई, सहायक ग्रेड 3 ने डीईओ सीके धृतलहरे को सामूहिक रूप से स्थानांतण करने की मांग करते हुए शिकायत की है, जिसमें 15 अक्टूबर को व्याख्याता ममता जांगड़े द्वारा व्याख्याता राजकुमार आदिले से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए थप्पड़ मारने की धमकी देने का जिक्र किया गया है, साथ ही ऐसे माहौल में सभी व्याख्याता शिक्षक-शिक्षिकाओं के उनके साथ कार्य करने में असहज महसूस करने की बात कही गई है.

व्याख्याता ने लगाए गंभीर आरोप
टेमरी हायर सेकंडरी स्कूल में व्याख्याता शिक्षक ममता जांगड़े ने 17 अक्टूबर को कलेक्टर से की लिखित शिकायत में कनिष्ठ व्याख्याता को स्कूल का प्रभारी प्राचार्य बनाने का आरोप लगाया, जबकि संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग, बिलासपुर ने संस्था में कार्यरत वरिष्ठ को प्रभार दिये जाने हेतु पत्र लिखा था. इसके बाद फिर से संयुक्त संचालक ने वरिष्ठता के आधार पर वरिष्ठ व्याख्याता को संस्था का प्रभारी बनाये जाने निर्देशित किया था, लेकिन आज तक डीईओ ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
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व्याख्याता ने पत्र में लिखा कि वहीं प्रभारी प्राचार्य जिला शिक्षा अधिकारी को रिश्तेदार बताते है कहती हैं कि मैं जो चाहूंगी वही होगा. यही नहीं वरिष्ठता आवेदन वापस लेने का दबाव डालते हुए प्रभारी प्राचार्य एवं स्टॉप द्वारा मुझसे अव्यवहारिक कृत्य एवं अपमानित किया जाता है. इस संबंध में डीईओ के समक्ष कई बार निवेदन किया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जाती है. इसके साथ ही नियमानुसार वरिष्ठ व्याख्याता को प्रभारी प्राचार्य का दायित्व सौंपने की मांग की.

रिश्तेदारी पर डीईओ ने कही यह बात
इस मामले में डीईओ धृतलहरे ने जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की बात कही है. वहीं संयुक्त संचालक के आदेश का पालन नहीं करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने जेडी कार्यालय से आए पत्र का मैंने उसका जवाब दे दिया हैं. इसके साथ ही रिश्तेदार को प्राचार्य के रूप में उपकृत करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि शासकीय सेवा में कोई रिश्तेदारी की कोई बात नहीं होती. जो नियम है, उसके हिसाब से कार्रवाई की गई है.

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