टमाटर, बैगन और भाजी फसलें हुई नष्ट
राजकुमार मल
भाटापारा। टमाटर, बैगन, गोभी और भाजी फसलों की दोबारा बोनी करनी होगी। बेमौसम बारिश के बाद की स्थितियों को देखते हुए सब्जी वैज्ञानिकों ने यह सलाह सब्जी उत्पादक किसानों को देते हुए कहा है कि बोनी के पूर्व प्रजाति चयन में सतर्कता अनिवार्य है।

पश्चिमी विक्षोभ की वजह से तेज हवाएं और हो रही बारिश अब सब्जी फसलों को बेतरह नुकसान पहुंचा रहीं हैं। खास तौर पर टमाटर, बैंगन और गोभी की तैयार हो चुकी फसलों में कीट व्याधि की आशंका बन रही है, तो भाजी फसलें डूब में आ गई हैं। ऐसे में इनमें सडऩ और गलन जैसी समस्याएं तय मानी जा रही है।
करनी होगी दोबारा बोनी
टमाटर, बैगन, गोभी की तैयार फसल को बेमौसम बारिश से जबर्दस्त नुकसान पहुंचा है। भाजी की सभी प्रजातियां भी नष्ट होने की स्थिति में आने लगीं हैं क्योंकि जल-जमाव का स्तर बढ़ रहा है। इसे देखते हुए सब्जी वैज्ञानिकों ने दोबारा बोनी की तैयारी करने की सलाह सब्जी किसानों को दी है। यह भी कहा है कि प्रजाति चयन में ऐसी फसलों की बोनी को प्राथमिकता देनी होगी, जो प्रतिकूल मौसम के प्रति सहनशील हैं।
बढ़ेगी कीमत सब्जियों की
सब्जी फसलों को नुकसान के बाद असर खुदरा बाजार पर बहुत जल्द देखने में आएगा। खासकर टमाटर और भाजी फसलों पर तेजी से देखा जाएगा क्योंकि इसकी खरीदी को उपभोक्ता पहली प्राथमिकता देता है। शुरुआत टमाटर से हो चुकी है, जिसकी खरीदी 25 से 30 रुपए किलो की दर पर उपभोक्ता कर रहें हैं। आउटर एरिया में इसके लिए दो से चार रुपए पीछे अतिरिक्त देने होंगे।
बीते एक सप्ताह से मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव को देखते हुए होलसेल सब्जी बाजार ने महाराष्ट्र के सब्जी उत्पादक क्षेत्र से संपर्क बढऩा चालू कर दिया है। खासकर टमाटर की खरीदी को लेकर ज्यादा गंभीरता नजर आ रही है क्योंकि सब्जी की खरीदी में उपभोक्ता इसे पहले क्रम पर रखता है। बताते चलें कि बेमौसम बारिश ने टमाटर की फसल को ही सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।
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करें तैयारी दोबारा बोनी की
प्रतिकूल और बेमौसम बारिश की वजह से सब्जी की तैयार फसलों को जो नुकसान पहुंचा है, उसे देखते हुए किसान दोबारा बोनी की तैयारी करें। प्रजाति चयन में सावधानी आवश्यक है।
डॉ अमित दीक्षित
डीन, उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, सांकरा