Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – वक्फ के असीमित अधिकार पर विवाद

-सुभाष मिश्रहमारे में देश में कहते हैं सभी भूमि गोपाल की या यह कहा जाता है कि जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों.कहा जाता है कि जिस जमीन का कोई मालिक नहीं है या अगर वक्फ की न...

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Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – आरक्षण के भीतर आरक्षण, पार्टियों के भीतर गहन चिंतन

-सुभाष मिश्रसुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक फैसले ने जो पूर्व में उसके ही फैसले के खिलाफ था, ने पूरे देश में सियासी भूचाल ला दिया है। आरक्षण के भीतर आरक्षण यानी अब एसटी और एससी वर...

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