Kondagaon news: कोंडागांव जिला चिकित्सालय की एम्बुलेंस का दुरुपयोग, मरीजों की बजाय अधीक्षक के निजी कार्यों में इस्तेमाल

कोंडागांव जिला चिकित्सालय की एम्बुलेंस का दुरुपयोग, मरीजों की बजाय अधीक्षक के निजी कार्यों में इस्तेमाल

कोण्डागांव। शासन द्वारा आईएपी मद से वर्ष 2014-15 में जिला चिकित्सालय कोंडागांव को एक एंबुलेंस प्रदान किया था, ताकि जिले के जरुरतमंद लोगों को समय पर इलाज हेतु चिकित्सालय पहुंचाया जा सके और उचित इलाज मिल सके। लेकिन इस एम्बुलेंस का जिले में गलत इस्तेमाल हो रहा है। मरीजों को लाने-ले जाने के बजाय इस एम्बुलेंस का उपयोग जिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. सी.के. ठाकुर अपने निजी कार्यों के लिए कर रहे हैं।

इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब वे समय-सीमा की बैठक में शामिल होने के लिए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, वह भी एम्बुलेंस से। अधीक्षक डॉ. सी.के. ठाकुर कलेक्ट्रेट टीएल बैठक में चले गए और एंबुलेंस घंटो कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ी रही। घंटों तक यह एम्बुलेंस उनका इंतजार करती रही, जबकि जिले में मरीजों के लिए एम्बुलेंस की कमी बनी हुई है। अब सवाल यह उठता है कि शासन द्वारा एंबुलेंस अधीक्षक डॉ. सी.के. ठाकुर के निजी कार्य के लिए प्रदान किया गया है या जिले के जरूरत मंद लोगों को उचित इलाज हेतु चिकित्सालय तक पहुंचाने के लिए प्रदान किया गया है।

जिला चिकित्सालय की एम्बुलेंस का इस तरह से उपयोग किया जाना साफ दर्शाता है कि प्रशासनिक अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि इस मामले में जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।

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“हमें एम्बुलेंस की बहुत जरूरत होती है, लेकिन कई बार समय पर नहीं मिलती। अगर अधिकारी ही एम्बुलेंस का दुरुपयोग करेंगे तो आम जनता को कैसे सुविधा मिलेगी?”
-तिलक पांडे, जिला सचिव, सीपीआई

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