कौन बनेगा अगला Chief Secretary : 30 जून को रिटायर होंगे अमिताभ जैन

कौन बनेगा अगला Chief Secretary : 30 जून को रिटायर होंगे अमिताभ जैन

0 चार दावेदारों के नाम आए सामने

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव, भारतीय प्रशासनिक सेवा 1989 बैच के अधिकारी अमिताभ जैन 30 जून को रिटायर हो जाएंगे। उनके बाद राज्य का अगला मुख्य सचिव कौन होगा, इसकी अटकलें शुरू हो गई हैं। छत्तीसगढ़ में इस वक्त 1991 बैच की अतिरिक्त मुख्य सचिव रेणु पिल्ले, 1992 बैच के सुब्रत साहू, 1994 बैच की ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ इस वक्त छत्तीसगढ़ में सेवाएं दे रहे हैं। वहीं 1993 बैच के अमित अग्रवाल, 1994 बैच की निधि छिब्बर, विकासशील प्रतिनियुक्ति पर प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि रेणु पिल्ले, सुब्रत साहू, ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ की स्वाभाविक दावेदारी सबसे अधिक प्रबल है।
छत्तीसगढ़ में मुख्य सचिव कौन बनेगा इसको लेकर बहुत सारी चर्चाएं वर्तमान में चल रही है। अमिताभ जैन वरिष्ठ आईएएस हैं और रायपुर जिले के कलेक्टर से लेकर मुख्य सचिव के पद पर पहुंचे हैं। इस बीच उन्होंने कई वरिष्ठ पदों पर अपने दायित्वों का निर्वहन सफलतापूर्वक किया है। यही नहीं, वे साफ-सुथरी छबि वाले एक कर्मठ अधिकारी भी माने जाते हैं। श्री जैन 30 नवंबर 2020 से मुख्य सचिव के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। वे इसी माह 30 जून को रिटायर होंगे। लेकिन खास बात ये है कि पिछले पांच साल से श्री जैन लगातार मुख्य सचिव के रूप में लगातार मुख्य सचिव के रूप में सेवा देने वाले अकेले अधिकारी हैं। राज्य गठन के बाद अब तक 12 सीएस हुए हैं, सबसे लंबा और सफल कार्यकाल अभिताभ जैन के नाम दर्ज है।
उनके बारे में ऐसा कहा जा रहा है कि मुख्य सूचना आयुक्त का उन्होंने इंटरव्यू भी दिया है। शायद वह मुख्य सूचना आयुक्त बन भी जाएंगे। इस बीच में यह चर्चा बहुत चल रही है कि अब अगला चीफ सेक्रेटरी कौन होगा, कई बार यह भी बात भी सामने आ रही है कि क्या उनको 6 महीने का एक्सटेंशन मिलेगा। यदि उनको एक्सटेंशन नहीं मिलता है तो नए मुख्य सचिव की खोज जारी है। मुख्य सचिव की रेस में बहुत सारे लोग शामिल हैं। इसमें केंद्रीय सरकार की प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में कुछ अधिकारी हैं और कुछ अधिकारी जो हैं राज्य में पदस्थ हैं। छत्तीसगढ़ में इस वक्त 1991 बैच की अतिरिक्त मुख्य सचिव रेणु पिल्ले, 1992 बैच के सुब्रत साहू 1994 बैच की ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ इस वक्त छत्तीसगढ़ में सेवाएं दे रहे हैं। वहीं 1993 बैच के अमित अग्रवाल, 1994 बैच की निधि छिब्बर, विकासशील प्रतिनियुक्ति पर प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि रेणु पिल्ले, सुब्रत साहू, ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ की स्वाभाविक दावेदारी सबसे अधिक प्रबल है।
आईएएस मनोज पिंगुआ आदिवासी समुदाय से आते हैं और बहुत ही सहज और सरल किस्म के अधिकारी हैं। लंबे समय तक उन्होंने राज्य में अलग-अलग जगह अपनी सेवाएं दी है। 1991 बैच की अतिरिक्त मुख्य सचिव रेणु पिल्ले अपने काम के प्रति समर्पित है नियम कानून की बहुत पक्की हैं, बेहद ईमानदार हैं। महिलाओं पर इस समय भाजपा का जोर है। वह 2019 में महिलाओं को आरक्षण भी देने जा रही है।
1994 बैच की ऋचा शर्मा बहुत समय तक दिल्ली में रही है और रायपुर की रहने वाली है। वैसे हम यह देख रहे हैं कि राज्य में बहुत सारे सेक्रेटरी हुए पर बहुत बार जो मुख्यमंत्री सचिवालय होता में है वह ही मुख्य सचिव बनता है।

अरुणदेव गौतम और हिमांशु में से एक बनेंगे पूर्णकालिक डीजीपी

यूपीएससी की डीपीसी बैठक के बाद राज्य सरकार को पूर्णकालिक डीजीपी चुनने के लिए अब दो ही विकल्प हैं। अरुणदेव गौतम और हिमांशु गुप्ता। इन दो नामों में से किसी एक नाम पर टिक लगाना होगा। पवनदेव और जीपी सिंह का नाम कट गया है। इन दो नामों का कटना इसलिए लोगों को हैरान कर रहा कि दोनों के पुराने केसेज खतम हो गए थे। चंूकि चार महीने पहले राज्य सरकार ने गौतम पर भरोसा करते हुए उन्हें राज्य पुलिस की कमान सौंपी थी, नक्सल मोर्चे पर भी छत्तीसगढ़ पुलिस की कामयाबी जारी है। गौतम की छबि पर भी कोई दाग नहीं है। लिहाजा, चार महीने पहले लिए अपने फैसले को सरकार बदलेगी, इसकी कोई वजह नहीं दिखाई पड़ रही। ऐसे में, गौतम की ताजपोशी में कोई संशय प्रतीत नहीं हो रहा। हालांकि, अंदरखाने में हिमांशु गुप्ता की पैठ भी गहरी बताई जाती है मगर सरकार कम से कम डीजीपी के मामले में सीनियारिटी को ओवरलुक नहीं करेगी।