0 40 करोड़ की लागत से होगा मयाली का कायाकल्प – सीएम साय
0 स्वदेश दर्शन योजना में शामिल हुआ मयाली, प्रकृति की गोद में लिखी जाएगी सरगुजा क्षेत्र के विकास की नई इबारत
जशपुर(दिपेश रोहिला) । प्रकृति की गोद से आज से सरगुजा क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी गई है। जशपुर जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मयाली में आज मंगलवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित की गई। जिसमें शामिल होने खड़सा व्यू प्वाइंट पहुंचने पर सीएम साय एवं सभी अतिथियों का कर्मा नृत्य और पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढांक एवं नगाड़े की धुनों के बीच परम्परागत बांस की टोपी और डुंबर के फल और आम की पत्तियों की माला पहना कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खड़सा व्यू प्वाइंट से मयाली डैम में बोट से सभी अतिथियों के साथ मयाली नेचर कैंप की खूबसूरती को निहारते हुए बैठक में शामिल होने स्थल तक पहुंचे।
इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ बैठक में शामिल होने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल,राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा,उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण श्रीमती गोमती साय,सांसद रायगढ़ राधेश्याम राठिया,विधायक जशपुर श्रीमती रायमुनी भगत,राम प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार राय,मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद,कमिश्नर जी आर चुरेंद्र,आईजी अंकित गर्ग,कलेक्टर डॉ रवि मित्तल,एसपी शशिमोहन सिंह भी पहुंचे।
जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल मयाली स्वदेश दर्शन योजना में शामिल 10 करोड़ से होगा कायाकल्प–
नेचर कैंप से एक ओर डैम की खूबसूरती तो दूसरी ओर विशालतम प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ का विहंगम दृश्य और दिखाई पड़ता है। चारों ओर फैली हरियाली से इसकी मनमोहक सुंदरता और बढ़ जाती है।जिससे मयाली नेचर कैंप को स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने के साथ ही पर्यटन विभाग ने मयाली के विकास के लिए 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।
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मुख्यमंत्री ने प्राधिकरण के सदस्यों से मांगे सुझाव–
सीएम विष्णु देव साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की प्रारंभ हुई बैठक के दौरान प्राधिकरण अंतर्गत नए काम जनप्रतिनिधियों से सलाह लेकर स्वीकृत करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने पुराने काम जो अभी तक प्रारंभ नहीं हुए हैं उन्हें निरस्त करने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि छोटे छोटे काम को शीघ्र पूर्ण करें एवं कार्य पूर्ण होने में विलंब नहीं होना चाहिए।
वहीं बैठक के दौरान सीएम विष्णु देव साय ने सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण के बजट में संशोधन करने की घोषणा की है और कहा कि अभी तक यह बजट 50 करोड़ रूपये था जिसे बढ़ाकर अब 75 करोड़ रूपये सालाना किया जायेगा। मुख्यमंत्री के इस घोषणा का उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय सहित अन्य सभी सदस्यों ने भी ताली बजाकर स्वागत किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि मयाली में विकास कार्यों के लिये इस वक्त 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी है भविष्य में 50 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदाय की जाएगी।
मयाली नेचर कैंप प्रकृति का अनुपम उपहार–
जशपुर की सुरम्य पहाड़ियों की गोद में प्रकृति का अनुपम उपहार मयाली स्थित है। यहां मयाली नेचर कैंप जिले के कुनकुरी ब्लॉक में चराईडांड़ बगीचा स्टेट हाईवे के करीब स्थित है। डेम के किनारे, हरियाली से भरे हुए प्राकृतिक स्थल पर परिवार के साथ भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। वीकेंड के दिनों में मयाली में लोगों की भीड़ ज्यादा जुटती है। मयाली नेचर कैंप में बोटिंग की भी सुविधा है
सीएम मैडम कौशल्या साय ने खरीदे बांस से बने कई उत्पाद–
वहीं आदिवासी स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा उत्पाद तैयार किए गए हैं। जहां सभी जिलों के स्थानीय कच्चे माल से बने उत्पादों एवं बांस से बने सामानों के स्टॉल भी लगाए गए थे। जहां प्रदर्शनी स्थल पर अवलोकन कर जनप्रतिनिधि सामानों को पसंद कर खरीदी कर रहे थे। क्योंकि इन उत्पाद की अपनी शुद्धता और स्वास्थ्य लाभ होने से बाजार के अन्य उत्पादों की तुलना में स्वस्थ विकल्प हैं। वहीं कार्यक्रम स्थल पर स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हाथों से निर्मित उत्पादों का मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने पहुंचकर निरीक्षण किया। यहां श्रीमती कौशल्या साय ने बांस से निर्मित उत्पादों को काफी पसंद किया और कई सामानों को क्रय भी करते हुए स्व सहायता समूह की महिलाओं का हौसला अफजाई किया।