Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से- क्या हाऊसिंग बोर्ड को बंद कर देना चाहिए ?

-सुभाष मिश्रआम आदमी को सस्ती, सुलभ और सुगम यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बनाए...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से -फेक बाबा संस्कृति : भारतीय धार्मिक आस्था का दोहन

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से -फेक बाबा संस्कृति : भारतीय धार्मिक आस्था का दोहन

-सुभाष मिश्रव्यक्ति की धार्मिक आस्था का आर्थिक, दैहिक और भावनात्मक शोषण का इतिहास भारत में बहुत पुराना है। ज्या...

Continue reading

Editor-in-chief सुभाष मिश्र

Editor-in-chief सुभाष मिश्र की कलम से – कांवड़ यात्रा पर राजनीति और सियासत

-सुभाष मिश्र2025 की कांवड़ यात्रा से पहले ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों द्वारा जारी दिशानिर्देशों ने विव...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से - अंधविश्वास और जिज्ञासाओं के बीच, शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा के मायने

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – अंधविश्वास और जिज्ञासाओं के बीच, शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा के मायने

-सुभाष मिश्रहमारे अंतरिक्ष, ब्रह्मांड को लेकर बहुत सी जिज्ञासाएँ हैं, बहुत सी मिथक कथाएं और धार्मिक कर्मकांड है...

Continue reading

सूत्र और मूत्र की पॉलिटिक्स

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से-सूत्र और मूत्र की पॉलिटिक्स

पत्रकारिता की दुनिया में ‘सूत्र’ (सोर्स) एक ऐसा शब्द है जो विश्वसनीयता और गोपनीयता का प्रतीक माना जाता है। अच्छे पत्रकार अपने सूत्रों का खुलासा नहीं करते, क्य...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से - बदलता राजनीतिक ध्रुवीकरण

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – बदलता राजनीतिक ध्रुवीकरण

-सुभाष मिश्रअगला लोकसभा चुनाव 2029 में होने वाला है, लेकिन उससे पहले बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल जैसे प्र...

Continue reading

सेलिब्रिटीज़ कर रहे सट्टेबाजी का प्रचार: कानूनी, सामाजिक और नैतिक सवाल

सेलिब्रिटीज़ कर रहे सट्टेबाजी का प्रचार: कानूनी, सामाजिक और नैतिक सवाल

-सुभाष मिश्रसेलिब्रिटीज़ द्वारा बेटिंग ऐप्स के प्रचार ने न केवल कानूनी, बल्कि सामाजिक और नैतिक सवाल भी खड़े किए...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – बिहार चुनाव हड़बड़ी में गड़बड़ी

-सुभाष मिश्रदेश का चुनाव आयोग बहुत जल्दी में है, बिहार में जो मतदाता गहन पुनरीक्षण २००३ के बाद नहीं हुआ उसे चुन...

Continue reading

कल भारत बंद, 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर

कल भारत बंद, 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर

नई दिल्ली। कल यानी नौ जुलाई को बैंकिंग, डाक सेवा, खनन, निर्माण और परिवहन जैसे सरकारी क्षेत्रों के 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल पर जाएं...

Continue reading

सोने की चमक में छिपा काले धन का खेल

Editor-in-chief सुभाष मिश्र की कलम से – सोने की चमक में छिपा काले धन का खेल

-सुभाष मिश्र भारत में सोने का आकर्षण कोई नई बात नहीं। शादी-ब्याह, तीज-त्योहार से लेकर मृत्यु की स्वर्ग निसैनी तक, सोना हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। कहते हैं, ‘हर चमकने वाली...

Continue reading