हरियाली और सुरक्षा में भी है कारगर
राजकुमार मल
भाटापारा। यह वृक्ष वन संरक्षण में मदद करता है। सूखा प्रभावित क्षेत्र में हरित आवरण बनाए रखने में सहायक माना जाता है। अनमोल पर्यावरणीय योगदान देने वाले इस वृक्ष का नाम है गटारन। संरक्षण और संवर्धन के उपाय खोज रहे वानिकी वैज्ञानिक फौरी जरूरत, पौधरोपण की सूची में इसका भी नाम शामिल करने को मान रहे हैं।
प्रयास सफल रहे तो पौधरोपण में अब गटारन के पौधे भी नजर आएंगे क्योंकि इसमें कई अमूल्य ऐसे गुणों का होना पाया गया है जो बिगड़ते पर्यावरण को काबू में रखते हैं। सबसे अहम यह कि सूखाग्रस्त क्षेत्रों में भी बेहतर ढंग से बढ़वार लेते हैं और अपने करीबी वृक्षों की हरियाली बनाए रखते हैं।

Related News
खेलकूद शारीरिक और मानसिक विकास का महत्वपूर्ण माध्यम- गर्ग
रमेश गुप्ताभिलाईआज 10 मार्च को अंतर जिला पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता-2025 का समापन प्रथम वाहिनी छसबल भिलाई के परेड ...
Continue reading
मरने वालों में 2 बच्चे भी, झारखंड बॉर्डर के पास हादसाबलरामपुर ।छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे झारखंड के गोदरमाना बाजार में सोमवार को एक पटाखा दुकान में भीषण आग लग गई। हादसे में द...
Continue reading
रमेश गुप्ता
भिलाई। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर जेके फाउंडेशन द्वारा 100 महिलाओं के सम्मान क़ा कार्यक्रम होटल अमित पार्क भिलाई मे आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री की ...
Continue reading
भिलाई में दस्तावेज खंगाल रही टीम
दुर्ग छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और AICC महासचिव भूपेश बघेल के घर पर ईडी ने छापेमारी की है। उनके भिलाई-3 पदुमनगर स्थित घर पर आज (सोमवार) ...
Continue reading
सुभाष मिश्रचैम्पियंस ट्रॉफ़ी के दुबई में हो रहे इंडिया-न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के फ़ाइनल मैच को अकेले जियो हॉटस्टार पर जब न्यूज़ीलैंड बैंटिग कर रहा था तब 39 करोड़ 20 लाख लोग और भार...
Continue reading
ट्रॉली व पैसेजंर ट्रेन चलाकर नया डबल लाईन रेल्वे दोहरीकरण का किया निरीक्षण
बचेली- (दुर्जन सिंह)
दक्षिण पूर्वी सर्किल कलकत्ता के रेल्वे सुरक्षा आयुक्त बृजेश कुमार मिश्रा...
Continue reading
सक्ती - चांपा l भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान एवं मातृशक्ति समिति छत्तीसगढ़ की संयुक्त बैठक, चांपा नगर के रंग महल में आज संपन्न हुई l भागवत प्रवाह के संस्थापक एवं ...
Continue reading
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महतारी वंदन अभिनंदन का भव्य आयोजन
महिलाओं के सशक्तिकरण पर दिया बल
रायपुर।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास, रायपुर में 'महता...
Continue reading
आवश्यक सुरक्षा नियमो के तहत ओव्हर टाईम नही करने का निर्णय
चेकपोस्ट पर जमकर हो रही नारेबाजी
(दुर्जन सिंह)बचेली / किरंदुल
लंबित वेतन समझौते सहित अन्य मंागो को लेकर...
Continue reading
रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम के साथ आयोजित हुआ छत्तीसगढी फिल्म एवार्ड शोबेस्ट एक्टर लक्षित झांजी व बेस्ट एक्ट्रेस रही दीक्षा जायसवाल तो सर्वश्रेष्ठ खलनायक बने पवन गुप्ता
रमेश ग...
Continue reading
सांसद बृजमोहन अग्रवाल व विधायक पुरन्दर को दिया गया ज्ञापन
सरायपाली :- रायपुर से बरगढ़ रेल लाइन निर्माण संघर्ष समिति के सदस्यगणों द्वारा 8 मार्च को रायपुर में रायपुर के सांसद सुनील...
Continue reading
0 सड्डू, जनमंच में उपस्थित हुए सभी रंगकर्मी
जनधारा समाचार
रायपुर। छत्तीसगढ़ फि़ल्म एंड विजुअल आर्ट सोसाइटी से जुड़े युवा रंगकर्मी गौरव मुजेवार की गुरुवार की रात एम्स हास्पिटल ...
Continue reading
अनमोल है यह योगदान
दस से पन्द्रह मीटर ऊंचे गटारन के वृक्ष की पत्तियाँ चमकदार हरी होतीं हैं। प्रकृति के अनुकूल इसलिए क्योंकि यह सूखा सहिष्णु और अनुपजाऊ भूमि पर आसानी से तैयार हो जाता है। अपने करीब के वृक्षों को भी बेहतर सुरक्षा देता है हरियाली के लिए। लाभ उन झाडिय़ों को भी होता है, जो समीप में ही होते हैं।
अनमोल औषधीय गुण
पत्तियाँ और छाल। बेहद विषैले होते हैं। इसलिए इसका उपयोग कीटनाशक दवाएं बनाने वाली ईकाइयां कर रहीं हैं। आंशिक मात्रा में खरीदी ऐसी कंपनियां कर रहीं हैं जो त्वचा रोग और दर्द निवारक दवाएं बनाती है। पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में जो योगदान गटारन का है, उसे अनमोल माना जा रहा है।

कोशिश पौधरोपण और संरक्षण की
प्रारंभिक अनुसंधान में हुए खुलासे के बाद अब गटारन का प्राकृतिक आवास बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। इसके तहत नए वृक्षों के लिए पौधरोपण और संरक्षण के लिए पुराने वृक्षों की सही देखभाल को वानिकी वैज्ञानिक अहम मान रहे हैं क्योंकि यह जलवायु परिवर्तन को काबू में रखता है।
बहुउपयोगी वृक्ष प्रजाति
गटारन एक बहुपयोगी वृक्ष प्रजाति है, जिसमें औषधीय, पर्यावरणीय एवं औद्योगिक संभावनाएँ मौजूद हैं। हालाँकि, इसके विषैले प्रभावों को देखते हुए इसके उपयोग में सावधानी बरतनी आवश्यक है। सतत अनुसंधान एवं संरक्षण प्रयासों से यह वृक्ष भविष्य में औषधीय एवं जैविक कीटनाशक के रूप में अधिक उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
अजीत विलियम्स
साइंटिस्ट (फॉरेस्ट्री)
बीटीसी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर