जेब की भी सफाई कर रहा झाड़ू… बढ़ गई कीमतें

हेडिंग- में जुटा झाड़ू

बढ़त की राह पर छिंद झाड़ू भी है। बनाने वाले कारीगर तो हैं लेकिन छिंद के वृक्ष विकास की कीमत चुका रहे हैं, कटाई के रूप में। इसलिए न्यूनतम 15 रुपए और अधिकतम 30 रुपए जैसी बढ़ी हुई कीमत पर खरीदे जा रहे हैं। तेजी की अवधारणा को इसलिए बल मिल रहा है क्योंकि मांग के अनुरूप जंगलों से आपूर्ति घटते क्रम पर है।


यह 40 से 50 रुपए

खरहरा और सींक झाड़ू। अच्छी डिमांड है इन दोनों की लेकिन अब इनकी खरीदी 40 से 50 रुपए जैसी बढ़ी हुई कीमत पर करनी होगी। यह इसलिए क्योंकि क्वालिटी वाले बांस वन घट रहे हैं। ध्यान तो है इस स्थिति पर लेकिन प्राथमिकता ऐसी प्रजाति के बांस के पौधों के रोपण की है जिसकी व्यावसायिक मांग देश स्तर पर है इसलिए कीमत इन दोनों की भी बढ़ने की आशंका है

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *