CG News: नैसर्गिक सुंदरता और वन्य जीवों के कारण बारनवापारा अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों के लिए पसंदीदा जगह बना…

भुवनेश्वर प्रसाद साहू/ कसडोल: बलौदाबाजार जिला , कसडोल विकासखंड के अंतर्गत बारनवापारा अभयारण्य अपनी नैसर्गिक सुंदरता और वन्य -जीवों के कारण प्रकृति प्रेमियों के लिए एक पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है !
15 अक्टूबर से अभयारण्य को नए पर्यटन सत्र के लिए खोल दिया गया है जो पर्यटकों को वन्य-जीवों को करीब से जानने का एक सुंदर और सुनहरा अवसर देगा ! अभयारण्य में पर्यटक वन भ्रमण के दौरान हिरण , नीलगाय , मोर , गौर , काला हिरण , जंगली सूअर , सांभर , खरगोश , भालू और तेंदुए जैसे वन्य प्राणियों को उनके प्राकृतिक आवास में विचरण करते हुए देख सकते हैं ! यह अनुभव वन्य-जीवों के प्रति जिज्ञासा रखने वालों के लिए अद्भुत है !

बार नवापारा अभयारण्य ने इस साल पर्यटकों की सुविधा के लिए तीन नए प्रवेश द्वार खोले हैं ! भालू द्वार पकरीद , तेंदुआ द्वार रवान और हाथी द्वार बरबसपुर नामक इन गेटों से अब पर्यटक सीधे जंगल में प्रवेश कर सकते हैं ! पहले केवल मुख्यालय बारनवापारा से ही सफारी शुरू होती थी जिससे भीड़ और अव्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती थी ! अब इन नए गेटों के माध्यम से पर्यटकों को जिप्सी और गाईड आसानी से उपलब्ध हो सकेंगें साथ ही तीन नए पर्यटक मार्ग भी तैयार किए गए हैं इन रूटों के माध्यम से पर्यटकों को जंगल के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करने का अवसर मिलेगा जिससे उनका अनुभव और भी रोमांचक होगा !

इन परिवर्तनों से सफारी की प्रक्रिया को सुगम बनाने और पर्यटकों के समय और संसाधनों की बचत करने में मदद मिलेगी !
बारनवापारा अभ्यारण्य में इन नई पहलुओं को पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों द्वारा सराहा जा रहा है ! नए बदलाव से बार नवापारा की ओर पर्यटकों का रुझान बढा़ है ! इसके चलते अभ्यारण्य का भविष्य में एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभरने की संभावना है ! इन परिवर्तनों के साथ प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन के बीच संतुलन बना रहे ! नए मार्ग और प्रवेश द्वार न केवल पर्यटकों को सुविधा देंगे बल्कि भीड़ को नियंत्रित करने और वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास की सुरक्षा में भी मदद करेंगे !

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पर्यटन की सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है…
नए प्रवेश द्वार और सफारी रूट के अतिरिक्त अभ्यारण्य में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अन्य सुविधाओं को भी उन्नत किया जा रहा है ! नए गेट और रूट से दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों को लाभ होगा ! अब पर्यटकों को बार-बार मुख्यालय तक की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी ! सफारी … जंगल प्रवेश करते ही शुरू हो जाएगा जिससे वन्य -जीवों को नजदीक से देखने का अनुभव अधिक सहज और आनंददायक बनेगा !

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