From the pen

अंधश्रद्धा उन्मूलन

(Editor-in-Chief Subhash Mishra) प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से – अंध श्रद्धा निर्मूलन कानून जरूरी है

From the pen of Editor-in-Chief Subhash Mishra – Law to eliminate blind faith is necessary – सुभाष मिश्रमहाराष्ट्र के नासिक से एक धर्मगुरु ने महाराष्ट्र में लागू अंध श्रद्धा निर्मूलन कानून जिसे महाराष्ट्र नरबलि और अन्य अमानुष अत्रिष्ट एवं अघोरी प्रथा तथा जादू टोना प्रतिबंधन एवं उन्मूलन अधिनियम 2013 नाम से अध्यादेश के जरिये अमल […]

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population

प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से – कानून से घटेगा बढ़ती आबादी का दबाव !

From the pen, Editor-in-Chief, Subhash Mishra, Law, will reduce, the pressure, increasing, population! – सुभाष मिश्र देशभर में जनसंख्या नियंत्रण बिल इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बिल में दो से अधिक बच्चे होने पर माता-पिता को सरकारी सुविधाओं से वंचित करने की सिफारिश की गई है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या भारत

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नेहरू

प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से -आखिर इस दौर में भी क्यों प्रासंगिक हैं नेहरू

From the pen of Editor-in-Chief Subhash Mishra – Why Nehru is relevant even in this era – सुभाष मिश्र बहुत साल पहले हमने नियति से एक वादा किया था और अब उस वादे को पूरी तरह तो नहीं, लेकिन काफी हद तक पूरा करने का वक्त आ गया है। आज जैसे ही घड़ी की सुईयां

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प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से – आरक्षण का बढ़ता दायरा और नोटबंदी की याद

– सुभाष मिश्र देश में आरक्षण की शुरुआत तकरीबन 139 साल पहले 1882 में हुई थी. इसके लिए हंटर आयोग का गठन , उस वक्त समाज सुधारक महात्मा ज्योतिराव फुले ने सभी के लिए निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा, साथ ही अंग्रेज सरकार की नौकरियों में आनुपातिक आरक्षण की मांग की थी। 1908 में अंग्रेजों ने

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election

प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से – उपचुनाव यानि आत्म अवलोकन का मौका !

From the pen of editor-in-chief Subhash Mishra – By-election means a chance for self-observation! – सुभाष मिश्र 5 दिसंबर को गुजरात के साथ छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर में उपचुनाव होना है। आदिवासी नेता मनोज मंडावी के निधन के बाद ये सीट खाली हुई है। वैसे देखा जाए तो छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए एक साल

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Festival

प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से – सहजता की सीख देता महोत्सव

From the pen, Editor-in-Chief, Subhash Mishra, Festival, giving, lessons, spontaneity सुभाष मिश्र छत्तीसगढ़ की राजधानी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में हिस्सा लेने दुनिया के कई देशों के ट्राइबल कलाकार आए हुए हैं. इस बहाने कई राज्य़ों और देशों के आदिवासी समाज को करीब से देखने का मौका मिला. भले ही रंग रूप बोली

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प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से -चुनाव पास आते ही रोजगार की बात

From the pen of editor-in-chief Subhash Mishra – talk of employment as soon as the elections are near – सुभाष मिश्र चुनाव पास आते ही अचानक से देश में रोजगार को लेकर चर्चा तेज हो गई है, वैसे तो हमारे देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है, लेकिन चुनाव के पहले इसको

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