Narcotics Task Force-एन्टी नारकोटिक्स टॉक्स फोर्स के नोडल अधिकारियों की पुलिस महानिरीक्षक ने ली बैठक

रमेश गुप्ता
रायपुर

पुलिस मुख्यालय के कान्फ्रेंस हॉल में जिलों के एन्टी नारकोटिक्स टॉक्स फोर्स के नोडल अधिकारियों की बचुअली बैठक पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव द्वारा ली गई। इस दौरान उन्होने बताया कि एनडीपीएस के तहत वर्ष 2024 कुल 1329 प्रकरण दर्ज जाकर मादक पदार्थ यथा गांजा 24631.3 किलोग्राम, ब्राउन शुगर 335.4 ग्राम, अफीम 1.36 किलोग्राम एवं अन्य नशीली दवाईयां कीमती लगभग 49.37 करोड़ की जप्ती एवं 2149 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई, जिसमें अनेक विदेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है। इसी प्रकार वर्ष 2025 के माह फरवरी तक 192 प्रकरणों में 340 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होने बताया कि वर्ष 2024 में पिटएनडीएस एक्ट के तहत राज्य में पहली बार कार्यवाही करते हुए इसके अंतर्गत कुल 196 प्रकरण तैयार कर 83 आरोपियों के विरूद्ध सक्षम प्राधिकारी के माध्यम से निरोध आदेश जारी कराया जाकर उन्हें जेल भेजा गया है। नारकोटिक्स के प्रकरणों में जप्त वाहनों की राजसात की कार्यवाही भी कराई जा रही है, जिसके तहत अब तक कुल 211 प्रकरण तैयार किये गये हैं। राज्य में प्रथम बार SAFEMA के तहत कार्यवाही करते हुए अपराधियों द्वारा अवैध रूप अर्जित संपत्ति की सीज/कुर्की हेतु कुल 05 प्रकरण तैयार कर मुंबई स्थित, सक्षम प्राधिकारी व्यार्यालय को भेजा गया, जिसमें कुल 5.56 करोड़ की संपत्ति जप्त करने के आदेश जारी कराये गये।

बैठक के दौरान जिलों के नोडल अधिकारियों द्वारा मादक पदार्थों के दर्ज प्रकरणों की जिलेवार जानकारी दी गई, जिसके संबंध में निर्देश देते हुए अजय यादव ने कहा कि नारकोटिक्स के बड़ी जप्तियों के मामलों में वित्तीय जांच एवं एंड टू एंड इन्वेस्टिगेशन किया जाये तथा मामले से जुड़ी सभी जानकारी केन्द्रीय एजेंसियों यथा एनसीबी, डीआरआई, इनकम टैक्स आदि के साथ साझा किया जाये। उन्होने यह भी निर्देशित किया कि मादक पदार्थ के अपराधियों की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को SAFEMA के तहत सीज कुर्की कराये जाने हेतु अधिक से अधिक प्रकरण तैयार कर सक्षम प्राधिकारी को भेजकर जप्ती आदेश जारी कराया जाये, ताकि इसका भय अन्य आरोपियों पर हो और वे इस अवैध व्यापार से दूरी बना सके। पिटएनडीपीएस के तहत तैयार कर भेजे गये शेष प्रकरणों में अपराधियों के विरूद्ध शीघ्र निरोध आदेश जारी कराये जाने एवं और भी नये प्रकरण तैयार कर सक्षम प्राधिकारी को भेजने का निर्देश दिया गया। मादक पदार्थ के अपराधों में संलिप्त व जप्त वाहनों के राजसात की कार्यवाही शीघ्र कराये जाने का निर्देश दिया गया। बड़े जप्ती के कुछ प्रकरणों की जांच एएनटीएफ के नोडल अधिकारी अपने पर्यवेक्षण में पूर्ण कराने भी निर्देशित किया गया। भारत सरकार के निदान पोर्टल पर उपलब्ध अपराधियों की जानकारी प्राप्त कर उनके विरूद्ध सख्त वैधानिक कार्यवाही के निर्देश दिये गये। नोडल अधिकारियों को समय-समय पर जिलों में संचालित्त नशामुक्ति केन्द्रों का भ्रमण कर जायजा लिये जाने का निर्देश भी दिया गया। भारत सरकार द्वारा नशामुक्ति हेतु लांच किये गये मानस हेल्पलाईन टोलफ्री नंबर 1933 व नशामुक्त भारत अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार करने हेतु समस्त नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इस बैठक में सहायक पुलिस महानिरीक्षक, सीआईडी पूजा अग्रवाल एवं सभी जिलों के एएनटीएफ के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।

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