छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाएं: चुनौतियां और सुधार


स्वास्थ्य विभाग अपनी सेवाओं के लिए कम और लापरवाही व भ्रष्टाचार के लिए ज्यादा चर्चा में रहता है। छत्तीसगढ़, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है, स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। कोविड-19 महामारी ने इस क्षेत्र की कमजोरियों को उजागर किया है और अब यह आवश्यक हो गया है कि हम स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का गहन विश्लेषण करें और सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाएं।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में अच्छा खासा विस्तार हुआ है। मेडिकल कालेज, नर्सिंग कालेज, डेंटल कालेज सहित बहुत से जिलों, तहसीलों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है किंतु अभी भी जो पैरामीटर, व्यवहार होना चाहिए उसकी कमी दिखती है।
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में सुधार के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन अभी भी कई मुद्दे हैं जो ध्यान देने की आवश्यकता रखते हैं। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सीमित है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी, चिकित्सा स्टाफ की कमी और आवश्यक दवाओं की अनुपलब्धता जैसी समस्याएँ आम हैं।

कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य प्रणाली पर भारी दबाव पड़ा। अस्पतालों में बिस्तरों की कमी, ऑक्सीजन की आपूर्ति में बाधाएँ और चिकित्सा उपकरणों की कमी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। इस संकट ने यह स्पष्ट कर दिया कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करना आवश्यक है। इसके लिए सरकार को अधिक बजट आवंटित करना चाहिए और स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति में सुधार के लिए ठोस योजनाएँ बनानी चाहिए। चिकित्सा स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए, सरकार को अधिक स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती करनी चाहिए। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों और नर्सों की उपलब्धता सुनिश्चित करना आवश्यक है। कोविड-19 के बाद, टीकाकरण कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए जनजागरूकता अभियानों का आयोजन किया जाना चाहिए।
डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग बढ़ाना चाहिए। जिससे लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँचने में आसानी हो। टेलीमेडिसिन और मोबाइल स्वास्थ्य सेवाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को बढ़ा सकती हैं। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति सुधार की दिशा में कई चुनौतियों का सामना कर रही है। कोविड-19 महामारी ने हमें यह सिखाया है कि एक मजबूत और प्रभावी स्वास्थ्य प्रणाली की आवश्यकता है। सरकार, स्वास्थ्य विभाग और समाज को मिलकर काम करना होगा ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जा सके और सभी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सके। गरीब आदमी के लिए सरकारी अस्पताल ही एकमात्र उपचार का ठिकाना है, वरना तो बहुत सारे बैगा गुनिया, झोलाछाप कथित डाक्टर हैं उपचार करने वाले। वहीं दूसरी ओर बड़ी पूंजी से प्रारंभ किए गए नर्सिंग होम हैंं, जो गरीबों की पहुंच से बाहर हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार केवल एक सरकारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह समाज के सभी वर्गों की जिम्मेदारी है। हमें मिलकर एक स्वस्थ और समृद्ध छत्तीसगढ़ की दिशा में कदम बढ़ाने की आवश्यकता है।

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