मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की जापान और दक्षिण कोरिया की 10 दिवसीय विदेश यात्रा छत्तीसगढ़ के लिए संभावित रूप से लाभदायक हो सकती है। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री निवेशकों, उद्योगपतियों और व्यापार संघों से संवाद करेंगे, जो राज्य में निवेश के लिए आकर्षित करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा वल्र्ड एक्सपो 2025 ओसाका में छत्तीसगढ़ की पहचान और अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे राज्य की वैश्विक पहचान बढ़ेगी।
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जनवरी 2018 में 10 दिवसीय आधिकारिक यात्रा ऑस्ट्रेलिया गए थे। इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा था कि इस विशाल देश के साथ व्यापारिक संबंधों को गहरा करने के अवसरों की तलाश में यहां आए हैं। हम यहां खानों और खनिजों, हरित प्रौद्योगिकी, आईटी, स्मार्ट शहरों और शिक्षा के कई क्षेत्रों में अवसरों की तलाश में हैं। उन्होंने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान हम ऑस्ट्रेलियाई पक्ष के साथ संपर्क सूत्र स्थापित करने में सक्षम रहे हैं और मेलबर्न से हम विक्टोरिया सहित ऑस्ट्रेलियाई राज्यों के साथ व्यापारिक संबंधों को गहरा करने के ऐसे अवसरों की तलाश जारी रखेंगे। ठीक इसी तरह कांग्रेस शासनकाल दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 11 से 20 फरवरी 2020 को अमेरिका दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने वहां के विभिन्न संस्थाओं और संगठनों के लोगों से मुलाकात की। सीएम ने व्यापार और उद्योग से जुड़े लोगों से मुलाकात कर उन्हें छत्तीसगढ़ आकर उद्योग लगाने का आमंत्रण दिया। इस यात्रा में सीएम ने नरवा, गरवा, घुरवा बारी और गौठान का प्रेजेंटेशन दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भूपेश बघेल के विदेश दौरे के बाद अपेक्षित सकारात्मक प्रभाव नहीं दिखे हैं। यह संभव है कि ब्यूरोक्रेट्स की निरंतरता और नीति में स्थिरता के कारण अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाए हों।
कुछ समय पहले ही सीएम विष्णुदेव साय 23 और 24 अप्रैल को टेक्सटाइल और स्टील इंडस्ट्री पर कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्य में निवेश के लिए सीएम ने बिजनेस लीडर्स से भी भेंट की। छत्तीसगढ़ सरकार ने सीएमएआई (क्लोदिंग मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के साथ एमओयू भी साइन किया। सीएम विष्णुदेव साय ने कहा था कि सीएमएआई से एमओयू और निफ्ट की स्थापना से चांपा के कोसा जैसे वस्त्रों की ब्रांडिंग, प्रमोशन में बड़ी मदद मिलेगी।
शुक्रवार को ओसाका में मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने एनटीटी लिमिटेड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुश्री कायो इतो से मुलाकात की। एनटीटी विश्व की शीर्ष आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल समाधान कंपनियों में से एक है, जिसकी वार्षिक आय 90 अरब अमेरिकी डॉलर है और जो 50 से अधिक देशों में कार्यरत है। इस बैठक में छत्तीसगढ़ में तकनीक आधारित निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने राज्य में डिजिटल इकोसिस्टम को मजबूत बनाने पर जोर दिया। एनटीटी विश्वभर में क्लाउड कम्प्यूटिंग और साइबर सुरक्षा सहित अत्याधुनिक आईटी समाधान प्रदान कर रही है और डिजिटल परिवर्तन की अग्रणी शक्ति बनी हुई है। शाम को जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज द्वारा आयोजित औपचारिक रात्रिभोज में मुख्यमंत्री श्री साय और प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। इस अवसर पर हुई चर्चा में इंडो-पैसिफिक देशों को उद्योग और व्यापार के माध्यम से जोडऩे की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसमें आर्थिक स्थिरता, व्यापारिक सुरक्षा, पारिस्थितिकीय संतुलन और औद्योगिक वृद्धि की अहम भूमिका को रेखांकित किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जापान की उन्नत तकनीक और भारत के कुशल जनशक्ति के संयोजन से व्यापक औद्योगिक सहयोग की संभावनाएं हैं। उन्होंने सांस्कृतिक संबंधों को प्रोत्साहित करने और छत्तीसगढ़ को जापानी पर्यटकों के लिए आकर्षक पर्यटन गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करने पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री श्री साय और उनके प्रतिनिधिमंडल का यह पहला दिन उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा। इसमें व्यापार, तकनीक और कूटनीति से जुड़े अहम अवसरों की खोज की गई। इन प्रयासों से छत्तीसगढ़ को तीव्र औद्योगिक विकास, डिजिटल नवाचार और वैश्विक साझेदारी के एक उभरते केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए।
मुख्यमंत्री साय के इस दौरे के सकारात्मक पक्षों में निवेशकों के साथ सीधी बातचीत, राज्य की संस्कृति और संसाधनों का वैश्विक मंच पर प्रदर्शन और संभावित व्यापारिक साझेदारियों की स्थापना शामिल है। यदि यह प्रयास प्रभावी ढंग से किया जाता है तो भविष्य में छत्तीसगढ़ को आर्थिक और सामाजिक लाभ हो सकता है।