Hindi literature : एक पल ही जियो फूल बनकर जियो, शूल बनकर ठहरना नहीं जिंदगी: डॉ क्षेम
Hindi literature 02 सितंबर जन्मदिन पर विशेष : यशस्वी कवि साहित्य वाचस्पति डा. श्रीपाल सिंह क्षेम Hindi literature जौनपुर ! ओ रंग रली, कंज कली। नन्दन की मन्दारकली, तुम गम को सारी आयु रूप की महकी हुई जवानी में। मैं गीत रचूं अगवानी में। एक पल ही जियो फूल बनकर जियो, शूल बनकर ठहरना […]
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