Sakti news-आदिवासी महिला सरपंच दो दिन से आमरण अनशन पर,  प्रशासन है मौन

सक्ती। ग्राम पंचायत बुंदेली की सरपंच चमेली बाई कंवर कल सुबह 10 बजे से अपने तीन सुृूत्रीय मांग को लेकर 32 घंटा से बैठी हुई है परंतु आदिवासी महिला की नहीं हो रही है सुनवाई। न ही प्रशासन का कोई व्यक्ति महिला सरपंच की आवाज को सुनने पहुंचा। बताया जा रहा है कि सरपंच चमेली बाई कंवर जिसकी तबियत बिगड़ रही है।
ग्राम पंचायत बुंदेली के सरपंच चमेली बाई कंवर सरपंच ग्राम पंचायत बुन्देली द्वारा जनपद पंचायत जिला पंचायत जांजगीर चाम्पा जिला पंचायत सहित प्रभारी मंत्री को लिखित पत्र प्रेषित कर अवधराम बारमते सचिव को
ग्राम पंचायत बुन्देली पदस्थ करने के लिए मांग पत्र दिया गया था जिस पर जिला पंचायत सीईओ द्वारा लगातार दो बार पत्र लिखकर जवाब मांगा गया कि सचिव अवधराम बारमते को बुन्देली में पदस्थ कर जानकारी दे लेकिन जनपद पंचायत मालखरीदा सीईओ के द्वारा उस पत्र का जवाब देना जरूरी नहीं समझ रहे हैं।
सचिव रोहित कुमार कुर्रे के द्वारा जगातार दो बार लिखित में आवेदन दिया गया है कि मुझे ग्राम पंचायत बुन्देली के प्रभार से मुक्त किए जाए लेकिन जनपद पंचायत मालखरौदा सीईओ द्वारा उनको हटाया नहीं जा रहा है और न ही रोहित कुमार कुरे के खिलाफ शिकायत की जांच की जा रही है और न ही रोहित कुमार कुर्रेग्राम पंचायत की बैठक आयोजित नहीं करता, मेरे द्वारा बैठक लिखित सुचना देने पर भी नहीं उपस्थित होने की शिकायत करने के बाद भी सीओ जनपद पंचायत मालखरीदा के द्वारा रोहित कुमार कुर्रे को न ही हटा रहे है केवल मुझ गरीब आदिवासी महिला सरपंच को परेशान किया जा रहा है जिसके चलते गांव के विकास प्रभावित हो रहा है।
आचार संहिता लोकसभा के दौरान उपसरपंच से संाठगांठ कर अनापत्ति प्रस्ताव जारी कर दिया गया जिसका जांच जनपद पंचायत मालखरौदा सीईओ के द्वारा नहीं की जा रही है। जिसको लेकर सरपंच चमेली बाई कंवर के द्वारा तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जनपद पंचायत कार्य के सामने बैठी अनशन पर जिसमें उसके द्वारा मांग की गई है कि ग्राम पंचायत बुन्देली में सचिव अवधराम बारमते को पदस्थ किया जाये। पूर्व में हुये और वर्तमान में हुये कार्य का भुगतान किया जाये। सचिव रोहित कुमार कुर्रे के द्वारा दिये गये फर्जी अनापत्ति प्रस्ताव पर तत्काल जांच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की गई है।

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