Rani Durgavati: वीरांगना रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस मनाया गया…युगों -युगों तक याद किया जाएगा बलिदान

:संजय सोनी:

भानुप्रतापपुर। गोंडवाना समाज के द्वारा वीरांगना रानी दुर्गावती का 461वां बलिदान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि निखिल सिंह राठौर अध्यक्ष नगर पंचायत भानुप्रतापपुर,अध्यक्षता राधे लाल नुरूटी ब्लाक अध्यक्ष कर्मचारी अधिकारी शासकीय सेवक संघ एवं विशेष अतिथि सी.पी.ठाकुर गोंडवाना समाज प्रमुख की आतिथ्य में संपन्न हुआ।

समाज के लोगों द्वारा रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की गयी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि  राठौर द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि रानी दुर्गावती सिर्फ गोंडवाना समाज के लिए ही नहीं अपितु हमारे देश के सभी समाज के लिए गर्व की बात है, जिन्होंने अपने देश के लिए अपने आपको बलिदान करना उचित समझा लेकिन देश के दुश्मनों के सामने कभी भी सिर झुकाना पसंद नहीं किया उनका बलिदान युगों -युगों तक याद किया जाएगा और उनके पद चिन्हों पर हम सबको चलकर आने वाली नई पीढ़ी को भी ऐसे हमारे महापुरुषों से अवगत कराना होगा जिससे उनके अंदर देश प्रेम की भावना जागृत हो सके।


कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे आर.एल. नुरुटी ने गोंडवाना वीरांगना रानी दुर्गावती की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गोंडवाना साम्राज्य की वीर शासिका ने 51 युद्धों में विजय प्राप्त की और अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए 1564 में शहादत दी । उनका बलिदान और साहस भारतीय इतिहास में अमर रहेगा ।भारत के इतिहास में रानी दुर्गावती का नाम उन वीरांगनाओं में शामिल है जिन्होंने न केवल अपने साम्राज्य की रक्षा की बल्कि अपनी मातृभूमि के लिए जान की बाजी लगाई ।

 

रानी का जीवन बलिदान, संघर्ष और साहस से भरा हुआ था।इनका नाम आज भी उन वीरांगनाओं में लिया जाता है जिन्होंने मुगलों के सामने कभी सिर नहीं झुकाया। नगर पंचायत अध्यक्ष निखिल राठौर जी से,रानी दुर्गावती प्रतिमा के पास लाइटिंग और फवारे को ठीक कराने की मांग किए जाने पर उनके द्वारा सहर्ष स्वीकार किया गया। इस अवसर पर पारस उसेंडी , लालसिंह पोटाई,निर्भय कोवाची, श्रीराम उयके, गिरधारी लाल नरेटी , श्रीमती अरमिला सोरी, यशोदा करंगा, भुनेश्वरी नेगी,नीतु लाटिया, रामेश्वरी दुग्गा एवं समाज जन उपस्थित थे।