“कोरर परिक्षेत्र में डिप्टी रेंजर को वित्तीय प्रभार दिए जाने पर उठे सवाल, भ्रष्टाचार और अनियमितता का आरोप”

भानुप्रतापपुर। कांकेर वन मंडल के अंतर्गत वन परिक्षेत्र कोरर में वन परिक्षेत्र के स्थान पर डिप्टी रेंजर मनीष जैन को प्रभार दिया गया है। जबकि पहले ही रेंजर कांकेर वन मंडल में पदस्थ है उन्हें हटा कर डिप्टी को पदस्थ कर दिया गया है

बता दे कि वन परिक्षेत्र में किये गए कार्यों का भुगतान वन परिक्षेत्र अधिकारी ही करते है लेकिन कोरर परिक्षेत्र में कुछ अलग नियम अधिकारीयों के द्वारा चलाया जा रहा है एक डिप्टी रेंजर के द्वारा व्हाउचर, प्रमाणक में वन परिक्षेत्र अधिकारी के सील लगाकर हस्ताक्षर कर भुगतान के लिए प्रस्तुत किया जाता है एव डीएफओ कांकेर के द्वारा अपना कमीशन लेकर डिप्टी रेंजर को भुगतान के लिए चेक दे दिया जाता है वित्तीय नियम को माने तो एक डिप्टी रेंजर को भुगतना के लिए चेक दिया जाना वित्तीय नियमों का उल्लंघन है

वही डिप्टी रेंजर को प्रभारी रेंजर का प्रभार दिए जाने के पीछे राजनीतिक नेताओ के दबाव होने के भी बात सामने आ रही है। जो अपने ब्यक्तिगत लाभ के लिए कोरर परिक्षेत्र का प्रभार दिलवाया गया है। यदि विगत चार महीने पूर्व से आज परिहंत तक कोरर परिक्षेत्र के समस्त व्हाउचर प्रमाणक का स्वतंत्र एजेंसी से निष्पक्षता जांच करवाई जाए तो कई वित्तीय अनियमितता सामने आएगी

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