ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच भारत सरकार ने तेहरान में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर नई एडवाइजरी जारी की है. भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों (PIOs) से तत्काल तेहरान छोड़ने या सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह किया है.
क्या है एडवाइजरी
– जो भारतीय नागरिक अपने साधनों से तेहरान छोड़ सकते हैं, उन्हें शहर से बाहर सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है.
– जो लोग दूतावास से अभी तक संपर्क में नहीं हैं, उन्हें तुरंत +989010144557, +989128109115, +989128109109 पर कॉल कर अपना स्थान और संपर्क विवरण देना होगा.
– हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण छात्रों को आर्मेनिया के रास्ते निकाला जा रहा है. वहां से उन्हें जॉर्जिया और फिर भारत लाया जाएगा.
10,000 भारतीय छात्रों को बचाने की कवायद
ईरान में लगभग 10,000 भारतीय छात्र हैं, जिनमें 1500 कश्मीरी छात्र भी शामिल हैं. अधिकतर छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए वहां मौजूद हैं. भारतीय दूतावास ने पहले ही कई विश्वविद्यालयों से छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
– तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
-इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी
– ईरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
– शहीद बेहेश्टी यूनिवर्सिटी के छात्रों को कोम शहर भेजा गया।
– शिराज यूनिवर्सिटी और इस्फहान यूनिवर्सिटी के छात्रों को मंगलवार को निकाला जाएगा.
110 छात्रों का पहला ग्रुप आर्मेनिया पहुंचा
सरकारी सूत्रों के अनुसार, 110 छात्रों का पहला समूह आर्मेनिया की सीमा पर पहुंच चुका है. भारतीय दूतावास ने छात्रों को तेहरान से निकालने के लिए बसों की व्यवस्था भी की है.
क्या है भारत सरकार का प्लान
– आपातकालीन हेल्पलाइन सक्रिय किया गया है.
– वैकल्पिक मार्गों (आर्मेनिया-जॉर्जिया) से छात्रों को वापस लाने की योजना बनाई जा रही है.
– विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.