सरायपाली :- नगर के प्रवेश द्वार पर स्थित एक निजी अस्पताल द्वारा स्वच्छता के नियमो की अनदेखी कर अस्पताल से निकलने वाले वेस्ट पदार्थो को सड़क व सड़क के किनारे झाड़ियों में फेंक दिए जाने , अस्पताल के पास ही सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे इन वेस्ट पदार्थो को जलाने व हॉस्पिटल के पीछे भारी संख्या में प्लास्टिक बोरी में अस्पताल से निकले वाले गंदे पदार्थो को भरकर रखा गया था इसके साथ ही अस्पताल के पीछे कचरों व गंदगियों का ढेर भर हुआ था । इन गंदगियों की वजह से आसपास के रहवासी व राहगीरों को भारी दुर्गंध के चलते काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । इस हॉस्पिटल के समीप ही शासकीय महाविद्यालय भी स्थित है । आज सुबह अनेक छात्र छात्राएं रतनपुर पिकनिक मनाने जा रहे थे । उनसे चर्चा के उपरांत उन्होंने बताया की इस अस्पताल के द्वारा व्याप्त गंदगी व बदबू से कालेज परिसर के आसपास रुक पाना संभव नही है । दुर्गंध इतनी तेज होती है कि यह क्लासरूम तक पहुंच जाती है जहां पढ़ाई किये जाने में मुश्किलें आ रही है । इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शासकीय महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा भी अनेकों बार आपत्ति दर्ज कराई गई है किंतु कभी भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा इसे गंभीरता से नही लिया गया
ज्ञातव्य हो कि कल 10 नवम्बर को इस संबंध में “आज की जनधारा ” द्वारा समाचार का प्रकाशन किया गया था । समचार प्रकाशन के बाद इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री , कलेक्टर , मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी के साथ ही सरायपाली एसडीएम सुश्री नम्रता चौबे को दी गई थी । विदित हो कि नगर के अनेक लोग जिनमे महिलाएं भी होती है स्वच्छ व खुला एरिया होने के कारण घंटेश्वरी मंदिर , कॉलेज व निजी अस्पताल के सामने फोरलेन सड़क में सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं ।
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इस अस्पताल के सामने सड़क व झाड़ियों पर काफी संख्या में अस्पताल से निकले वाले सिरिंज , बंधन पट्टी , ग्लूकोज बॉटल के साथ ही अनेक प्रकार के वेस्ट समान सड़क व सड़क किनारे झाड़ियों में बिखर हुवा था । सभी सामान खुले आसमान के नीचे फैलाव होने भारी दुर्गंध के चलने वहां से गुजरना मुश्किल हो रहा था । स्वास्थ्य बनाने निकले लोगो का उल्टा स्वास्थ खराब हो रहा था । इसकी जानकारी इन मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने इस संवाददाता को दी ।
उसके समाचार प्रकाशन के बाद कल ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल के पीछे के कचरों की सफाई तो कर दी गई पर इसके बावजूद अभी भी खुले में इन वेस्ट सामानों को जलाने या फेंकने से रोकने का कोई समुचित उपाय नही किया गया है । शासन के निर्देशानुसार सभी अस्पतालों में वेस्ट सामानों को नष्ट किये जाने के लिए समुचित निर्देश दिए गए हैं पर सरायपाली ब्लाक में स्थित अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में इसक्जे पालन हो रहा है कि नही इसकी जांच संबंधित अधिकारियों को करनी चाहिए ।पर अनेक प्रबंधकों द्वारा अपने धन व राजनैतिक प्रभाव का उपयोग कर बच निकलते हैं और इसी वजह से अधिकारी भी कार्यवाही किये जानेवसे बचते रहते हैं ।