Dhaan kharidi- जोर-शोर से चल रही है चारामा में धान खरीदी

अनूप वर्मा
चारामा। 01 नवम्बर से पूरे प्रदेश 3100 रूपये के समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है। चारामा विकासखण्ड के सभी खरीदी केन्द्रो मे धान खरीदी जोर शोर से चल रही है। लेकिन धान खरीदी शुरू होने के साथ साथ किसानो के सामने भी कई समस्याएँ शुरू हो गई है। किसानो के सामने सबसे बड़ी समस्या बारदाने की सामने आ रही है। राज्य शासन के द्वारा किसानो को लेम्पस की ओर 50 प्रतिशत् बारदाने दिये जा रहे है, और 50 प्रतिशत् बारदाने की व्यवस्था स्वयं करने के आदेश दिये गये है।, जिसका भुगतान शासन की ओर बाद में प्रदान किया जायेगा। लेकिन बाजार में किसान बारदाने के लिए भटक रहे है। बाजारो में किसानों को मंहगे दरो पर बारदाना लेना पड़ रहा है। वही जो वरदान बाजार मैं मिल भी रहे हैं।वे फटे हुए या क्षतिग्रस्त है ।वही मिलरो की हडताल के चलते पिछले वर्ष के बग्रदाने मिलरो के पास मिल में जाम पड़े हुए है। जिसके कारण बारदाने की बेहद कमी सामने आ रही है। वही मिलरो की हड़ताल के कारण घान का उठाव नही हो पा रहा है। पिछले 03 वर्षों से मिलरो को मिलिंग की राशि मिलरो को नहीं दी गई है, वही इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा मिलिंग की राशि 120 रूप्ये से घटाकर 60 रूप्ये प्रति विवंटल कर दिया गया है। जिससे नाराज मिलरो की उडताल लगातार जारी है। वढी 03 वर्ष से मिलिंग का भुगतान नही मिलने और मिल से चावल का उठाव नही होने के कारण मिल में घान जाम पड़ा हु?आ है। जिससे और बारदाने की समस्या सामने आ रही है। अगर मिल से धान का उठाव होता है तो कुछ बारदाने किसानो को सस्ते दरो पर मिल पायेगे। क्योंकि बाजार में किसान 20 से अधिक रूपये मे प्रति नग बारदाना खरीद रहे है। वही बीते वर्ष किसानों द्वारा बाहर से खरीदे गये बारदानो का भुगतान शासन द्वारा आज तक नहीं किया गया है, जिससे किसानो को नुकसान उठाना पड़ रहा है। वही स्थिति इस वर्ष भी होती नजर आ रही है। वही पहली बार किसानों को बारदाने के लिए बेहद परेशान होना पड़ रहा है। वही धान का उठाव भी शुन्य है, जिससे कुछ खरीदी केन्द्र में भराव की क्षमता पूर्ण होने के कारण वे बंद होने की कगार पर है। वही किसानो को टोकन नही मिलने से भी किसान परेशान है। ऑनलाईन टोकन कटवाने के लिए भी किसान प्रतिदिन च्वाईस सेंटरो के चवकर कॉट रहे हैं। शासन द्वारा एक समय में एक दिन में 800 क्विंटल धान खरीदी के लिए ऑनलाईन टोकन खोला जाता है,जो कि 01 से 02 मिनट में ही भर जाता है। जिससे किसान परेशान है। किसान चाडकर भी अपना धान समय पर बेच नहीं पा रहे है। इन सभी समस्याओं से परेशान किसान राज्य सरकार से जल्द इन समस्याओं के समाधान की मॉग कर रहे है। ताकि जल्द किसानों का ज्ञान बिक सके।

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