Cancer disease कैंसर रोग से बचाव के लिए हुआ जागरूकता का प्रयास
Cancer disease राजनांदगांव। कैंसर रोग पर नियंत्रण व इससे बचाव के उद्देश्य से जिले के अस्पतालों में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई तथा आवश्यक स्वास्थ्य परामर्श दिया गया। साथ ही कैंसर रोग से बचाव हेतु आवश्यक उपायों से संबंधित बैनर-पोस्टर भी लगाए गए।
Cancer disease कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसे वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकता बनाने के लिए हर साल 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में जिले के मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय व सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई।
Cancer disease इस मौके लोगों को कैंसर के लक्षण, कारण व बचाव हेतु जरूरी उपायों की जानकारी दी गई। शिविर में ईएनटी विभाग, दंत रोग विभाग, स्त्री रोग विभाग व सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने स्वास्थ्य जांच की। कैंसर की गंभीरता के विषय में जिला सलाहकार गैर-संचारी रोग, विकास राठौर ने बतायाः कैंसर रोग पर नियंत्रण के लिए गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
Cancer disease कैंसर संक्रामक बीमारी नहीं हैं, बल्कि सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमावायरस, लिवर कारक कैंसर हिपेटाइटिस बी और सी जैसे कुछ कैंसर बैक्टीरिया और वायरस जनित होते हैं। वहीं केवल 5 से 10 फीसदी कैंसर आनुवंशिक होते हैं जबकि कुछ कैंसर व्यक्ति के पूरे जीवन में जेनेटिक परिवर्तनों के कारण होते हैं और कुछ पर्यावरण के कारण जैसे रेडियेशन और तम्बाकू का सेवन करने से होते हैं। लेकिन, रोग का पता लगने पर शीघ्र उपचार कराने से पीड़ित को रोगमुक्त किया जा सकता है।
वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. अशोक कुमार बंसोड़ ने बतायाः राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर जिले में कैंसर के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया। जिला अस्पताल में आयोजित कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में लोगों को यह बताने का प्रयास किया गया कि, मुख्य रूप से महिलाओं में बच्चेदानी का कैंसर, स्तन कैंसर और पुरुषों में तंबाकू युक्त पदार्थ के सेवन के कारण मुख कैंसर होता है। अगर कैंसर के बारे में प्रारंभ में ही पता चल जाता है तो इसका उपचार संभव है। अधिकांश मामलों में कैंसर से संबंधित दर्द का इलाज दवाओं और दर्द प्रबंधन विधियों से किया जाता है।
मुख कैंसर के लक्षण
मुंह में सफेद/लाल/चकत्ता/ घाव होना। किसी जगह त्वचा का कड़ा हो जाना। ऐसे घाव जो 1 माह से अधिक अवधि तक ना भरे। मसालेदार भोजन का मुंह के अंदर सहन ना होना। मुंह खोलने में कठिनाई। जीभ को बाहर निकालने में कठिनाई। आवाज में परिवर्तन (नाक से बोलना)। अत्याधिक लार का स्राव। चबाने/निगलने/बोलने में कठिनाई।
गर्भाशय कैंसर के सामान्य लक्षण
रजोनिवृत्ति के पश्चात रक्त स्राव। यौन संबंध के पश्चात रक्त स्राव। अनियमित माहवारी रक्तस्राव। योनि से रक्त मिश्रित सफेद पानी का रिसाव। पीठ दर्द, पेट के निचले भाग में दर्द। स्तन कैंसर के सामान्य लक्षण स्तन के आकार में बदलाव। स्तनाग्र का अंदर घुसनाएस्थिति या आकार में बदलाव। स्तनाग्र पर या उसके इर्द-गिर्द लाल चकत्ते। स्तनाग्र में किसी प्रकार का असामान्य रिसाव। स्तनों में गांठए स्तन या कांख में निरंतर दर्द।