भारत ने पाकिस्तानी हमले पर जवाबी कार्रवाई की है. भारतीय सेना ने लाहौर और रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना के कई एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया. भारत के विदेश मंत्रालय ने पीसी कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय सचिव विक्रम मिसरी,कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सरकार और सेना की राय रखी. उन्होने बताया कि 7 मई को बताया गया था कि भारत का ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया. साथ ही, दोहराया गया था कि भारत में किसी भी सैन्य ठिकाने पर हमले का जवाब दिया जाएगा.
7 और 8 मई की रात पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों, जैसे अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भठिंडा, चंडीगढ़, नाल फलौदी, उत्तरलाई और भुज पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया. इन हमलों को इंडिग्रेडेट काउंटर ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों से विफल किया गया. इनका मलबा कई जगहों से बरामद हुआ, जो पाकिस्तानी हमले के सबूत हैं.
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भारत के विदेश मंत्रालय सचिव विक्रम मिसरी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बताया, “यह सिलसिला 22 अप्रैल से पहलगाम के हमले से शुरू हुआ है. उसका जवाब भारत ने कल अपने एक्शन से दिया है. दिलचस्प बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा समिति में जब पहलगाम हमले को लेकर एक प्रेस वक्तव्य जारी करने की बात चल रही थी, तो सोचिए तो किस देश ने टीआरएफ को मेंशन किए जाने का विरोध किया. टीआरएफ वही संगठन था, जिसने पहलगाम हमले की एक नहीं, दो बार जिम्मेदारी ली थी. जब उसके आकाओं को लगा कि मामला गर्म हो रहा तो उसने अपना नाम वापस ले लिया.”
उन्होंने कहा कि आज सुबह भारत के बलों ने पाकिस्तान के कई स्थानों पर उसके वायुरक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया. भारत की प्रतिक्रिया समान क्षेत्र समान तीव्रता के साथ की गई. यह विश्वनीय रूप से पता चला है कि लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया गया.
कर्नल सोफिया ने बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है. कुपवाड़ा, मेंढर, बारामूला, उरी, पुंछ और राजौरी में मोर्टार और भारी तोपखाने का इस्तेमाल किया जा रहा है.