:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- ” भ्रष्टाचार व अनियमितताओं से परिपूर्ण सरायपाली के गौरवपथ में
आपका हार्दिक स्वागत है ” जैसे स्वागत बोर्ड लगाना चाहिए था
पर इसके स्थान पर लगाया जा रहा है यात्रियों को झांसा देने वाला बोर्ड ।
वह भी 2 नही 3 बोर्ड लगाए जा रहे हैं । यह जनता की गाढ़ी कमाई से नगरपालिका को दिए
जा रहे टेक्स का नाजायज खर्च है जिसका कुछ लोगो ने विरोध करना भी प्रारम्भ कर दिया है ।
पर बोर्ड अभी लगा नही है सिर्फ बोर्ड लगाने 3 स्थानो पर फाउंडेशन लगाया जा रहा है ।
बताते हैं एक एक बोर्ड की कीमत 12 से 15 लाख रुपये है । ऐसी चर्चा है ।

नगर में गौरवपथ निर्माण की योजना लगभग समाप्ति पर है 2- 3 दिनो के बाद डिवाइडरों में स्ट्रीट लाइट व पौधे लगाने का कार्य भी प्रारम्भ हो जायेगा । अनावश्यक रूप से छोड़े गये 36 क्रासिंगों को बन्द किये जाने का कार्य भी चल रहा है । डिवाइडरों में जाली लगाने का कार्य अभी रुक हुआ है ।
यह सब हो जाने के बाद नगर का सौंदर्यीकरण पूर्ण हो जायेगा व नगरवासी मुम्बई जैसे बड़े शहर में होने का आनंद ले सकेंगे । वहीं बड़ा तालाब का भी सौंदर्यीकरण हो जाने के बाद नगरवासी रायपुर के मरीन ड्राइव का मजा लेंगे उन्हें मरीन ड्राइव का मजा लेने अब रायपुर जाने की आवश्यकता नही पड़ेगी । यह दावा हम नही नगरपालिका के कथित जनप्रतिनिधि व उनके समर्थक कर रहे हैं जो कि काफी हास्यास्पद दावा नजर आता है ।
नगर का गौरवपथ नगर को कितना गौरवान्वित कर रहा है यह नगरवासियों को अच्छी तरह पता है । गौरवपथ व सैन्दर्यीकरण के नाम से सिर्फ व सिर्फ भ्रष्टाचार व अनियमितताओं व कमीशनखोरी के सिवाय कुछ नही है । तो क्या सिर्फ सड़क , डिवाइडर , स्ट्रीट लाइट व जालियों के निर्माण किये जाने से गौरवपथ का गौरव बन जायेगा व नगर का सौंदर्यीकरण हो जायेगा ? यह सवाल अब नगरवासियो के जुबानों में आने लगा है ।

इसके नाम से नगर व नगरवासियो द्वारा दिये जा रहे टेक्स को बर्बाद किया जा रहा है । शासन से प्राप्त धनराशि का दुरुपयोग हो रहा है । बाहर से नगर में आने वाले यात्रियों को ऐसा कुछ नही लगेगा कि वह गौरवान्वित हो सकेगा ।
इस संबंध में आज भाजपा से जुड़े कुछ कार्यकर्ताओं व पार्षदों ने नगर में व खासकर झिलमिला चौक में बनाये का रहे स्वागत बोर्ड लगाने की जानकारी दी व इसे औचित्यहीन बताया । नगरपालिका द्वारा नगर में 3 स्थानों पर क्रमशः जामबहलीन मंदिर , झिलमिला चौक व घंटेश्वरी मंदिर के पास हुंडई शोरूम के सामने कुल 3 स्वागत द्वारा बनाये जाने हेतु फाउंडेशन डाला गया है । कुछ लोगो ने बताया कि इसकी कीमत 12 से 15 लाख रुपये है । पर यह अधिकृत जानकारी नही है । इस संबंध में सीएमओ से जानकारी मांगी गई है पर समाचार लिखे जाने तक जानकारी नही मिली है ।
झिलमिला चौक में लगाये जा रहे स्वागत द्वार को लगाए जाने को लेकर नगरवासियो व झिलमिला बस्त्ति के दुकानदारों व वार्डवासियों ने कड़ा विरोध करते हुवे इसे अनावश्यक व फिजूल खर्ची बताया है ।

इनका कहना है कि जब नगर के दोनों प्रवेश द्वारों में 2 स्वागत द्वार बनाया जा रहा है तो झिलमिला चौक में स्वागत द्वार बनाये जिसने का क्या औचित्य है ।
महिला नपाध्यक्ष की आड़ में अपनी मनमानी व हिटलरशाही रैवैय्या व निर्णय उनके पति द्वारा लिया जा रहा है । आज भी नगरपालिका में महिला नपाध्यक्ष सिर्फ नाम की है अधिकारियों व कर्मचारियों को उनके पति ही आदेशित व निर्देशित कर रहे हैं और वे मान भी रहे हैं ।
सत्ताधारी सरकार होने के कारण चाहकर भी अधिकारी कुछ विरोध नही कर पा रहे हैं । इस चौक में डिवाइडर को बड़ा बना दिये जाने से लंबी व ट्राली ट्रकों को आने जाने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । उसके ऊपर इसी डिवाइडर के सामने स्वागत द्वार का फाउंडेशन लगाने से चौक की चौड़ाई और कम हो गई है ।

यहां से रायगढ़ व ओडिशा से अनेक डम्फर व ट्राली ट्रकों में जिंदल स्टील फ़ैक्टरी से बड़े बड़े लोहे के आयटम व मिक्सर प्लांट से मिक्स आयटम जाता है । इन ट्रकों को पहले ही यहां से मुड़ने में दिक्कतें आ रही थी अब स्वागत द्वार बनने से परेशानियां और बढ़ जाएगी । प्रत्येक बड़ी ट्रक तब ही मुड़ पाती है जब तक वह 3-4 बार ट्रक को आगे पीछे न कर दे ।
कम चौड़ाई के कारण ट्रक ड्राइव्हर बहुत परेशान हैं तीखी कटिंग के कारण हमेशा सड़क से टायर रगड़ने के कारण अभी तक 100 से अधिक टायर इसी स्थान पर ट्रकों के फट चुके हैं । ट्रक मालिको ने भी इसका विरोध किया है ।ट्राली ट्रकों में कई आयटम ऐसे होते हैं जिनकी ऊंचाई अपेक्षाकृत अन्य सामानों से ऊंची होती है ऐसे में यदि स्वागत द्वार पर्याप्त ऊंचाई में नही लगाया गया तो सामानों से टकराकर स्वागत द्वार व सामानों दोनों को नुकसान होगा तो वहीं बोर्ड को बार बार खोलना पड़ेगा । जिसके निकालने व लगाने का चार्ज ट्रकों से वसूला जायेगा ।
कांग्रेस पार्टी , आप पार्टी ,कुछ सामाजिक संगठनों के साथ ही नगरवासियो ने अनावश्यक रूप से लगाये जा रहे इस स्वागत द्वार का विरोध करते हुवे इसे अनावश्यक खर्च बताया है व तत्काल प्रभाव से
इसे बन्द किये जाने की मांग की है साथ ही यदि नगरपालिका इसके बावजूद इसके निर्माण करती है तो ऊपर अधिकारियों से शिकायत तो की ही जायेगी साथ ही विरोध व धरना प्रदर्शन भी किया जायेगा ।