Nine forms of Nav Durga : एक स्त्री के पूरे जीवनचक्र का बिम्ब है नवदुर्गा
🚩 नवदुर्गा के नौ स्वरूप 🚩
Nine forms of Nav Durga : 1. जन्म ग्रहण करती हुई कन्या शैलपुत्री स्वरूप है ।
2. कौमार्य अवस्था तक * ब्रह्मचारिणी का रूप है ।
3. विवाह से पूर्व तक चंद्रमा के समान निर्मल होने से वह चंद्रघंटा समान है ।
4. नए जीव को जन्म देने के लिए गर्भ धारण करने पर वह कूष्मांडा स्वरूप है ।
5. संतान को जन्म देने के बाद वही स्त्री स्कन्दमाता हो जाती है ।
6. संयम व साधना को धारण करने वाली स्त्री कात्यायनी रूप है ।
7. अपने संकल्प से पति की अकाल मृत्यु को भी जीत लेने से वह कालरात्रि जैसी है ।
8. संसार (कुटुंब ही उसके लिए संसार है) का उपकार करने से महागौरी हो जाती है ।
9. धरती को छोड़कर स्वर्ग प्रयाण करने से पहले संसार मे अपनी संतान को सिद्धि (समस्त सुख-संपदा) का आशीर्वाद देने वाली सिद्धिदात्री हो जाती है।
हर स्त्री अपने आप मे कहीं न कही माँ जगदम्बे का प्रतिबिंब है।
Nine forms of Nav Durga : नारीशक्ति में विराजमान माँ जगदम्बे को हमारा प्रणाम है।