:रमेश गुप्ता:
दुर्ग: सोशल मीडिया से मुलकात फिर प्यार और उसके बाद शादी का वादा और फिर शादी के लिए दबाव एक टीचर और उसके बेटे की हत्या का कारण बन गया. दुर्ग पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्याकांड का मामला सुलझा लिया है.
बता दें रविवार को अमलेश्वर थाना इलाके के खम्हरिया गांव के दो अलग-अलग कुओं में महिला और बच्चे की लाश मिली थी. महिला और बच्चे को मारकर बोरे में बांधकर फेंक दिया गया था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और संदेह के आधार पर खम्हरिया गांव के छत्रपाल सिंगौर और उसके चचेरे भाई शुभम सिंगौर को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पुलिस की पुछताछ के आगे दोनों युवक टूट गए और अपना गुनाह कबूल लिया.
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपी छत्रपाल सिंगौर की दोस्ती इंस्ट्राग्राम के जरिए सुनीता चतुर्वेदी से हुई. जो रायपुर में एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थी. दोनों के बीच बात होने लगी और यह बातचीत प्यार में बदल गया. सुनीता चतुर्वेदी के पति का निधन हो चुका था. उसने छत्रपाल को बताया कि वह अपने माता-पिता के साथ रायपुर में रहती है. इस पर छत्रपाल ने भी कहा कि उसकी शादी नहीं हुई है और वह उससे शादी कर उसके बच्चे को भी अपना लेगा. इसके बाद वह लगातार सुनीता से संबंध बनाता रहा.
सुनीता बार बार शादी करने और साथ रहने के लिए दबाव बनाने लगी. इस पर छत्रपाल लगातार टालता रहा. इस बीच छत्रपाल ने परिवार वालों की मर्जी से समाज की लड़की से शादी कर ली. इसकी जानकारी लगने के बाद सुनीता बार-बार अपने बच्चे को लेकर छत्रपाल सिंगौर के साथ रहने के लिए दबाव बनाने लगी. दबाव बढ़ता देख छत्रपाल सिंगौर अपने चचेरे भाई शुभम सिंगौर के साथ मिलकर सुनिता व उसके बच्चे को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया था.
इसके बाद 18 जून को छत्रपाल सिंगौर रायपुर से सुनीता व उसके 08 साल के बच्चे को अपने इलेक्ट्रीक स्कूटी में बैठाकर अपने गांव ग्राम खम्हरिया लाया जहां योजना के अनुसार चचेरा भाई शुभम कुमार गांव में बताये गए स्थान पर मिला. इसके बाद दोनों ने मिलकर सुनीता व उसके बच्चे की खेत में गला दबाकर हत्या की और साक्ष्य मिटाने के उद्देशय से शवों को अलग अलग साडी में लपेटकर बोरी में डालकर एवं पत्थर बाधकर अलग अलग कुंए में डाल दिया.
पत्रकार वार्ता में एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर,डीसीपी क्राइम अजय कुमार,सिंह एसडीओपी पाटन अनूप लकड़ा ने भी मौजूद थे. इस कार्रवाई में थाना प्रभारी अनिल कुमार साहू, प्रमोद कुमार रसिया सहायक उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह राजपूत प्रधान आरक्षक मेघराज चेलक आरक्षक राजकुमार, अश्वनी, वीर नारायण,विवेक यादव,अजय थाना अमलेश्वर उप निरीक्षक दीनदयाल वर्मा सहायक उप निरीक्षक मानसिंह सोनवानी प्रधान आरक्षक मनीष तिवारी आरक्षक राकेश राजपूत अजय सिंह, अमित यादव,चितरंजन प्रसाद देवांगन का विशेष योगदान रहा .