Editor-in-chief सुभाष मिश्र की कलम से – अपने घर में भी है रोटी, अप्रवासियों की वापसी

Editor-in-chief सुभाष मिश्र

-सुभाष मिश्र
एक फि़ल्म आई थी नाम , उसमें आनंद बक्षी लिखा और पंकज उदास का गाना उन अप्रवासियों के दिल को छू गया था। चिठ्ठी आई है वतन से चिठ्ठी आई है… बहुत दिनों के बाद हम बे-वतनों को याद वतन से मिट्टी आई है। आजा उम्र बहुत है , छोटी अपने घर में भी है रोटी , चि_ी आई है। जो अपना महान भारत छोड़कर रोज़ी रोटी या यूं कहें बेहतर जि़ंदगी का सपना लेकर अमेरिका, यूरोप, आस्ट्रेलिया या फिर तेल वाले देशों में गये थे। अब ऐसे देशों में अप्रवासियों को बाहर करने की बात हो रही है। वहां के नेताओं और स्थानीय लोगों को लगता है की इनकी वजह से हमारा रोजग़ार, हमारी संस्कृति और सुरक्षा को खतरा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत में ही अवैध रूप से रह रहे अप्रवासियों के खिलाफ बड़े कदम उठाना शुरू कर दिया है।

अमेरिका द्वारा अवैध भारतीय प्रवासियों की भारत वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। 5 फऱवरी को जब देश के प्रधानमंत्री महाकुंभ के अवसर पर संगम में डुबकी लगाई, जब दिल्ली में रेवड़ी कल्चर को विकसित करते हुए देश की सभी राजनीतिक पार्टियां तरह-तरह के वादों के साथ विधानसभा चुनाव में मतदान करवा रही थी तब 5 फऱवरी को अमृतसर में अमेरिका का एक सैन्य विमान से 104 लोग पहुँचा। अमेरिका ने अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके तहत 104 भारतीय नागरिकों का पहला जत्था अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 से भारत पहुंचा। यह विमान पंजाब के अमृतसर में स्थित गुरु रविदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। विमान में 79 पुरुष, 25 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं। इनमें से अधिकांश लोग अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर पर पकड़े गए थे। जिनमें 33 लोग गुजरात से, 30 लोग पंजाब से, 33 लोग हरियाणा से, 3 लोग महाराष्ट्र से, 3 लोग उत्तर प्रदेश से और 2 लोग चंडीगढ़ से थे। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत उन्हें देश से बाहर निकाला जा रहा है।

ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में रह रहे अवैध भारतीयों के निर्वासन के लिए इस सैन्य विमान का इस्तेमाल किया। यह पहला मामला है जब भारतीय नागरिकों का अमेरिका से निर्वासन हुआ है। वापस किये गये भारतीय नागरिकों ने अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए च्च्डंकी रुटज्ज् का इस्तेमाल किया। डंकी रूट शब्द पंजाबी भाषा से आया है, जिसका अर्थ है एक स्थान से दूसरे स्थान तक बिना कानूनी तरीके से पहुंचना। इस रूट का इस्तेमाल करके लोग अवैध तरीके से अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रवेश करते हैं। ट्रैवल एजेंट्स की मदद से अवैध दस्तावेज तैयार कराए जाते हैं, जिससे यह लोग अमेरिका पहुंचने में सफल होते हैं। इसको लेकर कुछ साल पहले शाहरुख खान अभिनीत फि़ल्म डंकी आई थी । जिसमें बहुत ही बारीकी से इस पूरी प्रक्रिया को दिखाया गया है। लगभग 18,000 भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं।

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डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम शुरू किया। इस प्रोग्राम के तहत ट्रंप ने ग्वाटेमाला, पेरू, और होंडुरास जैसे देशों के अवैध प्रवासियों को भी वापस भेजा है। अमेरिका में लगभग 7.25 लाख अवैध भारतीय अप्रवासी रहते हैं, और यह संख्या अवैध प्रवासियों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। अमेरिका में अवैध अप्रवासियों का मुद्दा दशकों से राजनीति और नीति-निर्माण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। लाखों अप्रवासी बिना वैध दस्तावेजों के अमेरिका में रहते हैं । अनुमानित 1.1 करोड़ से अधिक अवैध अप्रवासी अमेरिका में रहते हैं । इन अप्रवासियों में ज्यादातर लोग मैक्सिको, मध्य अमेरिका, एशिया और अफ्रीका से आते हैं। इनमें से कई लोग वर्क वीजा ओवरस्टे करके या गैर-कानूनी तरीके से सीमा पार करके अमेरिका में बसे हैं। वे मुख्य रूप से कृषि, निर्माण, रेस्तरां और घरेलू कामों में रोजगार पाते हैं।

अमेरिका में अप्रवासियों के लिए जो प्रमुख नीतियां और कानून हैं उनमें डीएसीए 2012 बराक ओबामा प्रशासन ने डीएसीए प्रोग्राम शुरू किया, जिससे बचपन में अवैध रूप से लाए गए अप्रवासियों को अस्थायी कानूनी दर्जा और कार्य परमिट दिया गया।। ट्रंप प्रशासन ने इसे खत्म करने की कोशिश की, लेकिन बाइडेन प्रशासन ने इसे फिर से बहाल किया। ट्रंप की जीरो टेलरेंस नीति 2018 ट्रंप प्रशासन ने अवैध रूप से सीमा पार करने वालों पर सख्त कार्रवाई की। हजारों परिवारों को अलग कर दिया गया, जिससे अंतरराष्ट्रीय आलोचना हुई। इस नीति को 2019 में रोक दिया गया। बॉर्डर सिक्योरिटी और अमेरिका-मैक्सिको वॉल की ट्रंप की मैक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने की योजना चलाई, जिसे बाइडेन ने बंद कर दिया।2023 में, टेक्सास और अन्य दक्षिणी राज्यों ने बॉर्डर सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए नेशनल गार्ड तैनात किए। टाइटल 42 कोविड-19 के दौरान , ट्रंप प्रशासन ने कोविड-19 के दौरान अवैध अप्रवासियों को तेजी से निर्वासित करने के लिए ञ्जद्बह्लद्यद्ग 42 कानून लागू किया। बाइडेन प्रशासन ने इसे 2023 में खत्म कर दिया।

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