नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने हाल ही में पांच विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनावों में कई नवाचारी पहलों को सफलतापूर्वक लागू किया। इनमें मोबाइल जमा सुविधा, वास्तविक समय में मतदान प्रतिशत की जानकारी, 100% वेबकास्टिंग और मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SSR) शामिल थे। ये उपाय आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में भी लागू किए जाएंगे।
कहाँ हुए उपचुनाव
उपचुनाव निम्नलिखित विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित किए गए:
– गुजरात: 24-कड़ी (SC) और 87-विसावदर
– केरल: 35-नीलांबुर
– पंजाब: 64-लुधियाना पश्चिम
– पश्चिम बंगाल: 80-कालीगंज
कुल 1,354 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ, जहाँ निर्वाचन आयोग की नई तकनीकों और प्रक्रियाओं का परीक्षण किया गया।
मुख्य नवाचार और उनका प्रभाव
1. मोबाइल जमा सुविधा
– पहली बार, सभी मतदान केंद्रों के प्रवेश द्वार पर मतदाताओं के लिए मोबाइल जमा करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
– इसका उद्देश्य मोबाइल फोन लेकर मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोकना था, खासकर वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और दिव्यांग मतदाताओं के लिए।
– मतदान केंद्रों पर पिजनहोल बक्से और जूट के थैले रखे गए, जहाँ मतदाताओं ने अपने फोन जमा किए।
2. वास्तविक समय में मतदान प्रतिशत की जानकारी
– पहले, मतदान प्रतिशत की जानकारी मैन्युअल रूप से एकत्र की जाती थी, जिसमें कई घंटों की देरी होती थी।
– इस बार, ECINET ऐप के माध्यम से प्रत्येक मतदान केंद्र का पीठासीन अधिकारी हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत अपडेट करता रहा।
– मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद, अंतिम डेटा ऐप पर अपलोड किया गया, जिससे रात भर इंतजार नहीं करना पड़ा।
3. 100% वेबकास्टिंग
– सभी मतदान केंद्रों की गतिविधियों की लाइव वेबकास्टिंग की गई, जिससे पारदर्शिता बढ़ी।
– निर्वाचन अधिकारियों ने रियल-टाइम निगरानी करके किसी भी अनियमितता को रोका।
4. मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SSR)
– लगभग दो दशकों में पहली बार, उपचुनावों से पहले मतदाता सूचियों का विशेष पुनरीक्षण किया गया।
– इससे गलत या डुप्लीकेट नामों को हटाने में मदद मिली।
आगामी चुनावों के लिए तैयारी
निर्वाचन आयोग ने कहा कि इन नवाचारों का बिहार विधानसभा चुनावों में पूरी तरह से उपयोग किया जाएगा। ये पहल मतदान प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सुगम और कुशल बनाने में मदद करेंगी।