Crime- सनकी प्रेमी ने जंगल बुलाकर प्रेमिका को उतारा मौत के घाट

पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी

दीपेश रोहिला
जशपुर। एक माह पूर्व बगीचा के ग्राम बटूंगा में घटित अंधे कत्ल की गुत्थी को जशपुर पुलिस ने सुलझाने में कामयाबी हासिल की है। बताया जा रहा है कि प्रेमिका की कहीं और शादी की बात को लेकर प्रेमी नाराज हो चुका था और उसने अपनी प्रेमिका का गला दबाकर फांसी का फंदा बनाकर पेड़ से लटका दिया।पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक प्रार्थी ने 6अप्रैल25 को थाना बगीचा में मर्ग दर्ज कराया था कि उसकी बड़ी बेटी मृतिका प्रतिमा बाई, उम्र 25 वर्ष 5अप्रैल25 को दोपहर करीब एक बजे से घर वालों को बिना बताए कहीं चली गई थी, जोकि शाम तक वापस नहीं लौटी, तो घर वाले उसकी पतासाजी कर रहे थे, इसी दौरान दूसरे दिन गांव के जुल्फी टोंगरी जंगल में उसकी बेटी प्रतिमा बाई का शव एक पेड़ में फांसी से लटका मिला।

पुलिस के द्वारा तत्काल मर्ग कायम कर घटनास्थल जाकर शव का पंचनामा करके डॉक्टर के द्वारा शव का पोस्टमार्डम कराया गया। डॉक्टर द्वारा लापरवाहीपूर्वक पीएम करते हुए पीएम रिपोर्ट को सुसाइडल लेख किया गया था। किंतु मृतिका के परिजनों के द्वारा किसी के द्वारा हत्या कर शव को फांसी में टांग देने की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर से की गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बगीचा थाना प्रभारी को सूक्ष्मता से जांच करने हेतु निर्देश दिए थे। जांच में मृत्यु संदेहास्पद पाए जाने से पीएम रिपोर्ट को मय फोटोग्राफ,केस डायरी सहित फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर भेजा गया। फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ रवि किरण तिर्की व डॉ. सुनील खाखा के द्वारा जांच उपरांत अपनी रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गला दबाकर हत्यात्मक लेख करने पर पुलिस के द्वारा थाना बगीचा में हत्या के लिए बीएनएस की धारा 103(1),238(ड्ड) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।

चूंकि मामला महिला के हत्या कर शव को फांसी में टांगने से संबंधित था व आरोपी अज्ञात था। अत: पुलिस के द्वारा हत्या के क्या संभावित कारण हो सकते हैं उनके ऊपर बारीकी से तफ्तीश की जा रही थी कि कही मृतिका का किसी से विवाद तो नहीं था, इसी दौरान पुलिस को मालूम चला कि मृतिका का प्रेम संबंध गांव के ही आरोपी प्रमोद राम के साथ कई वर्षों से चल रहा था तथा मृतिका की शादी घर वालो ने कहीं और तय कर दी थी, पुलिस ने जब उस दिशा में अपनी जांच तेज की व मृतिका के घर वालों से भी पूछताछ करने पर उन्होंने भी आरोपी प्रमोद राम के ऊपर मृतिका की हत्या कर फांसी में टांग देने हेतु संदेह जाहिर किया। जांच के दौरान पुलिस को मुखबीर के जरिए मालूम चला कि घटना दिनांक को आरोपी प्रमोद राम मृतिका प्रतिमा बाई से मिलने जंगल गया था। व पुलिस की टेक्निकल टीम की मदद से भी यह बात स्पष्ट हो गई कि मृतिका की फोन पर अंतिम बार आरोपी प्रमोद राम से ही बातचीत हुई थी।
पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए संदेही आरोपी प्रमोद राम को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर उसके द्वारा शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की गई परंतु पुलिस की मनोवैज्ञानिक पूछताछ पर आरोपी प्रमोद राम टूट गया और बताया कि वह और मृतिका प्रतिमा बाई के मध्य काफी समय से प्रेम सम्बन्ध था और मृतिका प्रतिमा बाई की शादी उसके घर वालों ने कहीं और तय कर दी थी इसी बात को लेकर वह घटना दिनांक को मृतिका प्रतिमा बाई को फोन कर मिलने के लिए जुल्फी टोंगरी जंगल में बुलाया। इस दौरान वह शराब भी पिया हुआ था जंगल में मिलने के दौरान आरोपी प्रमोद राम ने मृतिका प्रतिमा बाई को, उसको छोड़कर दूसरे व्यक्ति से शादी करने से मना करने लगा परंतु मृतिका प्रतिमा बाई उसकी बात नहीं मान रही थी, और घरवालों के द्वारा तय किए गए रिश्ते में शादी करना चाह रही थी, जिससे आरोपी नाराज होकर मृतिका प्रतिमा बाई का गला दबाने लगा जिससे मृतिका बेहोश हो गई तब आरोपी ने मृतिका की चुनरी से फांसी का फंदा बनाकर पेड़ में टांग दिया जिससे मृतिका की मृत्यु हो गई और वह चुपचाप अपने घर लौट गया।
पुलिस के द्वारा आरोपी के कब्जे से घटना के समय में प्रयुक्त मोबाइल फोन को जप्त कर लिया गया है। आरोपी प्रमोद राम के द्वारा हत्या के बाद मृतिका के मोबाइल को जंगल में फेंक देना बताया गया है व सिम को चूल्हे में जलाकर नष्ट करना बताया गया है, जिसके सम्बन्ध में पुलिस जांच कर रही है। आरोपी प्रमोद राम के द्वारा अपराध स्वीकार करने व पर्याप्त अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। मामले के खुलासे व आरोपी की गिरफ्तारी में बगीचा थाना प्रभारी संत लाल आयाम, सहायक उप निरीक्षक उमेश प्रभाकर, आरक्षक मुकेश पांडे व उमेश भारद्वाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
पुलिस ने बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से काम करते हुए अंधे कत्ल का खुलासा कर लिया है, आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
शशिमोहन सिंह, जशपुर

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