रमेश गुप्ता
CG Breaking : छत्तीसगढ़ बना अपराधों का गढ़ : बघेल
CG Breaking : रायपुर ! छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता भूपेश बघेल समेत चार पूर्व मंत्रियों ने आरोप लगाया कि राज्य की विष्णुदेव साय सरकार ने सुशासन के नाम पर राज्य को अपराधों का गढ़ बना दिया है।
कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भिलाई डीपीएस में चार साल की बच्ची से दुराचार हुआ है, लेकिन पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कह दिया कि जांच हो गई और मामला दबा दिया। उन्होंने कहा कि एसपी कभी अभिभावक, कभी जज, कभी गुंडे की भूमिका में रहते हैं। उन्होंने कहा कि पोक्सो के अंतर्गत सबसे पहले एफआईआर दर्ज करनी होती है, फिर जांच होती है, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
CG Breaking : बघेल ने कहा कि भिलाई स्टील प्रबंधन, प्रिंसिपल और तीसरा एसपी को बचाने की कोशिश हो रही है। ये मामला कहीं न कहीं लेन देन का है। उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में प्राइवेट पार्ट में जख्म की पुष्टि हुई है। मामला सरकार की जानकारी में है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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उन्होंने कहा कि गत पांच जुलाई को चार साल की छात्रा की तबियत खराब होती है, जब उसकी जांच होती है तो पता चलता है कि प्राइवेट पार्ट में जख्म हैं। अभिभावकों को जब इस बात का पता चला तो प्रिंसिपल ने कहा कि मैंने जांच की है। इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है।
श्री बघेल ने कहा कि एसपी दुर्ग के संज्ञान में बात आने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। बहुत बेशर्मी के साथ एसपी यह कहते हैं कि इसमें कोई तथ्य नहीं हैं। अभिभावक भी इसमें एफआईआर नहीं चाहते। आप बताइए कौन ऐसा अभिभावक होगा जो जिसकी बच्ची के साथ गलत हुआ है, वह अपराधी के खिलाफ कार्रवाई नहीं चाहेगा?
श्री बघेल ने कहा कि इसका साफ अर्थ है कि वह दबाव में है। बिना जांच कैसे हुई अगर एसपी के संज्ञान में यह बात आई थी तो इस पर कार्रवाई होनी थी। महिला बाल विकास मंत्री को ज्ञापन भी दिया था। यह बात मंत्री की जानकारी में आ गई तो इसका मतलब यह है कि सरकार की जानकारी में भी यह बात है।
पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय के सुशासन में चार साल की बच्ची से अपराध हुआ, जिनके कंधों पर सुरक्षा करने के लिए स्टार लगे हैं, वही मामले को दबाने की कोशिश करें तो इससे बड़ा दुर्भाग्य छत्तीसगढ़ का नहीं हो सकता है। दो मेडिकल डॉक्टर के कहने के बाद भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। मंत्री को आवेदन के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।
श्री चौबे ने कहा कि प्रिंसिपल का टेस्ट क्यों नहीं होना चाहिए, उसके खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं होनी चाहिए। सारी बातें आ चुकी हैं, तो प्रिंसिपल को यह कहने को किसने कह दिया कि हमने जांच कर दिया। प्रेस को भी धमकाते हैं कि अगर आपने न्यूज चलाया तो आपके खिलाफ एफआईआर हो जाएगी।
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CG Breaking : इस देश में लोकतंत्र है। आप सुशासन के नाम पर छत्तीसगढ़ को अपराधों का गढ़ बना दिए हैं। पुसौर में एक महिला के साथ गैंगरेप करते हैं। कवर्धा और अंबिकापुर में गैंगरेप हो जाता है। रायपुर को अपराध का गढ़ बना दिया। कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है। आपने कैपिटल रायपुर को अपराधों का कैपिटल बना दिया है। सरकार को संज्ञान में लेकर इस तरह के अपराध को रोकना चाहिए।