चिकन-मटन खाने से 15 लोग बीमार, मंत्री केदार कश्यप पहुंचे अस्पताल
कोंडागांव। कोंडागांव में फूड प्वाइजनिंग से 9 साल की बच्ची की मौत हो गई। बुधवार को छठी कार्यक्रम में चिकन-मटन खाने से 15 लोग बीमार हुए थे, जो अस्पताल में भर्ती है। आश्रम में पढऩे वाली कक्षा तीसरी की छात्रा जयंती कोर्राम भी फूड प्वाइजनिंग की शिकार हुई थी, अस्पताल ले जाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
घटना मर्दापाल थाना क्षेत्र के हंगवा गांव की है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मंत्री केदार कश्यप ने अस्पताल का दौरा किया और पीडि़तों का हालचाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
सिविल सर्जन डॉ. आर.सी. ठाकुर के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। विशेष रूप से अंतू राम, जिनकी स्थिति अधिक गंभीर थी, उनके स्वास्थ्य में भी सकारात्मक बदलाव देखा जा रहा है। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि मरीजों को पूर्ण स्वस्थ होने तक ही अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
प्रभावित परिवारों से मिली स्वास्थ्य विभाग की टीम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चला रही हैं। उन्होंने स्वयं हंगवा का दौरा किया और प्रभावित परिवारों की जांच की। विभाग की टीमें घर-घर जाकर उन सभी लोगों की जांच कर रही हैं जिन्होंने उस कार्यक्रम में भोजन किया था।
बुधवार को हंगवा गांव में तुलाराम कोर्राम ने अपनी बेटी का छठी कार्यक्रम रखा था जहां चिकन-मटन खाने के बाद गांव के 15 लोग बीमार हो गए थे। इनमें बच्चे-बूढ़े सभी शामिल थे। पेट दर्द और दस्त की शिकायत के बाद सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है बच्ची जयंती कोर्राम हंगवा आश्रम की कक्षा तीसरी की छात्रा थी। जिसे जगदलपुर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि मरीजों को पूर्ण स्वस्थ होने तक ही अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने स्वयं गांव का निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कैंप लगा रहा है और उस कार्यक्रम में भोजन करने वाले अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच कर रही है और वर्तमान में सभी की स्थिति सामान्य पाई गई है।