:रामनारायण गौतम:
सक्ती। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (एसीबी) बिलासपुर ने आज एक
और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। जांजगीर-चांपा जिले के एसडीएम कार्यालय चांपा
के भू-अर्जन शाखा के अमीन पटवारी और एक ऑपरेटर
को एक किसान से ₹1,80,000 रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया गया।

सूत्रों के अनुसार, एसीबी को यह शिकायत ग्राम रायपुरा जिला सक्ती निवासी बुधराम धीवर ने की थी। शिकायत में बताया गया था कि उसकी और उसकी बहन की जमीन ग्राम कोसमंदा (जांजगीर) में नेशनल हाईवे निर्माण के लिए अधिगृहित की गई थी। इसके एवज में उन्हें अगस्त 2025 में ₹35,64,099 मुआवजे के रूप में बैंक खाते में प्राप्त हुए थे।
शिकायतकर्ता के अनुसार, भुगतान के बाद भू-अर्जन शाखा के अमीन पटवारी बिहारी लाल और ऑपरेटर राजकुमार देवांगन ने मुआवजा निकालने में “सहायता” के नाम पर ₹1.80 लाख की रिश्वत की मांग की थी।

एसीबी की सटीक योजना में फंसे भ्रष्ट अधिकारी
शिकायत की सत्यता की पुष्टि के बाद एसीबी ने ट्रैप योजना बनाई। आज (30 अक्टूबर 2025) प्रार्थी बुधराम को तय राशि देने के लिए भेजा गया। जैसे ही आरोपी अमीन पटवारी बिहारी सिंह ने रिश्वत की रकम हाथ में ली, एसीबी की टीम ने डीएसपी एसीबी बिलासपुर के नेतृत्व में तत्काल छापा मारकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी टीम ने मौके से ₹1,80,000 की रकम बरामद कर ली है। अचानक हुई इस कार्रवाई से कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया।

भ्रष्टाचार पर एसीबी की सख्त नजर
एसीबी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
एसीबी सूत्रों के अनुसार, बिलासपुर इकाई ने पिछले डेढ़ साल में यह 36वीं ट्रैप कार्रवाई की है। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से सरकारी तंत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
एसीबी का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह मुहिम लगातार जारी रहेगी।
