narayanpur latest news : बच्चो का भविष्य संकट में, आजादी के पहले से संचालित इस स्कूल में कब मिलेगी शिक्षकों की सौगात, आइये पढ़े पूरी खबर

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narayanpur latest news :  शिक्षको की कमी दूर करने की मांग की गुहार लगाने परिजन पहुंचे कलेक्ट्रेट्रेट कार्यालय

 

narayanpur latest news :  नारायणपुर – नारायणपुर जिला जिला मुख्यालय के ह्रदय स्थल पर स्थित शासकीय बालक प्राथमिक शाला आजादी के पहले 1876 से संचालित है जिसको देखते हुए राज्य सरकार द्वारा हिंदी मीडियम से अंग्रेजी मीडियम कर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चो को सौगात दी ताकि छोटे बच्चो की पढ़ाई की नीव कही जाने वाली प्राथमिक शाला से बच्चो की नीव मजबूत हो और आगे चलकर वे अच्छे से पढ़कर आगे बढ़े ।

 

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ज्ञापन देकर शिक्षको की नियुक्ति करने की मांग

 

लेकिन सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है पहली से पांचवीं तक में 172 बच्चो को पढ़ाने के लिए महज तीन ही शिक्षिका की नियुक्ति की गई है जिसके चलते बच्चो की पढ़ाई अच्छे से नही हो पा रही है आलम ये है कि शिक्षको की कमी के चलते बच्चे पढ़ाई कराते नजर आ रहे है इन्ही परेशानियों को दूर करने की मांग को लेकर परिजन कलेक्टर से गुहार लगाने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन देकर शिक्षको की नियुक्ति करने की मांग की ।

 

सरकार की योजना को ग्रहण

 

 

छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल प्रभावित जिलों में शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के उद्देश्य से योजना बना रही है लेकिन स्कूलों में शिक्षक की कमी की समस्या सरकार की योजना को ग्रहण लगा रहे है अब देखना होगा कि योजनाओं को धरातल पर बेहतर करने सरकार क्या कदम उठाती है ?

 

शिक्षको की कमी के चलते परेशानी का सबब

नारायणपुर जिले के सबसे पुराने शासकीय बालक प्राथमिक शाला में शिक्षको की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंतित परिजन जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग करने पहुंचे । परिजनों ने कहा कि सरकार ने हिंदी मीडियम से अंग्रेजी मीडियम करके गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार के लोगो को सौगात दी थी लेकिन ये सौगात शिक्षको की कमी के चलते परेशानी का सबब बन गई है ।

 

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narayanpur latest news : स्कूल में पहली से लेकर पांचवी तक में 172 बच्चो के लिए केवल 3 शिक्षक है जिससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है , बच्चे ही बच्चो को पढ़ाने को मजबूर है इसलिए जिला कलेक्टर से शिक्षक देने की गुहार लगाने पहुंचे है । वही वार्ड पार्षद विजय सलाम ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की जिम्मेदारी प्रशासन पर है जब जिला मुख्यालय में ये हाल है तो अबूझमाड़ में शिक्षा भगवान भरोसे है ।

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